पितृपक्ष के दिनों में आप इन कार्यों से रहें दूर, क्योंकि इससे पितर होते हैं दुखी
जैसा कि ज्यादातर लोगों को पता है पितृपक्ष की शुरुआत हो चुकी है, हिंदू धर्म में भी श्राद्ध का बहुत महत्व माना गया है और पितृपक्ष शुरू होते ही लोग अपने पितरों का पिंड दान करना आरंभ कर देते हैं, इस वर्ष पितृपक्ष 13 सितंबर 2019 से लेकर 28 सितंबर 2019 तक रहेगा, इस समय के दौरान सभी व्यक्ति अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान, पूजा-पाठ, तर्पण आदि का कर्म करते हैं, ऐसा माना जाता है कि अगर व्यक्ति से पितृपक्ष की पूजा के दौरान अगर कोई भी भूल होती है तो इसकी वजह से पितरों को दुख पहुंचता है, पितरों की आत्मा अशांत हो जाती है, इसी वजह से श्राद्ध के दिनों में पितरों की पूजा करते वक्त आपको बहुत सी सावधानियां बरतनी आवश्यक है।
आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से पितृपक्ष के दिनों में किन कार्यों से दूर रहना चाहिए ताकि हमारे पितर दुखी ना हो, इसकी जानकारी देने वाले हैं, अगर आप भूलकर भी इन कार्यों को करते हैं तो इसके कारण आपके जीवन में परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं।
पितृपक्ष के दिनों में आप इन कार्यों से रहें दूर
- पहली और जरूरी बात आपको यह ध्यान रखना होगा कि पितृपक्ष के दौरान आप गलती से भी किसी भी नई चीज़ की खरीदारी मत कीजिए, बहुत से लोग ऐसे हैं जिनकी आदत होती है कि वह कुछ ना कुछ नई चीजों की खरीदारी करते रहते हैं परंतु आप इन दिनों में ऐसा ना करें तो ही बेहतर रहेगा।
- अगर आप पितृपक्ष के दिनों में अपने पितरों की पूजा कर रहे हैं तो आप उस दिन साबुन लगाकर ना नहाए और ना ही किसी परफ्यूम का प्रयोग कीजिए, पितृपक्ष के दिनों में व्यक्ति को सजना-सवरना नहीं चाहिए।
- अगर आप पितृपक्ष के दिनों में अपने पितरों को भोजन अर्पित करते हैं तो आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि वह भोजन पूरी तरह से सात्विक होना चाहिए, उस भोजन के अंदर प्याज लहसुन का इस्तेमाल ना करें, इसके अलावा आप भोजन को लोहे के बर्तनों में ना बनाएं।
- पितृपक्ष के दिनों में आप दूसरों के घर भोजन करने से बचें क्योंकि इन दिनों में दूसरों के घर भोजन नहीं किया जाता है इसके अलावा आप पितृपक्ष में पान भी ना खाएं।
- पितृपक्ष के दौरान चाहे महिला हो या फिर पुरुष हो उनको अपने बाल नहीं कटवाने चाहिए।
- पितृ पक्ष में हर व्यक्ति को इस बात का ख्याल रखना होगा कि अगर आपके घर में कोई भी अतिथि या निर्धन व्यक्ति आता है तो उसको भोजन अवश्य कराना चाहिए, आप उसको कभी भी खाली हाथ अपने घर से मत जाने दीजिए, इसके अलावा आप किसी भी पशु पक्षी को परेशान और उनको कष्ट ना पहुंचाएं क्योंकि ऐसा बताया जाता है कि पितृपक्ष के दिनों में हमारे पितर किसी ना किसी रूप में धरती पर आते हैं।
- अगर आप पितृपक्ष में ब्राह्मणों को भोजन करा रहे हैं तो आप हमेशा दोपहर के पश्चात ही इनको भोजन खिलाएं और निर्धन लोगों को भी दान दक्षिणा दोपहर के बाद ही दें।
- पितृपक्ष के दौरान आप बासी भोजन का सेवन मत कीजिए, आप इन दिनों ताजे भोजन का ही सेवन करें।