रक्षाबंधन,राखी बाँधने के शुभ मुहूर्त
भारत एक धार्मिक देश है। यहाँ हिंदू धर्म के साथ ही इस्लाम, सिख, ईसाई के साथ ही कई धर्म माने जाते हैं। हर धर्म की अपनी कुछ मान्यताएँ होती हैं। हिंदू धर्म की भी कुछ मान्यताएँ हैं। हिंदू धर्म के हिसाब से साल में कई त्योहार-पर्व मनाए जाते हैं। जो लोग हिंदू धर्म को मानते हैं, वह एक साल में कई त्योहार मनाते हैं। कुछ त्योहार बहुत ही ज़्यादा महत्वपूर्ण होते हैं। हर त्योहार किसी ना किसी मक़सद की वजह से मनाया जाता है। भाई बहन के प्यार के रूप में राखी का त्योहार मनाया जाता है।
इस साल 26 अगस्त को मनाया जाएगा रक्षाबंधन:
सावन के महीने में भाई-बहन के निस्वार्थ प्रेम के प्रतीक के रूप में राखी का त्योहार पूर्णिमा को मनाया जाता है। सावन कले महीने की शुरुआत हो चुकी है और सावन का महीना 26 अगस्त को ख़त्म हो रहा है। यानी 26अगस्त को इस बार सावन की पूर्णिमा है। इस बार रक्षाबंधन का त्योहार 26 अगस्त को मनाया जाएगा। रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बाँधती हैं। बदले में भाई उनकी हिफ़ाज़त का वादा करता है। बहन भाई की कलाई पर राखी बाँधकर उसके स्वस्थ्य जीवन की कामना करती है।
इस साल राखी के दिन भद्रा नहीं पड़ रहा है, इसलिए राखी सुबह से लेकर शाम तक बांधी जा सकती है। जिस साल भद्रा होता है, उस साल राखी विशेष मुहूर्त में ही बांधी जाती है। हालाँकि इस साल भी बीच-बीच में कुछ समय राखी बाँधने से बचना उचित रहेगा। ज्योतिष पंचांगों के अनुसार इस साल सावन की पूर्णिमा 25 अगस्त को दोपहर 3:16 से शुरू होकर 26 अगस्त को शाम के 5:25 तक रहेगी। घनिष्ठा नक्षत्र दोपहर 12:35 सूर्योदय व्यापिनी तिथि मानने की वजह से रात में भी राखी बांधी जा सकती है।
ये है राखी बाँधने का शुभ मुहूर्त:
सुबह 7:43 बजे से 9:18 बजे तक चर,
सुबह 9:18 बजे से लेकर 10:53 बजे तक लाभ,
सुबह 10:53 बजे से लेकर 12:28 बजे तक अमृत,
दोपहर 2:03 बजे से लेकर 3:38 बजे तक शुभ,
सायं 6:48 बजे से लेकर 8:13 बजे तक शुभ,
रात्रि 8:13 बजे से लेकर 9:38 बजे तक अमृत,
रात्रि 9:38 बजे से लेकर 11:03 बजे तक चर,
इन मुहूर्तों में राखी बांधी जा सकती है। अमृत मुहूर्त के समय राखी बाँधना बहुत ही फलदायी माना जाता है। इसलिए कोशिश करें कि इसी समय अपने भाई को राखी बाँधें और भाई भी अपनी बहनों से इसी समय राखी बँधवाएँ।
अन्य धर्मों के लोग भी मनाते हैं भाई-बहन के प्यार के इस पर्व को:
बचपन में दुनिया के हर भाई बहन आपस में लड़ते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वो एक-दूसरे को प्यार नहीं करते हैं। जब भी कभी ज़रूरत होती है, बहन अपने भाई के लिए और भाई अपनी बहन के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। बहन-भाई के प्यार के रिश्ते को और मज़बूत बनाने के लिए भारत में राखी का पर्व मनाया जाता है। आपको बता दें कि केवल हिंदू धर्म के लोग ही नहीं बल्कि अन्य धर्मों के लोग भी बहन-भाई के प्यार के इस पर्व को मनाते हैं।