‘मौत मुबारक हो अब कभी मत आना’ जब मीना कुमारी की मौत पर नरगिस दत्त ने जताई थी ख़ुशी
अपनी खूबसूरती और बेहतरीन एक्टिंग के जरिए हिंदी सिनेमा पर राज करने वाली मशहूर अभिनेत्री मीना कुमारी को भला कौन नहीं जानता। मीना कुमारी को हिंदी सिनेमा की ‘ट्रेजडी क़्वीन’ भी कहा जाता था। इतना ही नहीं बल्कि फैंस के बीच उनकी दीवानगी इस कदर हुआ करती थी कि लोग उनके बालों के ताबीज बनाकर अपने गले में पहन लिया करते थे। मीना कुमारी की जिंदगी हमेशा ही मुश्किलों से भरी रही है और अंत में उनकी दर्दनाक मौत हुई।
बता दें, उनकी मौत के दौरान बॉलीवुड इंडस्ट्री की जानी-मानी अभिनेत्री और मशहूर अभिनेता संजय दत्त की मां नरगिस दत्त ने कहा था कि, “तुम्हें मौत मुबारक हो अब कभी दोबारा लौट कर मत आना।” नरगिस दत्त के मुंह से इस तरह की बातें सुनकर हर कोई हैरान था और हर कोई यह जानने की कोशिश कर रहा था कि आखिर नरगिस दत्त ने ऐसा मीना कुमारी के लिए क्यों कहा? तो आइए जानते हैं इस पूरे मामले के बारे में..
मीना कुमारी पर पति कमाल ने लगाई थी कई पाबंदिया
बता दें, 1 अगस्त 1933 को मुंबई में जन्मी मीना कुमारी को एक्टिंग में कोई दिलचस्पी नहीं थी, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण उन्हें फिल्मों में काम करना पड़ा। हालांकि उनकी खूबसूरती और लाजवाब एक्टिंग ने उन्हें फिल्म इंडस्ट्री का एक चमकीला सितारा बना दिया। मीना कुमारी की खूबसूरती को लेकर कहा जाता था कि ना सिर्फ आम जनता और फैंस बल्कि बॉलीवुड इंडस्ट्री के बड़े-बड़े अभिनेता, प्रोड्यूसर निर्देशक भी उनकी एक झलक देखने के लिए बेकरार रहते थे।
बता दे मीना कुमारी ने साल 1939 में रिलीज हुई निर्देशक विजय भट्ट की फिल्म ‘लेदरफेस’ से अपने करियर की शुरुआत की थी, लेकिन उन्हें असल पहचान साल 1952 में रिलीज हुई फिल्म ‘बैजू बावरा’ से मिली। रिपोर्ट की मानें तो मीना कुमारी की यह फिल्म 100 हफ़्तों तक थियेटर में लगी रही थी। जहां उनकी प्रोफेशनल लाइफ काफी चमक भरी थी तो वहीं उनकी पर्सनल जिंदगी काफी दर्द भरी थी। उन्होंने अपनी जिंदगी में कई दुख तकलीफ देखी थी।
इतना ही नहीं बल्कि अंत समय में तो मीना कुमारी शराब सिगरेट जैसी कई बुरी आदतों की आदी हो गई थी। वही उनके पति कमाल अमरोही ने भी उन पर कई तरह की बंदिशें लगा दी थी जिससे परेशान होकर उन्होंने खुद को बर्बाद कर लिया था। कहा जाता है कि मीना कुमारी और नरगिस दत्त बॉलीवुड इंडस्ट्री में सबसे अच्छी दोस्त हुआ करती थी। ऐसे में जब मीना कुमारी की मौत हुई तो नरगिस ने कहा था कि, “मौत मुबारक हो, अब तुम कभी भी दोबारा इस दुनिया में लौट कर मत आना।”
नरगिस ने मीना की मौत पर आखिर ऐसा क्यों कहा?
बता दें, नरगिस दत्त ने पत्र में लिखा था कि, “आपकी मृत्यु पर बधाई मैंने पहले कभी ये नहीं कहा। मीना, आज आपकी बड़ी बहन आपको आपकी मृत्यु पर बधाई देती है और आपसे इस दुनिया में फिर कभी कदम न रखने के लिए कहती है। ये जगह आप जैसे लोगों के लिए नहीं है। शूटिंग के दौरान, मेरे पति सुनील दत्त ने मुझे बच्चों के साथ सेट पर आमंत्रित किया था। वहां मैं और मीना बहुत अच्छे दोस्त बन गए। एक बार जब मैं दत्त साहब के साथ डिनर पर गई, तो मीना ने अपनी इच्छा से संजय और नम्रता की देखभाल की थी, साथ ही उनके कपड़े बदलकर उनके लिए दूध भी बनाया था।”
आगे नरगिस ने बताया था कि, एक रात उन्होंने मीना कुमारी को होटल के गार्डन में घूमते हुए देखा। वो हाफ रही थीं और जब नरगिस ने इसकी वजह पूछी तो मीना कुमारी ने कहा, “बाजी, मैं तंबाकू खाती है कभी- कभी इसकी वजह से घबराहट होने लगती है।” यह सुनकर नरगिस ने कहा, ‘मीना, यह तंबाकू की वजह से नहीं है। तुम बहुत थकी हुई लग रही हो। तुम कुछ देर आराम क्यों नहीं करतीं?’
यह सुन मीना कुमारी ने कहा, “बाजी, मेरी किस्मत में आराम करना नहीं है। मैं केवल एक बार आराम करूंगी… इसी रात की बात है जब मीना कुमारी के कमरे से लड़ाई- झगड़े की आवाजें आ रही थीं। अगले दिन हमें पता चला कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है और वो काम पर नहीं आएंगी। सुनील के जाने के बाद मैं मीना के कमरे में गई। बहुत ज्यादा रोने की वजह से उसकी आंखें सूजी हुई थीं।
मैंने कमल अमरोही (मीना कुमारी के पति) के सेक्रेटरी बकार से बात की और पूछा कि तुम लोग मीना को क्यों मारना चाहते हो? उसने तुम्हारे लिए बहुत काम किया है और वो कब तक तु्म्हें खिलाएगी? इस पर बकार ने कहा- जब सही समय आएगा, हम उसे आराम देंगे।’ यही वजह थी जब मीना कुमारी की मौत हुई तो नरगिस ने कहा था- अब तुम कभी लौटकर मत आना