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मुसेवाला की अंतिम अरदास में छलका पिता का दर्द, बताया हत्या के ठीक पहले क्या हुआ था

पंजाब के मशहूर सिंगर और रैपर सिद्धू मुसेवाला की हत्या से पूरा देश हैरान है। बता दें 29 मई की शाम को सिद्धू मूसेवाला अपने कुछ दोस्तों के साथ गांव जा रहे थे तभी कुछ लोगों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। सिद्धू मुसेवाले की हत्या से हर तरफ हड़कंप मचा हुआ है और फैंस भी जाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर उनकी हत्या इस तरह क्यों कर दी गई।

वही कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने इस बात को कुबूल किया है कि उनकी ही गेंग ने सिंगर की हत्या की है। इसी बीच सिद्धू मुसेवाला के पिता बलकौर सिंह का भी बयान आया है जिसके बाद हर किसी की आंखें नम हो गई। उन्होंने अपने बेटे की अंतिम पलों की पूरी कहानी सुनाई है। आइए जानते हैं मूसेवाला के पिता ने क्या कहा?

पिता ने सुनाई बेटे के अंतिम पलों की दर्दभरी दास्तां
दरअसल, 8 जून बुधवार को सिद्धू मुसेवाला के लिए अंतिम अरदास रखी गई थी जिसमें भारी संख्या में लोग जुटे। रिपोर्ट की मानें तो मनसा की अनाज मंडी में आयोजित कार्यक्रम में कई महिलाएं, युवा, बूढ़े और बच्चे तक शामिल हुए। इसके अलावा न सिर्फ पंजाब बल्कि हरियाणा, राजस्थान और हिमाचल समेत कई राज्यों से उनके फैंस भी आए हुए थे। इसी दौरान सिद्दू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने अपने बेटे को याद किया और उन्होंने मौत के अंतिम पलों की दर्द भरी कहानी सुनाई।

sidhu moose wala

बलकौर सिंह ने कहा कि, “मेरा बेटा एक साधारण सीधा-सादा बच्चा था। उसने अपनी मेहनत से मुकाम हासिल किया था। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के बावजूद उसने हमें कभी तंग नहीं किया था। मेरे बेटे ने स्कूल जाने के लिए दूसरी क्लास से 12वीं तक रोजाना 24 किलोमीटर साइकिल चलाई। मैं कभी जेब खर्च तक पूरा नहीं दे सका। उसने अपनी मेहनत से बारहवीं की।

ग्रेजुएशन करने के लिए लुधियाना के गुरुनानक इंजीनियरिंग कॉलेज चला गया। लुधियाना में इंजीनियरिंग कॉलेज की पढ़ाई के दौरान भी वह गाने लिख कर अपना खर्चा खुद उठाता था। बुलंदियों तक पहुंचने के बाद भी अपने पास पर्स नहीं रखा। एक हजार रुपए की जरूरत होती तो मुझसे मांगता था। जब भी घर से निकलता, हमेशा पैर छूकर और आज्ञा लेकर जाता था। गाड़ी की सीट पर बैठकर भी मां के गले लगकर जाता था।”

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बता दें, इस दौरान मुसेवाला के पिता भावुक हो गए और उन्होंने कहा कि, “29 मई को मां गांव में किसी की मौत होने पर वहां गई थी। मैंने मूसेवाला को कहा कि मैं साथ चलता हूं। तब मैं खेत से आया था। मूसेवाला ने कहा कि आपके कपड़े गंदे हैं। उसने मुझसे कहा कि आप खेत से आये हो आराम करो। मैं 5 मिनट में जूस पीकर वापस आता हूं। आज मेरे बेटे के साथ ऐसा हुआ है और कल किसी और के बेटे के साथ ऐसा न हो, इसलिए सरकार को प्रयास करने चाहिए।

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मुझे तो आज तक पता नहीं है कि मेरे बेटे का कसूर क्या था। मेरे पास कभी भी बेटे की शिकायत नहीं आई थी। मेरा बेटे ने रोकर मुझसे पूछा था कि आखिर हर गलत बात मेरे ऊपर क्यों लग जाती है। इतनी बड़ी संख्या में आप लोगों के जुटने से हमें साहस मिला है और गम को कम करने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि मेरे बेटे ने कभी गनमैन नहीं रखे क्योंकि उसे कभी लगा ही नहीं कि उसे कोई खतरा है।”

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मुसेवाला के पिता ने बताया था खुद को बदनसीब
इसके अलावा उन्होने कहा कि, “मैं हमेशा अपने बेटे के साथ परछाईं की तरह लगा रहा, लेकिन आखिरी वक्त में उसके साथ नहीं रह पाया। हमारे सामने पहाड़ जैसा दुख है। हम कहते जरूर हैं कि जी लेंगे, लेकिन ऐसा होना आसान नहीं है। कहते हैं कि जिंदगी में कोई बचपन में दुख झेलता है तो कोई बुढ़ापे में। लेकिन मैं इतना बदनसीब हूं कि बचपन भी बुरा था और अब बुढ़ापे में बच्चे की मौत का गम झेलना पड़ रहा है।”

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गौरतलब है कि, सिद्धू मुसेवाला पंजाब के मशहूर सिंगर और रैपर थे जिनकी 29 मई की शाम को गोली मारकर हत्या कर दी गई। सिद्धू मूसेवाला ने न सिर्फ पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में अपनी एक खास पहचान बनाई थी, बल्कि उन्होंने हिंदी फिल्मों में भी कई गाने गाए थे। उन्होंने बहुत कम उम्र में बड़ा नाम कमा लिया था और देशभर में उनकी फैन फॉलोइंग भी जबरदस्त थी। बता दे इंस्टाग्राम पर सिद्धू के करीब 7.2 मिलीयन फॉलोअर्स थे।

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