बजरंगबली का एक ऐसा चमत्कारिक मंदिर, जहां डॉक्टर बनकर बजरंगबली भक्तों का करते हैं इलाज
देशभर में हनुमान जी के भक्तों के अंदर बजरंगबली के प्रति भक्ति अपार देखने को मिलती है, महाबली हनुमान जी की महिमा अपरंपार बताई गई है, लोग हनुमान जी की भक्ति में लीन रहते हैं, ऐसा बताया जाता है कि यदि हनुमान भक्तों के ऊपर कोई संकट आता है तो हनुमान जी उनका पूरा साथ देते हैं और हर बुरी स्थिति से बाहर निकालते हैं, भारत देश में ऐसे हनुमान जी के मंदिर मौजूद हैं जिनके प्रति भक्तों की अटूट आस्था जुड़ी हुई है, परंतु आज हम आपको हनुमान जी के एक ऐसे चमत्कारी मंदिर के बारे में जानकारी देने वाले जहां पर अपने भक्तों का इलाज बजरंगबली जी डॉक्टर बनकर करते हैं और इस मंदिर में लोग अपने रोगों का इलाज करने के लिए दूरदराज से आते हैं।
दरअसल, हम आपको जिस हनुमान मंदिर के बारे में जानकारी दे रहे हैं यह मंदिर उत्तर प्रदेश में ग्वालियर में स्थित है, ग्वालियर से लगभग 70 किलोमीटर की दूरी पर उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे भिंडे जिले में यह मंदिर बना हुआ है, जिसको दंदरौआ सरकार धाम कहा जाता है, इस मंदिर के अंदर भक्त अपने स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों को लेकर आते हैं, हर भक्त को यही उम्मीद रहती है कि इस मंदिर में जाकर उनकी सभी परेशानियां दूर होंगी, वैसे तो इस मंदिर में रोजाना ही भक्त अपनी परेशानियां लेकर आते हैं परंतु मंगलवार और शनिवार के दिन लोग इस मंदिर में दूर-दूर से आते हैं, इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां पर भक्तों की सभी बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
महाबली हनुमान जी के इस धाम में बजरंगबली को डॉक्टर के रूप में माना गया है, यहां के स्थानीय लोगों का ऐसा बताता बताना है कि जो भक्त यहां पर आकर दर्शन करता है उसको स्वास्थ्य लाभ मिलता है, उस व्यक्ति को कभी भी शारीरिक परेशानियां परेशान नहीं करती है, इस मंदिर के अंदर हनुमान जी की जो मूर्ति स्थित है वह नृत्य की मुद्रा में बनी हुई है, इसके बारे में ऐसा कहा जाता है कि यह देश की एक ऐसी अकेली मूर्ति है जिसमें महाबली हनुमान जी नृत्य करते हुए नजर आ रहे हैं।
अगर हम इस मंदिर के निर्माण के बारे में जाने तो ऐसा बताया जाता है कि लगभग 300 वर्ष पहले इस मंदिर का निर्माण कराया गया था, यहां पर जो हनुमान जी की मूर्ति है वह एक पेड़ की कटाई के दौरान मिली थी, नीम के पेड़ में हनुमान जी की यह मूर्ति 300 वर्ष पहले छिपी हुई दिखाई दी थी, जब इस पेड़ को काटा गया तो यहां पर गोपी वेषधारी हनुमान जी की प्राचीन मूर्ति मिली थी, इस मंदिर के अंदर लोग कैंसर, टीवी, एड्स जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज कराने के लिए आते हैं, बजरंगबली की कृपा से उनको अपनी सभी बीमारियों से मुक्ति प्राप्त होती है।
महाबली हनुमान जी के इस मंदिर में जो भी भक्त दर्शन करने के लिए आता है उसके सभी कष्ट महाबली हनुमान जी दूर करते हैं, जब भक्तों की मनोकामनाएं पूरी हो जाती है तो यहां पर भक्त दोबारा से दर्शन करने के लिए आते हैं, इस मंदिर से कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं जाता है, हर भक्त की मनोकामना बजरंगबली के दर्शन से पूरी हो जाती है।