ये आम घास कर सकती है कई भयंकर बीमारियों का विनाश
सब जानते है की जहा बड़े बड़े डॉक्टरों की दी हुई दवाइया कभी कभी काम नहीं कर पाती वह कई बार आम जड़ीबूटियां अपना जादू कर दिखती है | जड़ीबूटियां प्रकति की दें है कई भयंकर रोग इनके द्वारा षणभर में नष्ट हो जाते है | ऐसे ही एक घास कई क्षेत्रों में पाई जाती है जिसे जंगली घास मानके अनदेखा कर दिया जाता है लेकिन वही घास कई बीमारियों के आगे रामबाण बन सकता है | ये घास ज्यादातर व्यर्थ ज़मीन पर उग जाती है जहा पानी आता रहता है और जहा बीजरोपण नहीं होता | इस घास को इंग्लिश में पिग्वीड के नाम से जाना जाता है वही भारत में इस लोनी आदि के नाम से जाना जाता है |
ये घास देती है विटामिन्स
इस घास की महत्वता यह है की इस घास की आयु २०-२५ साल तक होती है जी है क्योंकि इस घास की जो जड़े होती है वे आसानी से नष्ट नहीं होती है | यही वजह है की इस घास में काफी शक्ति और विटामिन होता है |एक और खास बात जानकर आप हैरान हो जायेंगे की बाकी सब्जियों के मुकाबले इस लोनी में सबसे अधिक मात्रा में मछली में पाया जाने वाला ओमेगा 3 मिलता है | जो लोग शाकाहारी है उनके लिए ये काफी फायदेमंद पौधा है |
ये घास काफी मात्रा में विटामिन a और c देती है साथ ही ओमेगा 3 | और इस घास का सेवन करने से कैंसर , ब्लड डेफिशियेंसी , जोड़ो का दर्द , आदि सब दूर होते है, कुल मिला कर यह एक जड़ी बूटी का काम करती है | कई हज़ारो वर्षो पहले वेद ऋषि इस घास को सर दर्द , पेट में दर्द , और विष का कहर मिटाने के लिए तक इसी घास का उपयोग करते थे | इसलिए इस लोनी घास को व्यर्थ समझ कर फेंके नहीं बल्कि इसे इस्तेमाल करे क्योंकि ये आपकी जान बचा सकती है |