दुल्हन को लेने अकेले ही पहुँच गया दूल्हा, फिर दुल्हन के घरवालों ने जो किया जान कर यकीन न होगा
विवाह की सभी तैयारियां हो चुकी थी बरातियों के इंतजार में खड़े लड़की के घरवाले उस समय हैरान हो गए जब दूल्हा अकेला ही दुल्हन को लेने के लिए पहुंच गया था दूल्हे के साथ ना कोई बारात थी और ना ही कोई बैंड बाजा दिखाई दिया था लड़की के परिजनों ने बरातियों के स्वागत के लिए सभी तैयारियां कर रखी थी परंतु लड़की के घरवालों की सभी तैयारियां धरी की धरी रह गई थी जब लड़की के पिता ने लड़के से उसके अकेले आने की वजह पूछी तो दूल्हे का जवाब सुनकर लड़की के पिता ने पुलिस को बुला लिया पुलिस के आने से पहले ही लड़की के घरवालों ने दूल्हे का जूते चप्पल से अच्छी तरह स्वागत किया।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सजेती थाना क्षेत्र के रहने वाले रामकुमार ने अपनी पुत्री की शादी रायबरेली के छतोहा के रहने वाले मनीष के साथ तय करी थी शनिवार के दिन इन दोनों का विवाह होने वाला था लड़की के पिता राम कुमार ने बताया कि उसने लगभग 200 बारातियों के स्वागत के लिए भोजन का इंतजाम कर रखा था हम सभी लोग तैयारियां करने के पश्चात बरातियों के आने की प्रतीक्षा में लगे हुए थे परंतु वहां पर अचानक दूल्हा बिना बारातियों के अकेला ही पहुंच गया था दूल्हे के साथ ना कोई बारात नजर आयी थी और ना ही बैंड बाजा नजर आया था जब हमने दूल्हे से इस तरह अकेले आने की वजह पूछी तो उसने कहा कि मैं आपकी बेटी से बहुत ज्यादा प्रेम करता हूं और मेरे घरवाले इस विवाह के लिए बिल्कुल भी राजी नहीं है इसी वजह से मैं आपकी बेटी को लेने के लिए अकेला ही आ गया हूं।
लड़की के पिता ने इस बात की जानकारी भी दी कि जब मैंने दूल्हे की बात सुनी तो सुनने के बाद मुझे उसके ऊपर शक हुआ आपको बता दें कि लड़के ने लड़की के घरवालों को बताया था कि वह एक ब्लॉक प्रमुख है और साथ ही एक विधायक का भांजा भी है तब लड़की के पिता ने तुरंत ही पुलिस को फोन करके इस बात की सूचना दी और बुला लिया जब पुलिस आई तो उनके सामने लड़के ने सारी सच्चाई को बयान किया लड़का किसी विधायक का कोई रिश्तेदार नहीं था और ना ही लड़का कोई ब्लॉक प्रमुख था लड़की के पिता ने कहा कि इस लड़के ने झूठी बातों में मेरी बेटी को अपने प्यार के जाल में फंसाया था और उससे विवाह करना चाहता था जब लड़के ने इस बात को बताया तो लड़की के घरवालों ने लड़के का जम कर स्वागत किया।
आपको बता दें कि लड़की के पिता रामकुमार करीब डेढ़ साल पहले अपनी बेटी आरुषि को SSC की परीक्षा दिलाने के लिए अमेठी लेकर गए हुए थे वहीं पर परीक्षा दिलाने के दौरान उनकी मुलाकात मनीष नाम के लड़के से हुई थी उस समय मनीष ने अपने आपको वहां का ब्लाक प्रमुख बताया था और इसके पश्चात से ही मनीष और आरुषि के बीच दोस्ती हो गई थी और धीरे-धीरे फोन पर बातें होने लगी थी और बहुत ही जल्दी इनकी दोस्ती प्यार में बदल गई थी लड़की के पिता ने बताया कि लड़के ने उन्हें यह बताया था कि वहां के स्थानीय विधायक रिश्ते में उसके मामा लगते हैं मनीष धीरे-धीरे उनके घर पर आना जाना करने लगा और बहुत ही जल्दी उनके परिवार से घुल मिल गया था लड़की के घरवालों को मनीष अच्छा लड़का लगा था फिर शादी की बात चली और 12 मई को शादी का दिन तय हो गया था।
जब मनीष अकेला ही दुल्हन को लेने के लिए पहुंचा तब मनीष में बताया कि उसने किसी के साथ कोई धोखा नहीं किया है मनीष ने इस बात को भी बताया कि रायबरेली के क्षेत्र में सैयद अहमद ब्लाक प्रमुख थे वही जब वह पंचायत प्रमुख बन गए तो उसके बाद मुझे टेंपरेरी बेसिस पर 6 महीने के लिए ब्लॉक प्रमुख का प्रभार सौंप दिया गया था और जब मेरी मुलाकात आरुषि और उसके पिता जी से हुई थी तो उस दौरान में टेंपरेरी ब्लाक प्रमुख था मनीष ने यह भी बताया कि मैं आरुषि से बहुत ज्यादा प्रेम करता हूं मैंने अपने घरवालों से इस रिश्ते के बारे में बात की थी परंतु मेरे घरवाले बिलकुल भी राजी नहीं हुए थे इसी कारण मैं अकेला ही दुल्हन को लेने आया हूं मेरे साथ कोई आए या ना आए मुझे इस बात की कोई परवाह नहीं है चाहे मुझे आरुषि के पिता जी जेल में ही क्यों ना भिजवा दें मुझे किसी बात की कोई चिंता नहीं है।
सजेती थाना अध्यक्ष रविशंकर त्रिपाठी ने बताया कि लड़की पक्ष की तरफ से अभी तक तहरीर नहीं मिली है हमने लड़के के परिजनों को बुलवाया है उनके साथ बातचीत करने के पश्चात ही केस आगे बढ़ेगा।