अध्यात्म

इन 5 अद्भुत शिवलिंग में छुपा है ऐसा राज, लगातार बढ़ रहा है इनका आकार, जानिए इसका रहस्य

हमारा भारत वर्ष चमत्कारों का देश है हमारे देश में कहीं ना कहीं कोई ना कोई चमत्कार सुनने को मिल ही जाता है हमारे यहां बहुत से ऐसे मंदिर हैं जो अपने चमत्कारों और रहस्यों के लिए जाने जाते हैं जिनके रहस्य का अभी तक कोई भी पता नहीं कर पाया है वैसे देखा जाए तो दुनियाभर में लाखों-करोड़ों शिवलिंग मौजूद है और यह सभी शिवलिंग अपने महत्व और खासियत की वजह से जाने जाते हैं कई शिवलिंग तो ऐसे हैं जो अपने इतिहास की वजह से प्रसिद्ध है और कुछ शिवलिंग ऐसे हैं जो अपने अद्भुत चमत्कारों की वजह से प्रसिद्ध है आज हम आपको इस लेख के माध्यम से भारत के ऐसे पांच शिवलिंग के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जो अपनी खासियत और अद्भुत चमत्कार की वजह से देश भर में प्रसिद्ध है इन शिवलिंग की लंबाई हर साल एक बहुत ही रहस्यमई तरीके से बढ़ती रहती है इनकी लंबाई किस प्रकार बढ़ रही है इस रहस्य के आगे विज्ञान ने भी अपने घुटने टेक दिए हैं।

आइए जानते हैं इन 5 चमत्कारिक शिवलिंग के बारे में

बाबा तिलभांडेश्वर मंदिर

काशी को भगवान शिव की नगरी कहा जाता है यहां पर कई प्रसिद्ध शिव मंदिर मौजूद है इन्हीं मंदिरों में से एक बाबा तिल भांडेश्वर का मंदिर भी है यह मंदिर सतयुग में प्रकट हुआ था यहां पर मौजूद शिवलिंग हर साल तिल के आकार में बढ़ता रहता था परंतु जब कलयुग आया तो सभी व्यक्तियों को इस बात की चिंता होने लगी कि अगर इस शिवलिंग का आकार इसी तरह से बढ़ता रहा तो यह पूरी दुनिया शिवलिंग में समा जाएगी तब भगवान शिवजी की आराधना की गई और भगवान शिव ने प्रकट होकर इस शिवलिंग को सिर्फ संक्रांति पर ही बढ़ने का वरदान दिया था इस शिवलिंग के विषय में ऐसा बताया जाता है कि यह शिवलिंग सिर्फ साल के मकर संक्रांति पर ही बढ़ता है।

पौड़ीवाला शिव मंदिर

पौड़ीवाला शिव मंदिर हिमाचल प्रदेश में नाहन से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है इस मंदिर का संबंध रावण से बताया जाता है इस मंदिर के विषय में ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर की स्थापना रावण ने कराई थी इस मंदिर के विषय में ऐसा माना गया है कि यहां पर स्थित शिवलिंग हर साल महाशिवरात्रि के दिन जौ के दाने के बराबर इसका आकार बढ़ता है इस मंदिर के बारे में ऐसी धारणा भी है कि यहां पर स्थित शिवलिंग में साक्षात शिव जी विराजमान है और अपने भक्तों की सभी इच्छाएं पूर्ण करते हैं।

मतंगेश्वर शिवलिंग

मतंगेश्वर शिवलिंग मध्य प्रदेश के खजुराहो में स्थित है इस मंदिर की ऐसी मान्यता है कि भगवान श्री राम जी ने इस स्थान पर शिवजी की पूजा की थी इस शिवलिंग की लंबाई 18 फीट है और यह शिवलिंग हर वर्ष तिल के आकार में बढ़ता रहता है।

भूतेश्वर महादेव

भूतेश्वर महादेव का मंदिर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में करीब 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गरियाबंद जिला में मौजूद है इस मंदिर के विषय में ऐसी मान्यता है कि यहां पर स्थित शिवलिंग हर वर्ष 6 से 8 इंच तक इसका आकार बढ़ता है ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर में जो भी भक्त अपनी फरियाद लेकर आता है उसकी इच्छाएं अवश्य पूरी होती हैं और जब किसी भक्त की मनोकामना पूरी हो जाती है तो वह यहां पर दोबारा आकर इनका शुक्रिया अदा करता है।

मृदेश्वर महादेव मंदिर

मृदेश्वर महादेव का मंदिर गुजरात के गोधरा में स्थित है यहां पर उपस्थित शिव लिंग के आकार को प्रलय का संकेत माना गया है इसके बारे में ऐसा माना जाता है कि जिस दिन यहां पर उपस्थित शिवलिंग का आकार साढ़े आठ फुट का हो जाएगा तब उस दिन यह मंदिर की छत को छू लेगा जिस दिन ऐसा हो गया उस दिन धरती पर प्रलय आ जाएगा छत को छूने में शिवलिंग को अभी लाखों वर्ष का समय लग सकता है क्योंकि इस शिवलिंग का आकार 1 साल में एक चावल के दाने के आकार के बराबर बढ़ता है।

 

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