पहली बार सेल्फी ने बचाई जान वरना जाना पड़ता 99 साल के लिए जेल
आजकल लोग हर जगह पर सेल्फी लेते हुये नजर आते हैं, यहाँ तक कुछ लोगों को तो सेल्फी लेने का जुनून सवार होता हैं, वहीं दूसरी तरफ ऐसा भी देखा गया है की कुछ लोगों को इसमे जरा भी दिलचस्पी नही होती मगर पहली बार ऐसा हुआ की सेल्फी ने किसी की को जेल जाने से बचा लिया। दरअसल हाल ही में अमरीका में सेल्फी को सबूत के तौर पर पेश किया गया है सबसे अच्छी बात ये रही की इस सेल्फी की वजह से ही एक युवक उस जुर्म के लिए बारी हो गया जो उसने किया ही नहीं था वरना उसे अपना बाकी का जीवन में जेल में नहीं बिताना पड़ा और वह बेगुनाह साबित हुआ।
यह मामला 21 साल के टेक्सन क्रिस्टोफर पर उनकी है स्कूल की एक्स गर्लफ्रेंड बेल काउंटी ने अपने घर को तोड़ने का आरोप लगाया था, बता दें कि इस युवक की एक्स गर्लफ्रेंड ने आरोप लगाया था कि क्रिस्टोफर ने उनकी छाती पर एक्स का निशान बना दिया था और उसके चेहरे को कई जगह से भी काट दिया था। इस महिला ने पुलिस को अपने हस्तलिखित बयान में लिखा था कि क्रिस्टोफर ने उसके चेहरे को स्लाइस की तरह काट दिया था। महिला के रिपोर्ट करने पर पुलिस अधिकारियों ने सितंबर में क्रिस्टोफर के खिलाफ वारंट जारी किया था, बता दें कि उस समय वह युवक लकड़ी के यार्ड में काम कर रहा था। लेकिन जब युवक के ग्राहकों ने पुलिस अधिकारियों से पूछा कि उसके ऊपर किस आधार पर आरोप लगाए का रहे हैं तो पुलिस अधिकारियों ने कहा कि आप नहीं जानते कि आप किस बारे में बात कर रहे हैं।
इस मामले को लेकर वकील ने कहा कि युवक को 99 साल की सजा भी सकती थी, युवक के ऊपर जब यह आरोप लगाया गया तब वह पूरी तरह से दर गया था। लेकिन युवक ने यहा दावा किया कि उसने उस महिला को दो वर्षो तक नहीं देखा था और वह कहाँ रहती हैं इसके बारे में भी वह कुछ नहीं जानता हैं। बता दें कि उस युवक ने अमेरिकी सेना में शामिल होने के लिए आवेदन किया था लेकिन आरोप सामने आने के बाद उसके आवेदन को रद्द कर दिया गया। इसके अलावा उस युवक के माता-पिता को 150000 डॉलर का जमानत शुल्क भी देना पड़ा था, लेकिन यह युवक बेगुनाह उस समय साबित हुआ जब उसकी एक ली हुयी सेल्फी को सबूत के तौर पर पेश किया गया।
दरअसल युवक की माँ ने यह साबित करने की कोशिश की जब यह घटना घटित हुयी थी तब वह वहाँ नहीं था बल्कि अपनी माँ और दोस्तों के साथ एक होटल में ठहरा हुआ था और यह होटल घटना स्थल ले 70 मिल की दूरी पर था। सौभाग्य की बात यह हैं कि उस समय उस युवक ने सेल्फी ली थी और इसमें वह युवक अपनी माँ और दोस्तों के साथ नजर आ रहा था। युवक ने इस तस्वीर को ट्विटर और इंस्टाग्राम पर उसी समय शेयर किया था। बता दे कि बेल काउंटी अभियोजक के कार्यालय ने इस सेल्फी को सबूत के तौर पर देखते हुये इस मामले को खारिज कर दिया और इस तरह एक सेल्फी ने उस युवक को जेल की सजा से बचा लिया, वरना इस मामले में उस युवक को 99 साल की सजा हो सकती थी।
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