जब गूंगे शख्स के रोल के लिए मनोज बायपेयी को मिली आधी फीस, कहा- मुझे सच में लगा कि मैं कूद जाऊं
हिंदी सिनेमा के बेहतरीन अभिनेता मनोज बायपेयी ने अपनी दमदार अदाकारी से दर्शकों के दिलों में ख़ास पहचान बनाई है. मनोज ने कई बेहतरीन फिल्मों में अभिनय किया है. हाल ही में अभिनेता ने अपने पुराने और संघर्ष के दिनों पर बात की है. इस दौरान उन्होंने अपने साथ घटे एक अजीब वाकये का भी जिक्र किया.
मनोज ने बताया कि एक बार उन्हें काम के बदले में आधे पैसे ही मिले थे. पहले उनसे मेकर्स ने जिस रकम की बात की थी बाद में उन्हें उसकी आधी ही रकम मिली. इसे लेकर मनोज ने कहा है कि तब मुझे अपमानित महसूस किया था. हाल ही में मनोज ने एक साक्षात्कार में हिस्सा लिया और एक बड़ा खुलासा किया.
मनोज ने 90 के दशक की शुरुआत का एक किस्सा याद किया है. उन्होंने बताया कि उन्होंने एक टेलीविजन शो में काम किया था. 1993 में ‘शिकस्त’ नाम का एक धारावाहिक शुरू हुआ था. इसके निर्देशक थे बॉलीवुड निर्देशक अनुभव सिन्हा. इसमें मनोज ने एक गूंगे व्यक्ति का रोल निभाया था. हालांकि मनोज को मेकर्स ने आधे ही पैसे दिए थे.
मनोज ने बताया कि अनुभव सिन्हा मुझे ‘शिकस्त’ में किसी भी रूप में, किसी भी किरदार में देखना चाहते थे. मेरे लिए कोई रोल नहीं था लकिन मेरे लिए गूंगे व्यक्ति का रोल बनाया गया. मैंने एक माफिया के राइट हैंड के रूप में काम किया. मनोज कहते है कि वो राइट हैंड सबसे बड़ा सेवक भी वही है, और खतरनाक भी वही है.
अभिनेता ने आगे कहा कि, ”उस समय शूटिंग पर जाते तो लाइन में खड़े होते हैं, शूटिंग का एक नियम होता था कि 100 रुपए कन्वेंस के मिलेंगे, वो 100 रुपये हमारे लिए बहुत बड़ी चीज होती थी. वो एकदम डिवाइडेड होता था कि इतने का चिकन चाउमीन आएगा और इतना रिक्शा में जाएगा. लेकिन चार एपिसोड हो गया…हम तो भुखमरी की स्थिति में थे, हमें लगा कि चार एपिसोड है उसके बाद पैसा मिलेगा, तब तक 100 रुपये जो है हमें एहसास नहीं होने देगा कि हम ग़ुर्बत में हैं”.
अभिनेता ने आगे कहा कि, ”अब चार महीने के बाद मैं पैसे के लिए गया तो प्रोड्यूसर ने कहा तुम्हारा 4000 रुपये पर एपिसोड है और तुमको 4 हजार रुपये हर एपिसोड के लिए क्यों मिलना चाहिए? मैंने कहा ये तो आप लोगों ने ही फिक्स किया हुआ है. मुझे क्या पता क्यों मिलना चाहिए और क्यों नहीं मिलना चाहिए.
इस पर आगे उन्होंने कहा कि तुमको भी बाकियों की तरह 2 हजार रुपये ही मिलने चाहिए. मैंने कहा कि आपने ही फिक्स किया था, तो प्रोड्यूसर ने कहा कि अनुभव ने कहा था कि डायलॉग बोलने के लिए 4 हजार देने हैं, बताओ तुम्हारा कहां है डायलॉग? जब डायलॉग ही नहीं है तो फिर उसमें आधा होगा न पैसा. एक्टर के मुताबिक उस दौरान जब उसने बोला न तो मैंने कई तरीके से अपमानित महसूस किया. मुझे सच में लगा कि मैं कूद जाऊं, मैं इसके ऊपर छलांग लगा दूं , लेकिन भगवान ने शायद रोक दिया क्योंकि मंजिल मेरी कहीं ओर है.
इस मामले में निर्देशक अनुभव सिन्हा ने कोई हस्तक्षेप नहने किया था. इसे लेकर मनोज ने कहा कि, ”मैं चाहता था कि उस समय अनुभव मेरे लिए स्टैन्ड ले जो कि वो कहता है कि उसने मेरे लिए स्टैन्ड लिया था लेकिन मुझे नहीं पता है. मैं उस समय इतना नाराज हुआ था कि अनुभव से बात करना बंद कर दिया था”.