स्कंद पुराण के अनुसार इस तरह के व्यक्ति के साथ अपनी कन्या का विवाह भूलकर भी नहीं कराना चाहिए
हिन्दू धर्म में बेटी को घर की लक्ष्मी माना जाता है जब किसी के घर बेटी जन्म लेती है तो अक्सर लोगों के मुंह से आपने यही सुना होगा कि आपके घर में लक्ष्मी आई है ऐसा माना जाता है कि जिस घर में बेटी का जन्म होता है वहां लक्ष्मी जी का निवास रहता है बेटी के जन्म से व्यक्ति का भाग्य खुल जाता है इसलिए तो बेटी को घर की लक्ष्मी कहा जाता है परंतु जब यह बेटी बड़ी हो जाती है तो माता-पिता को उसकी शादी की चिंता लगी रहती है वह यही सोचते हैं कि हमारी बेटी के लिए एक अच्छा लड़का मिले जो हमारी बेटी को खुश रख पाए और इसको किसी भी प्रकार की परेशानी ना होने दें जिसके लिए वह लड़के की तलाश शुरू कर देते हैं सभी मां बाप अपनी बेटी के लिए एक अच्छे से अच्छा लड़के की तलाश करते हैं जहां पर उसकी बेटी खुश रह सकें।
कन्या का किसी व्यक्ति के साथ विवाह करना दान कहा जाता है दान उसका ही होता है जो अनमोल हो और दान योग्य व्यक्ति को ही अपनी कन्या का दान करना चाहिए यानी हर मां बाप के लिए अपनी बेटी अनमोल होती है इस स्थिति में किसी भी अयोग्य व्यक्ति के साथ उसका विवाह नहीं कराना चाहिए आज हम आपको इस लेख के माध्यम से स्कंद पुराण के अनुसार कैसे व्यक्ति के साथ अपनी कन्या का विवाह नहीं करना चाहिए इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं।
स्कंद पुराण के अनुसार ऐसे व्यक्ति से ना कराएं अपनी बेटी का विवाह
- स्कंद पुराण में इस बात का उल्लेख किया गया है कि किसी भी मां-बाप को अपनी बेटी का विवाह घर के अधिक समीप या अधिक दूर रहने वाले व्यक्ति से नहीं करवाना चाहिए क्योंकि इससे कन्या को परेशानी होती है।
- स्कंद पुराण में इस बात को बताया गया है कि जो व्यक्ति अपने आप को सबसे अधिक धनी या अपने से अधिक निर्धन हो ऐसे व्यक्ति के साथ अपनी कन्या का कभी विवाह नहीं करवाएं क्योंकि ऐसे घर में जाकर हमेशा कन्या दुख ही झेलती है।
- स्कंद पुराण में इस बात का उल्लेख किया गया है कि जिस व्यक्ति के पास अपनी आजीविका चलाने का कोई साधन उपलब्ध नहीं होता इस तरह के व्यक्ति से अपनी कन्या का विवाह बिल्कुल भी नहीं कराना चाहिए क्योंकि अगर आप इस तरह के व्यक्ति से अपनी कन्या का विवाह कराते हैं तो उस व्यक्ति के साथ आपकी बेटी हमेशा दुख का ही सामना करेगी।
- स्कंद पुराण में इस बात का उल्लेख किया गया है कि इस संसार में ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो अपने आपको बड़ा दिखाते हैं यानी वह सबसे ज्यादा अपने आपको बड़ा मानते हैं या फिर जो व्यक्ति हमेशा किसी न किसी रोग से परेशान रहता है उस व्यक्ति को अपनी कन्या देना मुसीबत के समान होता है क्योंकि जो व्यक्ति अपने आपको बड़ा मानेगा वह आपकी कन्या का सम्मान नहीं करेगा वह अपने आपको ही सबसे ज्यादा श्रेष्ठ मानेगा इसके अलावा जो व्यक्ति हमेशा किसी ना किसी बीमारी से परेशान रहता है ऐसे व्यक्ति के साथ आपकी कन्या कभी खुश नहीं रह सकती।