भगवान शिवजी के इन चमत्कारिक मंदिरों में शिवलिंग बदलता रहता है रंग, सावन में करें दर्शन
भगवान शिव जी का सबसे प्रिय महीना सावन चल रहा है। लोग इस महीने में भगवान शिव जी की पूजा आराधना करके इनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। सावन के माह में शिव मंदिरों के अंदर भक्तों की भारी भीड़ लगी रहती है, परंतु वर्तमान समय में कोरोना वायरस की वजह से मंदिरों में जाकर भगवान के दर्शन करना संभव नहीं है। वैसे देखा जाए तो हमारे देश भर में भगवान शिव जी से जुड़े हुए बहुत से चमत्कारिक मंदिर है, जिनकी कोई ना कोई विशेषता अवश्य है। आज हम आपको भगवान शिव जी के कुछ ऐसे खास मंदिरों के बारे में जानकारी देने वाले हैं, जहां पर स्थित शिवलिंग अपना रंग बदलता रहता है। जी हां, सावन और शिवरात्रि के दिनों में इन मंदिरों के अंदर लोग देश-विदेश से दर्शन करने के लिए आते हैं, और भगवान शिव जी के चमत्कार को नमस्कार करते हैं।
नर्मदेश्वर महादेव मंदिर (उत्तर प्रदेश)
भगवान शिव जी का यह मंदिर बहुत ही अनोखा है। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीर जिले में स्थित महादेव का यह मंदिर “नर्मदेश्वर महादेव मंदिर” के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर के अंदर मेंढक की पूजा की जाती है। इस मंदिर में जो शिवलिंग है, वह अपना रंग बदलता रहता है। ऐसा कहा जाता है कि यह मंदिर मांडूक तंत्र पर आधारित है और यहां भगवान शिव मेंढक की पीठ पर विराजमान है।
अचलेश्वर महादेव मंदिर (राजस्थान)
देवों के देव महादेव का एक प्रसिद्ध मंदिर राजस्थान के धौलपुर में स्थित है, जिसको “अचलेश्वर महादेव मंदिर” के नाम से लोग जानते हैं। यह मंदिर दुनिया भर में अपने चमत्कार को लेकर प्रसिद्ध है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर के अंदर जो शिवलिंग स्थित है, वह दिन में तीन बार अपना रंग बदलता है. सुबह के समय इस शिवलिंग का रंग लाल होता है, दोपहर के समय शिवलिंग केसरिया रंग का होता है और शाम के समय शिवलिंग का रंग श्यामा हो जाता है। आखिर इस शिवलिंग का रंग क्यों बदलता रहता है? इसके बारे में अभी तक कोई भी जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई है। इस मंदिर में कुंवारे अपनी जल्द शादी की मनोकामना पूरी करने के लिए आते हैं। भगवान शिव जी का यह मंदिर भक्तों की बीच आस्था का केंद्र बना हुआ है। यहां पर भगवान शिव जी के पैरों के अंगूठे के निशान भी देखने को मिलते हैं।
लिलौटी नाथ शिव मंदिर (पीलीभीत)
भगवान शिव जी का लिलौटी नाथ शिव मंदिर दिन में तीन बार अपना रंग बदलता है। सुबह के समय यह काला होता है, दोपहर में भूरा होता है और रात के समय हल्के सफेद रंग का दिखाई देता है। ऐसा बताया जाता है कि यहां पर आज भी अश्वत्थामा और आल्हा-उदल मंदिर में पूजा करने के लिए आते हैं।
कालेश्वर महादेव मंदिर (उत्तर प्रदेश)
भगवान शिव जी का कालेश्वर महादेव मंदिर उत्तर प्रदेश के घाटमपुर तहसील जिले के सिमौर गांव में स्थित है। इस मंदिर के बारे में ऐसा कहा जाता है कि यहां सूर्य की रोशनी में शिवलिंग तीन बार अपना रंग बदलता है। इस अद्भुत और चमत्कारी नजारे को देखने के लिए दूर-दूर से लोग यहां पर आते हैं। मान्यता अनुसार इस शिवलिंग के दर्शन जो व्यक्ति करता है उसके जीवन के सभी दुख दूर हो जाते हैं।