अध्यात्म

शिवजी की इस पूजा से राहु-केतु के कष्टों से मिलेगा छुटकारा, जीवन में आएगा सुख

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु-केतु का बुरा प्रभाव है तो इसकी वजह से व्यक्ति को अपने जीवन में कदम-कदम पर बहुत से परेशानियों से गुजरना पड़ता है। आप ऐसा कह सकते हैं कि व्यक्ति अक्सर किसी न किसी दुख से पीड़ित रहता है। जीवन में बहुत से कष्ट उत्पन्न होने लगते हैं। राहु-केतु का बुरा प्रभाव बहुत ही पीड़ादायक माना जाता है, परंतु अगर व्यक्ति से राहु-केतु प्रसन्न हो जाए तो इससे व्यक्ति को सभी सुख की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में इस बात का उल्लेख किया गया है कि जब सारे ग्रह राहु-केतु के मध्य में आ जाते हैं तब कालसर्प योग का निर्माण होता है। ऐसी स्थिति में अगर व्यक्ति अपने माता-पिता की सेवा करता है तो उसको कालसर्प योग से कष्ट नहीं मिलते हैं।

आपको बता दें कि राहु-केतु भगवान शिव जी के परम भक्त हैं। अगर आप भगवान शिवजी की आराधना करते हैं तो इससे राहु-केतु भी प्रसन्न होते हैं और यह आपको अशुभ फल नहीं देते हैं। आज हम आपको राहु केतु को भगवान शिव जी की किस पूजा से प्रसन्न कर सकते हैं? इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं।

भगवान शिव जी की इस पूजा से राहु-केतु होंगे प्रसन्न

  • अगर राहु-केतु की वजह से आपके जीवन में परेशानियां उत्पन्न हो रही हैं तो ऐसी स्थिति में आप सोमवार के दिन का व्रत अवश्य कीजिए और अपने सच्चे मन से विधि-विधान पूर्वक भगवान शिवजी की पूजा आराधना करें। आप सोमवार के व्रत के दौरान शाम के समय भगवान शिव जी के समक्ष दीपक जलाएं और इनकी पूजा में सफेद चीजें जैसे खीर, मावे की मिठाई और दूध से हुए बने हुए पदार्थों का प्रसाद अर्पित कर सकते हैं, पूजा खत्म होने के बाद आप प्रसाद स्वयं ग्रहण कीजिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो इससे राहु-केतु से मिलने वाले कष्ट दूर होंगे।

  • यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु की खराब स्थिति चल रही है तो जीवन में बहुत सी परेशानियां उत्पन्न होने लगती हैं। ऐसी अवस्था में आपको रोजाना नियमित रूप से भगवान शिवजी को बिल्वपत्र अर्पित करना चाहिए और दूध से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। इससे आपको लाभ मिलेगा।
  • अगर किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में राहु ग्रह, सूर्य, चंद्र की स्थिति ठीक नहीं है तो ऐसे में भगवान शिव जी की सच्चे मन से पूजा आराधना करनी चाहिए। इससे राहु प्रसन्न होता है।
  • अगर राहु की महादशा की वजह से आपका जीवन कष्टकारी हो गया है तो ऐसे में आप भगवान शिव जी का अभिषेक करें और शिव पुराण का पाठ कीजिए। अगर आप भगवान शिव जी के मंत्र “ओम नमः शिवाय” का लगातार जाप करते हैं तो इससे राहु की दशा में सुधार आता है और आपके जीवन के कष्ट दूर होते हैं।

ज्योतिष में राहु-केतु को सबसे क्रूर ग्रह माना जाता है। इसके बुरे प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में एक के बाद एक बहुत सी परेशानियां उत्पन्न होने लगती हैं। अगर आप इनके कष्टों से छुटकारा प्राप्त करना चाहते हैं तो उपरोक्त बताई गई विधि से भगवान शिवजी की आराधना कीजिए। इससे भगवान शिव जी की कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी और राहु-केतु भी आपसे प्रसन्न होंगे। इन तरीकों से आप राहु-केतु के दुष्प्रभाव से बच सकते हैं।

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