रोज मंदिर जाने से हेल्थी रहता है इंसान, इसके वैज्ञानिक लाभ जान नास्तिक भी बन जाएगा आस्तिक
भारत में लोग भगवान के ऊपर गहरी आस्था रखते हैं। यही वजह है कि यहां आपको हर गली मोहल्ले में एक मंदिर जरूर मिल जाएगा। यहां अक्सर भक्तजनों का ताता लगा रहता है। हालांकि कुछ लोग मंदिर जाने की बजाय घर पर रहकर ही पूजा पाठ करना पसंद करते हैं। उनका मानना होता है कि भगवान हर जगह होते हैं। ये बात सही है। लेकिन रोज मंदिर जाने के अपने अलग लाभ हैं। यह लाभ सिर्फ धार्मिक ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक भी हैं।
मंदिर जाने धार्मिक लाभ
धार्मिक मान्यताओं की माने तो रोज मंदिर जाने और भगवान के सामने माथा टेकने से जीवन में सुख, शांति और पैसा मिलता है। आपके सभी दुख खत्म होते हैं। आप मंदिर में कोई मान भी ले सकते हैं। इससे आपकी सभी समस्याएं गायब हो जाती है। भगवान के आशीर्वाद से आपकी जिंदगी में खुशियों की बहार आती है। भगवान आपका हर पल साथ देते हैं। आपको सुरक्षित रखते हैं। इसलिए शास्त्रों में भी मंदिर जाने और भगवान की पूजा पाठ करने की बात कही गई है।
मंदिर जाने का वैज्ञानिक लाभ
आपको जान हैरानी होगी कि मंदिर जाने के वैज्ञानिक लाभ भी हैं। इन्हें जानने के बाद नास्तिक भी मंदिर जाना शुरू कर देंगे। मंदिर जाने का सही समय सुबह का होता है। इसके लिए व्यक्ति को रोज ब्रह्म मुहूर्त में उठना पड़ता है। ऐसा कर वह अपने डेली के काम जैसे उषापान, शौच, दन्त धावन, स्नान इत्यादि जल्दी से निपटा लेता है। इससे उसकी लाइफ साइकिल अच्छी हो जाती है। वह सेहतमंद रहता है।
सुबह-सुबह मंदिर जाने के लिए इंसान अपने घर से पैदल ही नजदीकी मंदिर की ओर निकल पड़ता है। इस तरह सुबह के समय उसकी वॉक हो जाती है। वहीं वह ताजी हवा का आनंद भी लेता है। यह शुद्ध हवा और वॉक उसकी सेहत के लिए अच्छी होती है। इतना ही नहीं उसे मंदिर से लौटते समय सूरज की रोशनी भी मिलती है। सुबह-सुबह की रोशनी में विटामिन डी काफी होता है।
मंदिर जाने पर वहां शंख और घंटियों की ध्वनि भी सुनाई देती है। इससे मन को एक तरह की शांति मिलती है। यह ध्वनियाँ आपका दिमाग रीलैक्स करती है। आपको ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है। बता दें कि कई योग शिविर इसी तरह की आवाजों का उपयोग ध्यान केंद्रित करने के लिए किया जाता है।
मंदिर में आपको एक पॉजिटिव एनर्जी वाला वातावरण मिलता है। यहां की अगरबत्तियों, फूलों और धूप की सुगंध आपका मन पॉजिटिव कर देती है। आपके अंदर की सारी नेगेटिविटी दूर हो जाती है। वहीं मंदिर में तुलसी, दही, शहद, देसी घी और मिश्री जैसी आयुर्वेदिक और हेल्थी चीजों का प्रसाद व पंचामृत भी मिलता है। इसके सेवन से भी सेहत को लाभ होता है।