कुछ भी हो जाए लेकिन कभी नहीं डूबेंगे भारत के ये 3 बैंक, RBI ने किया दावा, USA में 4 बैंक डूबे
दुनिया का सबसे ताकतवर देश माना जाने वाला अमेरिका इन दिनों दुनियाभर में सुर्ख़ियों में बना हुआ है. दरअसल बता यह है कि हाल ही में अमेरिका के चार बड़े बैंक डूब चुके है. डूबने वाले बैंकों में सिल्वरगेट कैपिटल कॉर्प, सिलिकॉन वैली बैंक, सिग्नेचर बैंक, और क्रेडिट सुइस का नाम शामिल है.
ये चारों बैंक अमेरिका के बड़े बैंकों में शामिल है. हालांकि अब ये डूब चुके है. इतना ही नहीं अमेरिका के लिए इससे भी चिन्ताजनक बात यह है कि अमेरिका के 186 बैंक ऐसे हैं, जो डूबने की कगार पर खड़े हुए है. अगर ऐसा होता है तो दुनियाभर में हाहाकार मचना तय है. हालांकि अमेरिका के जो भी चार बैंक डूबे है उसी खबर ने दुनियाभर में तहलका मचा दिया है.
गौरतलब है कि अमेरिका एक विकसित और संपन्न देश है. ऐसे में जब उसके चार बड़े बैंक डूब गए है तो इसका असर कई विकासशील देश पर भी पड़ रहा है या पड़ सकता है. ऐसे में भारत में भी लोगों चिंताजनक स्थिति में है. लोग सोच रहे है कि जब अमेरिका में चार बैंक डूब गए और लोगों के पैसे चले गए तो भारत में तो कहीं ऐसी स्थिति पैदा नहीं होगी.
भारतीयों के बीच अमेरिका के सिल्वरगेट कैपिटल कॉर्प, सिलिकॉन वैली बैंक, सिग्नेचर बैंक और क्रेडिट सुइस बैंक का डूबना चर्चा का विषय बना हुआ है. अमेरिका के साथ ही अन्य कई देशों की अर्थव्यवस्था पर भी ख़तरा मंडरा रहा है. भारतीय भी चिंता में है. हालांकि इसी बीच रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया की ओर से एक राहत भरी ख़बर आई है.
भारत सरकार ने हाल ही में दावा किया है कि चाहे कुछ भी हो जाए भारत के तीन बड़े बैंक कभी नहीं डूब सकते है. इससे भारतीयों ने कुछ हद तक राहत की सांस जरूर ली होगी. इन तीन बैंकों को RBI ने D-SIB कैटिगरी में रखा है. D-SIB यानी कि डोमेस्टिक सिस्टमेटिकली इम्पॉर्टेंट बैंक.
ये है D-SIB, RBI ने जारी की रिपोर्ट
केंद्रीय रिजर्व बैंक ने भारत के तीन ऐसे बैंकों के बारे में बताया है जो D-SIB कैटेगरी के अंतर्गत आते है. इन बैंकों में ICICI बैंक, SBI और HDFC बैंक शामिल है. ये तीनों ही बैंक भारत के बड़े बैंक है. ये तीनों ही बड़े बैंक भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बेहद जरूरी है.
D-SIB यानी कि डोमेस्टिक सिस्टमेटिकली इम्पॉर्टेंट बैंक के अंतर्गत उन बैंकों को शामिल किया गया है जिनका डूबना सरकार अफोर्ड नहीं कर सकती. केंद्रीय रिजर्व बैंक की इस तरह के बैंकों पर पैनी नजर होती है. इन पर देश की अर्थव्यवस्था का भार टिका हुआ है. 2008 में आई आर्थिक मंदी के बाद पहली बार बैंकों को D-SIB घोषितक किया गया था.
वहीं साल 2015 से प्रतिवक वर्ष D-SIB बैंकों की सूची जारी की जाती है. पहले दो साल यानी कि साल 2015 और साल 2016 में इस सूची में SBI और ICICI बैंक को ही जगह मिली थी जबकि इसके बाद साल 2017 से हर साल HDFC को भी RBI ने D-SIB घोषित किया. इन तीन बैंकों में SBI सरकारी और अन्य दो बैंक HDFC एवं ICICI बैंक निजी है.