सपा नेता ने उगला रामचरित मानस को लेकर जहर, कहा- यह बकवास है, धीरेंद्र शास्त्री पर भी दिया बयान
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने ‘रामचरितमानस’ को लेकर विवादित बयान दिया है. रामचरित मानस के खिलाफ स्वामी प्रसाद ने जहर उगला है. मौर्य ने रामचरित मानस को बकवास बताते हुए मानस पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है. स्वामी प्रसाद मौर्य का यह विवादित बयान सुर्ख़ियों में है.
स्वामी सपा नेता और एमएलसी है. रामचरित मानस पर जहर उगलने के साथ ही स्वामी प्रसाद मौर्य ने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री को लेकर भी विवादित बयान दिया है. एक समाचार चैनल से हाल ही में स्वामी प्रसाद मौर्य ने बातचीत की. मानस को लेकर उनका बयान चर्चाओं में है.
एक समाचार चैनल से बातचीत में मौर्य ने कहा कि, कई करोड़ लोग रामचरित मानस को नहीं पढ़ते, सब बकवास है. यह तुलसीदास ने अपनी खुशी के लिए लिखा है. सरकार को इसका संज्ञान लेते हुए रामचरित मानस से जो आपत्तिजनक अंश है, उसे बाहर करना चाहिए या इस पूरी पुस्तक को ही बैन कर देना चाहिए.
रामचरित मानस के कुछ अंश पर आपत्ति
मौर्य ने कहा कि मानस के कुछ अंश पर हमें आपत्ति है. उन्होंने बताया कि तुलसीदास की रामचरितमानस में कुछ अंश ऐसे हैं, जिन पर हमें आपत्ति है. क्योंकि किसी भी धर्म में किसी को भी गाली देने का कोई अधिकार नहीं है. तुलसीदास की रामायण की चौपाई है. इसमें वह शुद्रों को अधम जाति का होने का सर्टिफिकेट दे रहे हैं.
ऐसे धर्म का सत्यानाश हो
आगे सपा नेता ने कहा कि, ब्राह्मण भले ही लंपट, दुराचारी, अनपढ़ और गंवार हो, लेकिन वह ब्राह्मण है तो उसे पूजनीय बताया गया है, लेकिन शूद्र कितना भी ज्ञानी, विद्वान या फिर ज्ञाता हो, उसका सम्मान मत करिए. क्या यही धर्म है? अगर यही धर्म है तो ऐसे धर्म को मैं नमस्कार करता हूं. ऐसे धर्म का सत्यानाश हो, जो हमारा सत्यानाश चाहता हो.
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री बताया धर्म का ठेकेदार
स्वामी प्रसाद ने सुर्ख़ियों में चल रहे बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री को लेकर भी बात की. उन्हें मौर्य ने धर्म का ठेकेदार बताते हुए कहा कि, इस देश का दुर्भाग्य है कि धर्म के ठेकेदार ही धर्म को नीलाम कर रहे हैं. तमाम समाज सुधारकों के प्रयास से देश आज तरक्की के रास्ते पर चल पड़ा है, लेकिन ऐसी दकियानूसी सोच वाले बाबा समाज में रूढ़िवादी परंपराओं, ढकोसला, अंधविश्वास पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.
सनातन धर्म को दफना रहे, ऐसे लोगों के खिलाफ करवाई हो
धीरेंद्र शास्त्री पर भड़कते हुए मौर्य ने आगे कहा कि, धीरेंद्र शास्त्री सनातन धर्म का प्रचार नहीं कर रहे, बल्कि सनातन धर्म को दफना रहे हैं. धीरेंद्र शास्त्री ढोंग-ढकोसला फैला रहे हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. उन्हें प्रतिबंधित कर देना चाहिए. इतना ही नहीं, ऐसे लोगों को जेल में डाल देना चाहिए जो भारत के संविधान की भावनाओं को आहत करते हों.