नीम करोली बाबा किसी को नहीं छूने देते थे अपने पैर, 108 हनुमान मंदिरों का करवाया था निर्माण
नीम करोली बाबा को 17 की उम्र में हनुमान जी ने दिए थे दर्शन, ज़ुकरबर्ग से लेकर PM मोदी तक हैं बाबा के भक्त
साल 1900 में उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के अकबरपुर गांव में जन्में आध्यात्मिक संत नीम करोली बाबा को भक्त श्री हनुमान जी का अवतार भी कहते हैं. बाबा को मानने वालों में देश ही नहीं विदेशों के लोग भी शामिल है. दुनिया की कई लोकप्रिय हस्तियां उनकी भक्त बताई जाती है.
17 साल की उम्र में हुआ हनुमान जी का साक्षात्कार, बनवाए 108 मंदिर…
साल 1900 में जन्में बाबा नीम करोली का असली नाम लक्ष्मी नारायण शर्मा था और उनके पिता का नाम दुर्गा प्रसाद शर्मा था. बताया जाता है कि बाबा जब महज 17 साल के थे तब ही श्री हनुमान जी महाराज ने उन्हें साक्षात्कार दिया था. इसके बाद वे धर्म और आध्यात्म की ओर आ गए. बाबा हनुमाना जी को अपना गुरु और आराध्य मानते थे. बाबा ने अपने जीवनकाल में 108 हनुमान मंदिरों का निर्माण करवाया था.
बाबा के भक्तों में शामिल है एपल के सीईओ रहे स्टीव जॉब्स-हॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस जूलिया रॉबर्ट्स…
बाबा के भक्त देश दुनिया में फैले हुए है. भारत में उन्हें भारी तादाद में लोग मानते हैं. बाबा नीम करोली को पिछली सदी के सबसे लोकप्रिय और चर्चित भारतीय संतों में से एक के रूप में जाना जाता है. उनके भक्तों में एपल के सीईओ रहे स्टीव जॉब्स शामिल रहे. वहीं हॉलीवुड की मशहूर अदाकारा जूलिया रॉबर्ट्स का नाम भी इसमें शामिल है.
1964 में की कैंची धाम की स्थापना, स्टीव जॉब्स भी आए थे यहां…
बाबा नीम करोली ने साल 1964 में कैंची धाम की स्थापना की थी. बाबा के इस धाम में अब भी अनुयायियों और भक्तों की वैसी ही भीड़ उमड़ती है जैसी कि बाबा के होने पर उमड़ती थी. यहां हमेशा लोगों का आना-जाना लगा रहता है. गौरतलब है कि साल 1973 में स्टीव जॉब्स भारत यात्रा के दौरान यहां आए थे.
फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने भी किया जिक्र…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने एक बार फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने नीम करोली बाबा का जिक्र किया था. दरअसल साल 2015 में पीएम मोदी ने अमेरिका की यात्रा की थी तब उनसे मार्क जुकरबर्ग ने मुलाक़ात की थी. तब पीएम मोदी से मार्क ने कहा था कि इस मंदिर में जाने के लिए उन्हें एपल के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स ने कहा था.
क्यों किसी को पैर नहीं छूने देते थे बाबा…
नीम करोली बाबा भक्तों को अपने पैर नहीं छूने देते थे. वे कहते थे कि पैर छूने ही है तो श्री हनुमान जी के छुओ…वही कल्याण करेंगे. बता दें कि बाबा का उत्तर प्रदेश के वृन्दावन में 11 सितंबर 1973 को देहांत हो गया था.