मौत के 6 महीने बाद हुई शादी, बारात निकली 7 फेरे भी हुए, रुला देगी ये अनोखी प्रेम कहानी
सच्चा प्यार हर किसी को नसीब नहीं होता है। लेकिन जब ये आपको मिल जाए और आपके परिवार वाले इसके खिलाफ हो जाए तो इंसान का दिल टूटकर बिखर जाता है। फिर वह अपने प्यार को हासिल करने के लिए जान तक दाव पर लगा देता है। गणेश और रंजना ने भी ऐसा ही किया। परिवार के विरोध के बाद दोनों ने अपनी जान दे दी। लेकिन अब दोनों के मरने के 6 महीने बाद इनकी शादी खुद परिवारवालों ने करवा दी।
6 महीने पहले प्रेमी जोड़े ने की थी आत्महत्या
दरअसल यह अनोखा मामला गुजरात के तापी जिले का है। यहाँ नेवला गांव में गणेश और रंजना नाम का प्रेमी जोड़ा एक दूसरे से बहुत प्रेम करता था। दोनों शादी कर अपने प्यार को नेक्स लेवल पर ले जाना चाहते थे। लेकिन दोनों के परिजन इस शादी के लिए नहीं माने। वजह गणेश और रंजना का एक दूसरे का दूर का रिश्तेदार होना था। परिजन रिश्तेदारी में ही शादी के खिलाफ थे।
जब घरवालों ने शादी करने से मना किया तो गणेश और रंजना भाग गए। फिर कुछ समय बाद दोनों की लाश पेड़ पर लटकी मिली। प्रेमी जोड़े ने फांसी लगा अतमहत्या कर ली। दोनों के शव एक दूसरे की बाहों में थे। मतलब मरने से पहले दोनों ने एक दूसरे को गले लगाया। गणेश और रंजना की ये हालत देख परिजन बड़े दुखी हुए। उन्हें एहसास हुआ कि उन्होंने एक सच्चे प्रेमी जोड़े को खत्म कर दिया। यह अगस्त 2022 की बात है।
मौत के बाद परिजनों ने करवाई शादी
इसके बाद परिजनों ने निर्णय लिया कि वह दोनों की शादी फिर करवाएंगे। और गणेश और रंजना की मौत के 6 महीने बाद परिजनों ने इनकी शादी करवा दी। इसके लिए उन्होंने दोनों का पुतला बनवाया। फिर शादी की सभी रस्में जैसे बारात, जयमाला और फेरे इत्यादि कारवाई। इस शादी में लड़का-लड़की का पूरा परिवार शामिल हुआ। इनके परिजन रमेशभाई पडवी बताते हैं कि ऐसा दोनों की आत्मा की शांति के लिए किया गया। यह शादी आदिवासी रीति रिवाजों से सम्पन्न हुई।
अब यह पूरा मामला सोशल मीडिया और इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग इस कपल की लव स्टोरी जानकर हैरान हैं। खासकर परिजनों का इनकी मरने के बाद शादी करवाना कई लोगों को हजम नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि पहले ही यदि परिवार प्रेमी जोड़े को शादी की हां बोल देता तो आज ये दिन नहीं देखना पड़ता। इस प्रेमी जोड़े की तरह और भी कई ऐसे कपल हैं जो परिजनों के विरोध के बाद मौत के गले लगा लेते हैं।