ऐसे लड़के से शादी करना चाहती है जया किशोरी, दूल्हे में होनी चाहिए ये खूबियां
मशहूर कथावाचक और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी देशभर में लोकप्रिय है। बता दे उनके द्वारा गाए गए भजनों को खूब पसंद किया जाता है। ऐसे में सोशल मीडिया के हर प्लेटफार्म पर उनकी काफी अच्छी फैन फॉलोइंग है। जया किशोरी अपने काम के साथ-साथ अपने निजी जीवन के कारण भी चर्चा में रही है।
पिछले दिनों उनका नाम मशहूर कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री के साथ जोड़ा गया था। अब ऐसे में जया किशोरी ने आखिरकार बता ही दिया कि वह किस लड़के के साथ शादी करना चाहेगी और उसमें क्या-क्या खूबियां होंगी? तो आइए जानते हैं आखिर जया किशोरी को किस तरह का लड़का चाहिए?
धीरेंद्र शास्त्री संग जुड़ा था नाम
सबसे पहले हम आपको यह बता दे कि जया किशोरी राजस्थान के छोटे से गांव सुजानगढ़ की है। 13 जुलाई 1995 को जन्मी जया किशोरी का असल नाम जया शर्मा है लेकिन दुनियाभर में वह जया किशोरी जी के नाम से जानी जाती है। वर्तमान में उनका परिवार पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में रहता है, जहां पर वह अपने माता-पिता के साथ रह रही है। पिछले दिनों लगातार जया किशोरी की शादी की चर्चा हो रही थी।
कहा जा रहा था कि जया किशोरी और बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री शादी करने वाले हैं। हालांकि इस पर धीरेंद्र शास्त्री ने चुप्पी तोड़ते हुए जया किशोरी को अपनी बहन बताया था। इसके बाद से ही जया किशोरी की शादी का मुद्दा बढ़ गया और हर बार उनसे शादी से जुड़े सवाल पूछे जा रहे हैं। ऐसे में जया किशोरी ने कुछ शर्त रख दी और बताया कि आखिर उन्हें किस तरह का लड़का चाहिए।
लड़के में होनी चाहिए ये खूबियां
जया किशोरी का कहना है कि, “जहां भी मेरी शादी होगी, यदि कोलकाता में हुई तो बहुत ही अच्छी बात है। मैं जब भी चाहूंगी यहां आ सकती हूं लेकिन कहीं बाहर हुई तो मैंने यह शर्त रख दी है कि मेरे माता-पिता भी वही शिफ्ट हो जाएंगे। मेरे आस-पास कहीं घर लेकर रहेंगे। मैं जहां भी रहूं मेरे माता-पिता मेरे आस-पास ही रहेंगे।”
इसके अलावा उन्होंने कहा कि लड़की जब अधिक समझदार हो जाती है तो लोग कहते हैं कि अब इसकी शादी कर देनी चाहिए। लेकिन जब लड़का बिगड़ने लगता है तो उसकी शादी करवाने की बात की जाने शुरू हो जाती है। असल में शादी दिखावे के लिए नहीं होती इसलिए दोनों की शादी तभी होनी चाहिए जब दोनों समझदार हो जाए, क्योंकि शादी के बाद आपको एक ही कमरे में करीब 50 से 60 साल बिताने होते हैं।
बता दें, जया किशोरी जब 10 साल की थी तभी मां धार्मिक कार्यक्रम से जुड़ गई थी। ऐसे में धीरे-धीरे वह कथावाचक बन गई और अब देश से लेकर विदेशों में भी उनका नाम मशहूर है। जया किशोरी विदेशों में भी ‘श्रीमद् भागवत’ और ‘नानी बाई का मायरा’ की कथा करती रहती है।