क्या भविष्य में होने वाली घटनाओं के संकेत या पूर्वाभास भी हो जाता है, जानें कैसे करें बिकसित
टेलीपैथी की मदद से हम दूसरों तक अपने विचार या भवानाएं आसानी से पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा कई बार टेलीपैथी की मदद से हमें भविष्य में होने वाली घटनाओं के संकेत या पूर्वाभास भी हो जाता है। ऐसा माना जाता है कि जब किसी इंसान की छठी ज्ञानेंद्रिय जागृत हो जाती है तो वो औरो के मन में क्या चल रहा है या भविष्य में क्या होने वाला है, इसके बारे में आसानी से पता लगा लेता है। हमारे धर्म के अलावा विज्ञान में भी टेलीपैथी का जिक्र किया गया है और वैज्ञानिकों ने इस पर कई तरह के शोध भी किए हैं।
केम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के एड्रियन डॉन्स के अनुसार आने वाले समय में जो होना होता है उससे जुड़ी तरंगें कई बार वर्तमान में मानव मस्तिष्क में पैदा हो जाती हैं और इन तरंगों के एहसास को दिमाग के न्यूरान्स पकड़ लेते हैं। जिसकी वजह से इंसान को भविष्य के बारे में अहसास हो जाता है। इसी तरह से कई बार इंसान का दिमाग अन्य व्यक्ति की मन की बात को भी जान लेता है।
महाभारत युद्ध में संजय के पास थी ये क्षमता
महाभारत के अनुसार जब कौरवों और पांड़वों के बीच युद्ध हुआ था, तो इस युद्ध का वर्णन संजय ने धृतराष्ट्र से किया था। दरअसल संजय के पास टेलीपैथी की क्षमता थी और वो टेलीपैथी की मदद से ही धृतराष्ट्र को बिना युद्ध के क्षेत्र में जाए ये बता देते थे कि वहां पर क्या चल रहा है। इसके अलावा हमारे पुराणों में भी टेलीपैथी से जुड़े कई उदाहरण देखने को मिलते हैं। जैसे की कई सारे देवी- देवता एक दूसरे से मिले बिना और बातचीत किए बिना ही सब जान लेते थे। इसी तरह से भविष्य में क्या घटना होने वाली है इसके बारे में भी भगवान को पता होता था।
आप भी विकसित कर सकते हैं अपने अंदर टेलीपैथी की क्षमता
हर इंसान के अंदर टेलीपैथी की क्षमता होती है। लेकिन वो ही लोग टेलीपैथी की मदद से भविष्य या अन्य लोगों के मन की बात जान पाते हैं जिनकी छठी इंद्री जागृत होती है। अपने अंदर छठी इंद्री को जागृत करना या टेलीपैथी क्षमता को कई तरह से विकसित किया जा सकता है।
ध्यान के जरिए
टेलीपैथी की क्षमता को विकसित करने के लिए आप ध्यान का सहारा ले सकते हैं। ध्यान लगाने से इंसान का मन स्थिर होने लग जाता है और दिमाग शांत रहने लगता है। जिन लोगों का मन स्थिर और दिमाग शांत रहता है वो लोग आसनी से दूर बैठे व्यक्ति की जिंदगी में क्या चल रहा है इसके बारे में पता लगा लेते हैं।
योग के जरिए
छठी इंद्री को जागृत करना और टेलीपैथी क्षमता को बढ़ाने में मन का अहम किरदार होता है और वो ही लोग अपनी छठी इंद्री को जागृत कर पाने में कामयाब होते हैं जिनका मन हर वक्त शांत रहे। कई सारे लोग योग की मदद से मन को शांत रखने की कोशिश करते हैं। इसलिए आप भी अपने मन को शांत रखने के लिए योग की मदद ले सकते हैं।