सुशांत की तरह मेरे बेटे को बर्बाद करने की रची साजिश… प्रियंका के बाद शेखर सुमन का छलका दर्द
बॉलीवुड इंडस्ट्री में जहां कई कलाकार रातों-रात सुपरस्टार बन जाते हैं तो कई कलाकार कड़ी मेहनत के बावजूद वो सफलता हासिल नहीं कर पाते हैं जिनके वह हकदार होते हैं। गौरतलब है कि बॉलीवुड इंडस्ट्री में अक्सर नेपोटिज्म पर बहस होती रही है। अब हाल ही में प्रियंका चोपड़ा ने बॉलीवुड इंडस्ट्री पर कई तरह के आरोप लगाए थे।
प्रियंका के मुताबिक, लोगों ने उन्हें बॉलीवुड से बाहर करने की साजिश रची थी। एक्ट्रेस के इस बयान पर कई लोगों ने उनका समर्थन किया। अब इसी फेहरिस्त में जाने-माने अभिनेता शेखर सुमन ने भी बॉलीवुड इंडस्ट्री की पोल खोल डाली और उन्होंने अपने बेटे अध्ययन सुमन का कैरियर बर्बाद करने वालों का भी खुलासा किया।
इन फिल्मों में नजर आए एक्टर के बेटे
बता दें, शेखर सुमन के बेटे अध्ययन सुमन ने फिल्म ‘हाल ए दिल’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। हालांकि उन्हें सफलता इमरान हाशमी और कंगना रनौत की फिल्म ‘राज-2’ से मिली जिसमें उनकी परफॉर्मेंस को काफी पसंद किया गया। इसके बाद उन्होंने महेश भट्ट की फिल्म ‘जश्न’ में मुख्य किरदार निभाया। इसके बाद उन्होंने ‘फास्ट फारवर्ड’, ‘देहरादून डायरी’ और ‘हिम्मतवाला’ जैसी फिल्मों में काम किया। हालांकि इसी बीच कई लोगों ने अध्ययन सुमन के करियर को बर्बाद करने की चाल चली जिस पर पहली बार शेखर सुमन ने खुलकर बातचीत की।
अध्ययन को बर्बाद करने की रची साजिश
उन्होंने हाल ही में हुए इंटरव्यू के दौरान बताया कि, “मैं इंडस्ट्री में कम से कम चार लोगों को जानता हूं जिन्होंने मुझे और अध्ययन को कई प्रोजेक्ट्स से हटाने के लिए गैंग अप हुए। मैं यह पक्का जानता हूं कि इन ‘गैंगस्टर्स’ का बहुत दबदबा है और वो जहरीले सांपों से भी ज्यादा खतरनाक है। लेकिन सच तो यह है कि वे रुकावट पैदा कर सकते हैं, लेकिन हमें रोक नहीं सकते। कैसे एक कबीले ने उनके बेटे अध्ययन के करियर को फ्लॉप करने की कोशिश की, लेकिन आखिरकार उसके टैलेंट ने उसे अच्छी जगह दी।”
एक्टर ने आगे बताया कि, “फिल्म इंडस्ट्री के अंदर कुछ गुट काम करते हैं। यह लगभग माफियाओं की तरह है जो उत्पादन, कास्टिंग, सब कुछ नियंत्रित करते हैं। ये बस अपने लोगों के मौका देते हैं, बाहर से किसी को अंदर नहीं आने देते हैं। पिछले कुछ समय से ऐसा ही चल रहा है। उसी का शिकार हुए थे सुशांत। अच्छा करने के बावजूद अचानक उन्हें लगा कि उनका फलता-फूलता करियर अचानक थम गया है।
यहीं उनके डिप्रेशन का कारण बना। मेरा बेट तब कुछ नहीं कर पाया क्योंकि उन्होंने बहुत सारी मुश्किलें पैदा कीं। अध्ययन ने इसका मुकाबला किया और अब उसे संजय लीला भंसाली ने साइन कर लिया है और कई अन्य लोग दिलचस्पी दिखा रहे हैं। आखिरकार, आप प्रतिभा को रोक नहीं सकते। आप किसी प्रतिभा को विफल करने की कोशिश कर सकते हैं लेकिन वह ऊपर उठ जाएगी।”
प्रियंका को लेकर भी कही ये बातें
वहीं शेखर सुमन ने प्रियंका चोपड़ा के बारे में बात करते हुए कहा था कि, “मुझे ऐसा नहीं लगता। आज के समय में लोग यहां और हॉलीवुड में भी काम कर रहे हैं। प्रियंका हॉलीवुड चली गईं और वापस आकर यहां काम किया है। प्रियंका को वास्तव में धमकाया गया था और सचमुच छोड़ने के लिए कहा गया था।
वो सर्वाइव कर सकती थी, लेकिन अगर टॉप के प्रोड्यूसर्स और प्रोजेक्ट्स ने उसके साथ कुछ भी करने से इनकार कर दिया तो वह उस तरह की नहीं थी जो शायद कुछ भी कम या औसत दर्जे के लिए तय करती। इसलिए उसने हॉलीवुड में हाथ आजमाने का फैसला किया। सौभाग्य से वो सफल रही। बॉलीवुड का नुकसान, हॉलीवुड का फायदा।”