आखिर क्यो होता है हनुमान जी का सिंदूर से श्रृंगार? जानिए इसके पीछे की वजह
कलयुग में महाबली हनुमान जी एकमात्र ऐसे देखता है जो अजर अमर माने गए हैं यह कलयुग में भी अपने भक्तों की पुकार सबसे पहले सुनते हैं और अपने भक्तों के सभी कष्ट दूर करते हैं महाबली हनुमान जी के भक्त भी अपनी परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए इनकी पूजा-अर्चना में लगे रहते हैं जिससे इनकी कृपा प्राप्त हो सके और जीवन के सभी दुख दूर हो सके, परंतु इन सबके बावजूद भी आप लोगों ने इस बात पर विचार किया है कि गृहणियों, शादीशुदा महिलाओं के श्रृंगार के साधन सिंदूर से हनुमान जी का श्रृंगार क्यों किया जाता है? आखिर सिंदूर से हनुमान जी का क्या रिश्ता है? आखिर क्या वजह है कि बाल ब्रह्मचारी हनुमान जी का श्रृंगार सिंदूर से किया जाता है? शायद आप लोगों में से कई लोग ऐसे होंगे जो इस सवाल का उत्तर अभी तक ढूंढ रहे होंगे आज हम आपको इस लेख के माध्यम से रामायण से संबंधित उस कथा के विषय में जानकारी देने वाले हैं जिससे आपको इस बात की जानकारी हो जाएगी कि हनुमानजी और सिंदूर में क्या संबंध होता है।
दरअसल, तुलसीदास रचित रामचरित मानस में महाबली हनुमान जी के इस प्रसंग का वर्णन बहुत ही खूबसूरती से पेश किया गया है इस कहानी के मुताबिक जब लंका पर भगवान श्री राम जी ने विजय प्राप्त कर ली तब उसके पश्चात भगवान श्री राम जी, सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी सहित अयोध्या में वापस लौट आए थे तब एक दिन महाबली हनुमान जी ने सीता मैया को अपनी मांग में लाल सिंदूर लगाते हुए देखा था तब हनुमान जी को यह बिल्कुल भी नहीं समझ आया था कि यह लाल रंग जैसी दिखने वाली चीज आखिर क्या होती है? तब अपने मन में चल रहे इस सवाल का उत्तर उन्होंने माता सीता जी से पूछा की माता यह आपने अपने सिर पर क्या लगाया है?
जब हनुमान जी ने सीता माता से यह सवाल पूछा तो सीता माता ने हनुमान जी को सिंदूर के विषय में बताया था जब हनुमानजी ने सिंदूर लगाने के पीछे की वजह पूछी तो सीता माता ने हनुमान जी को बताया कि यह सिंदूर लगाने से भगवान श्री राम जी की उम्र में वृद्धि होगी और वह स्वस्थ रहेंगे जब हनुमान जी ने सीता माता की यह बात सुनी तो वह तुरंत जाकर अपने पूरे शरीर पर सिंदूर लगाकर आ गए थे सिंदूर लगाने की वजह से महाबली हनुमान जी का पूरा शरीर लाल रंग में रंग गया था।
हनुमान जी का पूरा शरीर लाल रंग में रंग गया था तब उसी अवस्था में हनुमान जी श्री राम जी के दरबार में चले गए थे हनुमान जी को इस दशा में देखकर वहां पर उपस्थित सभी लोग हंसने लगे थे और भगवान श्री राम जी भी मुस्कुरा रहे थे तब श्री राम जी ने हनुमान जी से पूछा कि पूरे शरीर पर सिंदूर लगाने के पीछे वजह क्या है? तब हनुमान जी ने श्री राम जी को बताया कि जब सीता माता एक चुटकी सिंदूर लगाती है और उससे आपकी आयु बढ़ती है तो मैं अपने पूरे शरीर पर सिंदूर लगा कर आया हूं इससे तो आप अमर हो जाएंगे।
जब श्री राम जी ने हनुमान जी की यह बात सुनी तो उन्होंने हनुमान जी को अपने गले से लगा लिया था बस उसी दिन के बाद से हनुमान जी का श्रृंगार सिंदूर से किया जाता है वर्तमान समय में भी सभी हनुमान मंदिरों में इनकी प्रतिमा पर सिंदूर अर्पित किया जाता है ऐसा माना जाता है कि सिंदूर अर्पित करने से महाबली हनुमान जी प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्तों की सभी इच्छाएं अवश्य पूर्ण करते हैं उनको हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है।