सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या को कर ले यह सरल उपाय, बदल जाएगी किस्मत, पितृदोष होंगे दूर
जैसा कि आप सभी लोग भली-भांति जानते हैं कि पितृपक्ष के दिनों में व्यक्ति अपने पूर्वजों का पिंडदान तर्पण करते हैं, ऐसा कहा जाता है कि ऐसा करने से व्यक्ति के ऊपर से पितृ दोष दूर हो जाते हैं, ज्योतिष में भी पितृदोष का बहुत अधिक महत्व माना गया है, अगर हम प्राचीन ज्योतिष ग्रंथों के अनुसार देखें तो पितृदोष को सबसे बड़ा दोष बताया गया है, अगर पितृदोष से कोई व्यक्ति पीड़ित होता है तो इसकी वजह से उसके जीवन में तरह-तरह की परेशानियां उत्पन्न होने लगती है, उसको अपने पूरे जीवन काल में बहुत से कष्ट झेलने पड़ते हैं, जिस व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष होता है उसके पास हमेशा धन की कमी बनी रहती है, इतना ही नहीं बल्कि वह मानसिक रूप से भी परेशान रहता है, उसको बहुत से वाद-विवाद का भी सामना करना पड़ जाता है, वह कोई भी कार्य करता है तो उसमें उन्नति प्राप्त करने में बाधाएं उत्पन्न होने लगती है।
ज्योतिष शास्त्र में कुछ आसान उपायों के बारे में जिक्र किया गया है जिनको अगर सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या के दिन किया जाए तो इससे पितृ दोष से छुटकारा मिलता है, इस बार सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या 28 सितंबर 2019 को पड़ रही है, आप इस दिन कुछ आसान से उपाय करके पितृदोष के प्रभाव को कम कर सकते हैं।
सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या के दिन करें यह उपाय
- अगर आप चाहते हैं कि आपको अपने पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त हो तो ऐसी स्थिति में आप सर्व पितृ अमावस्या के दिन दक्षिण दिशा की दीवार पर अपने स्वर्गीय परिजनों की तस्वीर लगाकर उस पर हार लगाएं और उनकी पूजा कीजिए, इससे उनका आशीर्वाद मिलेगा और पितृ दोष से भी छुटकारा मिल जाएगा।
- अगर आप सर्वपितृ अमावस्या के दिन जरूरतमंद लोगों और ब्राह्मणों को भोजन कराते हैं तो इससे आपके पितर प्रसन्न होते हैं, भोजन कराने के साथ-साथ आप अपने पितरों की पसंदीदा कोई ना कोई वस्तु इनको दान अवश्य करें।
- अगर आप सर्वपितृ अमावस्या के दिन किसी निर्धन कन्या का विवाह करवाते हैं या फिर किसी बीमार व्यक्ति की सहायता करते हैं तो इससे आपको लाभ प्राप्त होता है।
- आप सर्व पितृ अमावस्या के दिन सुबह के समय नहाकर नंगे पैर शिव मंदिर में जाइए और वहां पर आक के 21 पुष्प, कच्ची लस्सी, बेलपत्र के साथ शिवजी की पूजा आराधना कीजिए, अगर आप यह उपाय करते हैं तो इससे पितृ दोष का प्रभाव कम होगा।
- आप सर्व पितृ अमावस्या के दिन पीपल या बरगद का पेड़ लगाएं, इसके अलावा विष्णु जी के मंत्र का जाप और श्रीमद् भागवत गीता का पाठ करने से पितरों की आत्मा को शांति प्राप्त होती है, जिसकी वजह से पितृदोष में कमी आएगी।
- आप सर्व पितृ अमावस्या के दिन अपनी शक्ति अनुसार गरीबों को कपड़े और अनाज का दान कीजिए, इससे पितृ दोष का प्रभाव कम होता है, इसके अलावा आप इस दिन शाम के समय दीपक जलाएं और नाग स्त्रोत, महामृत्युंजय मंत्र या फिर रूद्र सूक्त या पितृ स्त्रोत्र और नवग्रह स्त्रोत का पाठ कीजिए।
- आप सर्वपितृ अमावस्या के दिन अपने पितरों के नाम पर गरीब विद्यार्थियों की सहायता करें इससे आपको अवश्य लाभ प्राप्त होगा।