फिर सचिन के मुरीद हुए विराट, कहा- वो मेरे लिए इमोशन है, उन्होंने मुझ पर अलग इम्पैक्ट छोड़ा है
सचिन तेंदुलकर को ‘क्रिकेट का भगवान’ कहा जाता है. सचिन तेंदुलकर ने पूरी दुनिया में नाम कमाया है. क्रिकेट जगत में हर कोई महान और दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का मुरीद है. सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट में जो कारनामा किया है उसे पूरी दुनिया ने सलाम किया है.
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का नाम दुनियाभर में लोकप्रिय हुआ है. न केवल क्रिकेटर्स उनकी ताऱीफ करते है बल्कि हर क्षेत्र के लोग उनके मुरीद है. महज 16 साल की उम्र में सचिन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपने कदम रख दिए थे. सचिन ने करीब साढ़े नौ साल पहले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था लेकिन अब भी उनकी लोकप्रियता बरकरार है.
सचिन को देखकर भारत के न जाने कितने ही लड़कों ने बल्ला थामा. सचिन से हर कोई काफी प्यार करता है और उनका काफी सम्मान करता है. सचिन को दिल से चाहने वालों में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली का नाम भी शामिल है.
सचिन तेंदुलकर को देखकर ही विराट कोहली ने क्रिकेट खेलना सीखा है. विराट कोहली मास्टर ब्लास्टर को अपना आदर्श और प्रेरणा स्त्रोत मानते हैं. कई मौकों पर विराट सचिन की तारीफ़ कर चुके हैं और उनके प्रति सम्मान जाहिर कर चुके हैं. अब एक बार फिर से वे क्रिकेट के भगवान के मुरीद हो गए हैं.
हाल ही में एक साक्षात्कार में दिग्गज विराट कोहली ने दिग्गज सचिन तेंदुलकर की जमकर तारीफ़ की है. सचिन को लेकर विराट का कहना है कि वे उनके लिए इमोशन (भावना) है. सचिन की तारीफ़ में विराट ने जमकर कसीदे पढ़े है. आइए जानते है कि सचिन को लेकर विराट ने इस बार क्या कहा है.
विराट कोहली ने जीओ सिनेमा के एक शो पर रॉबिन उथप्पा से बातचीत में कहा है कि, ”मेरे लिए सचिन पाजी हमेशा ही एक इमोशन रहे हैं. आप किसी से भी बात करेंगे, तो हर कोई उन्हें अपना बताएगा और ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि हर किसी को उन पर काफी भरोसा है. यहां तक कि जब वह खेलते थे, तो हम सब आरामदायक महसूस करते थे”.
विराट ने आगे कहा कि, ”सचिन हमारे लिए प्रेरणा के स्त्रोत रहे हैं, जब वह रन बनाते थे तो हमें लाइफ अच्छी लगती थी. वह घर का खाना खाने जैसा होता था, आप जानते हैं कि हम क्या फील करते थे. उन्होंने मेरे पर एक बेहद अलग तरह का इम्पैक्ट छोड़ा. वो लोग जिनको तुलना और आंकड़े करना अच्छा लगता है, वो ठीक है. मैं बस खुश हूं चाहे लोग इसको जिस भी तरह से देखें. मैं उम्मीदों का भार लेकर आगे बढ़ने में सफल रहा हूं”.
मैं भारतीय क्रिकेट का पालन-पोषण करता रहूंगा
भारत के पूर्व क्रिकेट कप्तान ने कहा कि, ”मैं भारतीय क्रिकेट का पालन-पोषण करता रहूंगा और मुझे पता है कि योगदान देना कितना महत्वपूर्ण होता है. मुझे खुशी है कि मैं इस पोजीशन तक पहुंच सका हूं”.