कभी चॉल में रहता था गौतम अडानी का परिवार, आज हैं एशिया के सबसे रईस उद्योगपति
दुनिया में हर इंसान अपने जीवन में बहुत कुछ करने की सोचता है लेकिन सिर्फ सोचने से ही कोई काम पूरा नहीं होता है। अगर इंसान को अपनी मंजिल हासिल करनी है और जीवन में सफलता पानी है, तो इसके लिए निरंतर कठिन मेहनत करनी पड़ती है। एक कामयाब इंसान बनना चाहते हैं तो इसके लिए कोई भी धंधा छोटा या बड़ा नहीं होता है क्योंकि छोटे स्तर से शुरुआत करके ही इंसान आगे चलकर एक बड़ा मुकाम हासिल करता है।
आप सभी लोगों ने सफलता की बहुत सी कहानियां सुनी होंगी। लेकिन आज हम आपको गौतम अडानी के बारे में बताने वाले हैं क्योंकि कभी गौतम अडानी का परिवार चॉल में रहा करता था परंतु आज वही एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। भारत ही नहीं बल्कि पूरे एशिया में सबसे अमीर उद्योगपति गौतम अडानी एक बार फिर से चर्चा का विषय बने हुए हैं।
चॉल में रहता था परिवार
गौतम अडानी का जन्म गुजरात के अहमदाबाद में 24 जून 1962 को हुआ था। अडानी के छह भाई बहन थे। मौजूदा समय में एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी का परिवार बेहद संपन्न नहीं था। अडानी का परिवार अहमदाबाद के पोल इलाके की शेठ चॉल में रहता था। गौतम अडानी का कारोबारी सफर तब शुरू हुआ, जब वह गुजरात यूनिवर्सिटी से बीकॉम पूरा किए बिना ही मुंबई आए थे। अपनी पढ़ाई तो बीच में ही उन्होंने छोड़ दी और ₹100 लेकर मुंबई आ गए थे। उस समय के दौरान गौतम अडानी की उम्र सिर्फ 18 वर्ष की थी।
जब गौतम अडानी मुंबई पहुंचे तो उन्होंने हिंद्रा ब्रदर्श में महज ₹300 के वेतन पर कार्य किया था लेकिन अडानी के सपनों का आसमान काफी बड़ा था और उन्होंने कुछ ही समय में लगभग 20 साल की आयु में ही हीरे का ब्रोकरेज आउटफिट खोल लिया।
किस्मत का मिला साथ
इसके बाद मुंबई में कुछ साल बिताने के बाद वह अपने भाई की प्लास्टिक की फैक्ट्री में काम करने के लिए वापस अहमदाबाद आ गए। यहां गौतम अडानी ने पीवीसी यानी पॉलिविनाइल क्लोराइड का इंपोर्ट शुरू करने का निर्णय लिया और ग्लोबल ट्रेडिंग में एंट्री ली। प्लास्टिक बनाने में पीवीसी का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होता है। उन्हें यहां भी कामयाबी हासिल हुई।
1988 में अडानी ग्रुप की शुरुआत
आपको बता दें कि पीवीसी इंपोर्ट में ग्रोथ होती रही और प्लास्टिक के कारोबार से पूंजी इकट्ठा कर गौतम अडानी ने साल 1988 में अडानी एक्सपोर्ट लिमिटेड की शुरुआत की। यह कंपनी पावर और एग्रीकलच्र कमोडिटीज के सेक्टर में कार्य करती थी। इसके बाद समय के साथ-साथ एक्सपोर्ट का काम भी तेजी से बढ़ता चला गया और उन्होंने पोर्ट सहित कई कारोबार में हाथ आजमाया। हर जगह पर गौतम अडानी को फायदा मिला।
आपको बता दें कि देश के सबसे तेजी से सबसे बड़े उद्योगपति बनने वाले व्यक्ति गौतम अडानी हैं। अडानी के दो बेटे हैं, जिनका नाम करण और जीत है। वहीं गौतम अडानी की कंपनी के पास कई एयरपोर्ट लीज पर हैं। वहीं कई बंदरगाह भी है। उनके पास दो प्राइवेट जेट भी हैं। वहीं कई अरबों डॉलर की संपत्ति भी उनके नाम है।
चावल मार्केट में गौतम अडानी की एंट्री
आपको बता दें कि कोहिनूर राइस ब्रांड का मालिकाना हक स्विटजरलैंड की कंपनी के पास थी लेकिन अडानी ग्रुप की हाल ही में लिस्ट हुई कंपनी अडानी विल्मर ने कोहिनूर राइस ब्रांड को खरीद लिया है। हालांकि, अब तक यह बात सामने नहीं आ पाई है कि आखिर यह सौदा कितना में हुआ है। लेकिन अब गौतम अडानी चावल किंग भी बनने की तैयारी में हैं। इसी अधिग्रहण के साथ कोहिनूर ब्रांड बासमती चावल के साथ-साथ रेडी टू कुक, रेडी टू ईट और भारत में कोहिनूर ब्रांड के दूसरे पोर्टफोलियो पर एक्सक्लूसिव राइट मिल जाएंगे। अडानी ग्रुप अब फूड मार्केट में भी अपनी उपस्थिति को मजबूत बनाने की तैयारी में जुटी हुई है।
अडानी विल्मर फार्च्यून ब्रांड से लेकर खाद्य तेल और खाने-पीने के दूसरे प्रोडक्ट बनाती हैं। हाल ही में पश्चिम बंगाल में कंपनी ने खस्ताहाल राइस प्रोसेसिंग यूनिट को खरीदा था। इसी के साथ अडानी ग्रुप ने चावल की दुनिया में भी प्रवेश कर लिया। बता दें कि फिलहाल देश में चावल की सालाना खपत 3.5 करोड़ टन के आसपास की है। वहीं कंपनी अब आटा और चावल सेगमेंट में बड़ी बाजी खेलने की तैयारी में है। वैसे अडानी विल्मर के पास पहले से ही भारत में सबसे बड़ा खाद्य तेल आयातक, रिफाइनर और मार्केटर है।
अंबानी को पछाड़ काफी आगे निकले गौतम अडानी
दिग्गज भारतीय उद्योगपति और अडानी समूह के संस्थापक गौतम अडानी एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मालिक मुकेश अंबानी को पछाड़कर उन्होंने यह बुलंदी हासिल की है। अडानी अरबपतियों के कुलीन क्लब में शामिल हो गए हैं, जिनकी संपत्ति 129 बिलियन डॉलर है। शेयर बाजार में शानदार तेजी के चलते अडानी ग्रुप का बाजार पूंजीकरण रिलायंस से अधिक हो गया है।