जानिए शनिवार व्रत पूजन की सही विधि, जीवन के अनेको दु:ख और विपत्तियां हो जाएंगी दूर
शनिदेव एक ऐसे देवता हैं यदि इनकी कुदृष्टि किसी व्यक्ति पर पड़ जाए तो उस व्यक्ति के जीवन में बहुत से दुख उत्पन्न होने लगते हैं, व्यक्ति किसी ना किसी परेशानी में फंसा रहता है, शनि की कुदृष्टि से राजाओं का वैभव भी नष्ट हो जाता है, अगर व्यक्ति के ऊपर शनि की साढ़ेसाती की दशा चल रही है तो इसकी वजह से जीवन कष्टकारी व्यतीत होता है, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी ग्रहों में शनि ग्रह सबसे क्रूर ग्रह माना गया है, इसका बुरा प्रभाव मनुष्य के लिए बहुत ही हानिकारक साबित होता है।
शनिदेव की बुरी दृष्टि से बचने के लिए बहुत से लोग ऐसे हैं जो शनिवार के दिन व्रत करते हैं और शनिदेव की पूजा करते हैं, वैसे आप शनिवार का व्रत कभी भी आरंभ कर सकते हैं, परंतु अगर आप श्रावण मास में शनिवार का व्रत शुरु करते हैं तो इसका विशेष महत्व माना जाता है, आज हम आपको शनिवार का व्रत कैसे करें और इससे आपको क्या-क्या लाभ मिलेंगे इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं।
शनिवार व्रत विधि | Shanivar Vrat Vidhi
- अगर आप शनिवार का व्रत कर रहे हैं तो आपको प्रातः काल यानी कि ब्रह्म मुहूर्त में उठना होगा और उसके बाद आपको नदी या फिर कुएं के जल से स्नान करना होगा।
- जब आप स्नान कर ले तब आप पीपल के पेड़ पर जल अर्पित कीजिए।
- शनिवार व्रत पूजन में आप लोहे से बनी हुई शनि देवता की मूर्ति लीजिए और इसको आप पंचामृत से स्नान कराएं, इसके पश्चात आपको शनि देवता की मूर्ति को चावल से बनाए 24 दल के कमल पर स्थापित करना होगा और काले तिल, धूप, काले वस्त्र, फूल और तेल आदि से शनिदेव की पूजा कीजिए।
- आप अपने हाथ में चावल और फूल लेकर भगवान शनि देव की व्रत कथा सुनें और पूजा करते समय आपको काले वस्त्र धारण करना होगा।
- जब आप शनि देवता की पूजा कर रहे हो तो उस समय के दौरान आप शनि देवता के 10 नामों कोणस्थ, कृष्ण, सौरि, पिप्पला, यम, पिंगलो, रोद्रोतको, बभ्रु, मंद, शनैश्चर का उच्चारण कीजिए और पूजा समाप्त होने के पश्चात पीपल के पेड़ के तने पर सूत के धागे से सात परिक्रमा कीजिए।
- जब आप पीपल के पेड़ की परिक्रमा पूरी कर ले तब आप मंत्र “शनैश्चर नमस्तुभ्यं नमस्ते त्वथ राहवे।, केतवेअथ नमस्तुभ्यं सर्वशांतिप्रदो भव॥” के साथ शनि देवता से प्रार्थना कीजिए।
- आप व्रत वाले दिन काले कुत्ते और कौए को तेल में चुपड़ी हुई रोटी और गुलाब जामुन अवश्य खिलाएं, इससे आपको लाभ मिलेगा।
जानिए शनिवार का व्रत करने के लाभ | Shanivar Vrat Benefits
- अगर आप शनिवार का व्रत करते हैं और इस दिन शनि देवता की पूजा करेंगे तो इससे शनिदेव की को दृष्टि से सुरक्षा होती है, इतना ही नहीं बल्कि शनिवार का व्रत करने से राहु-केतु की को दृष्टि से भी आपकी सुरक्षा होगी।
- शनिवार का व्रत करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी और आपका मंगल होगा।
- अगर आप शनिवार का व्रत कर रहे हैं और व्रत के दौरान शनि स्त्रोत का पाठ करते हैं तो इससे धन-संपत्ति का सुख मिलता है, सामाजिक क्षेत्र में मान सम्मान की प्राप्ति होती है।