इस वजह से राकेश रोशन ने जिंदगी भर गंजे रहने की खाई कसम, जानकर नहीं होगा यकीन
आप सभी लोगों ने हाल ही में सोशल मीडिया पर हुए एक वायरल वीडियो को तो जरूर देखा होगा उस वीडियो में एक अंकल गोविंदा की फिल्म में फिल्माया गया गाना “मय से, मीना से” पर ऐसा जबरदस्त डांस किया था जिसके बाद वह अंकल रात ही रात फेमस हो गए थे मानो उनकी रातों-रात किस्मत ही चमक गई थी गोविंदा पर फिल्माया गया यह गाना वर्ष 1987 में आई फिल्म “खुदगर्ज” का था इस फिल्म को रिलीज हुए पूरे 31 साल हो चुके हैं इस फिल्म के गाने ने रातों रात इन अंकल की किस्मत ऐसी चमकाई कि इनकी गाड़ी रास्ते पर पहुंच गई, परंतु इनके अलावा भी एक ऐसा शख्स और था जिसकी किस्मत इस फिल्म से बिल्कुल ही बदल गई थी और वह शख्स कोई और नहीं बॉलीवुड के जाने माने अभिनेता राकेश रोशन थे वैसे ज्यादातर देखा जाए तो हम सभी लोगों ने राकेश रोशन को काफी समय से बिना बाल के ही देखते आ रहे हैं परंतु कभी आपने इस बात पर गौर किया है कि यह गंजे क्यों रहते हैं? आज हम आपको इस लेख के माध्यम से इस फिल्म के सुपरहिट होने और राकेश रोशन के गंजे होने के बीच का कनेक्शन क्या है इसके बारे में बताने वाले हैं।
वैसे हम सब लोग इस बात को अच्छी तरीके से जानते हैं कि बॉलीवुड के अभिनेता राकेश रोशन ने अपनी अदाकारी का जादू बड़े पर्दे पर नहीं दिखा पाए थे परंतु इन सबके बावजूद भी उन्होंने हिम्मत नहीं छोड़ी और फिल्म प्रोड्यूसर करने का विचार अपने मन में बनाया अपने परिवार की देखरेख और पालन पोषण करने के लिए इन्होंने फिल्मों में छोटे-छोटे रोल भी किए परंतु इन सबके बावजूद भी राकेश रोशन का करियर लगभग समाप्त होने के कगार पर पहुंच गया था।
जब उन्होंने देखा कि फिल्मों में इनकी एक्टिंग करियर का ग्राफ लगातार नीचे गिरता जा रहा है तब इन्होंने अपने मन में फिल्म प्रोड्यूस करने का विचार बना लिया परंतु इनकी किस्मत ऐसी निकली की यहां पर भी भाग्य का साथ नहीं मिल पाया साल 1986 में उन्होंने फिल्म “भगवान दादा” प्रोड्यूस किया था जो बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप साबित हुई थी इस फिल्म के फ्लॉप होने के पश्चात समझिए राकेश रोशन का करियर पूरी तरह बर्बाद हो गया था।
इतना सब कुछ होने के बावजूद भी राकेश रोशन ने अपनी हिम्मत नहीं छोड़ी और वह प्रयास करते रहे, फ्लॉप अभिनेता और प्रोड्यूसर के लेवल के साथ राकेश रोशन ने अब फिल्म डायरेक्शन में करियर बनाने का निर्णय लिया था लेकिन यह सब उनके लिए इतना आसान नहीं था उनको इस बात की जानकारी थी कि उनका करियर अभी तक खास कमाल नहीं कर पाया है इन सबके बावजूद भी एक फिल्म को डायरेक्ट करना बहुत बड़ी बात होती है।
राकेश रोशन ने अपने प्रयासों को जारी रखते हुए मल्टीस्टार फिल्म “खुदगर्ज” को डायरेक्ट किया था यह फिल्म उनकी निर्देशक के तौर पर पहली फिल्म थी इस फिल्म के अंदर जितेंद्र गोविंदा और नीलम जैसे कई बड़े कलाकार मौजूद थे फिल्म की रिलीज से पहले ही राकेश रोशन ने तिरुपति जाकर फिल्म के लिए मन्नत मांगी थी उन्होंने अपनी मन्नत में यह कहा था कि अगर मेरी यह फिल्म हिट चली जाएगी तो मैं जीवन भर गंजा ही रहूंगा तब 31 जुलाई 1987 को रिलीज हुई यह फिल्म सुपरहिट साबित हो गई थी उनकी मन्नत पूरी होने के साथ-साथ उनकी कामयाबी की कहानी भी आरंभ होने लगी थी।
जब राकेश रोशन की यह फिल्म सुपर हिट हो गई तो उन्होंने अपने इंटरव्यू में यह बताया था कि जब मैं फिल्म खुदगर्ज के प्रीमियर पर अपनी Mercedes में अपनी पत्नी के साथ जा रहा था तो रास्ते में मैंने उनसे कहा था अगर यह फिल्म फ्लॉप हो जाती है तो इस गाड़ी में यह हमारी आखिरी राइट होगी लेकिन भगवान का शुक्र है यह फिल्म हिट रही जिसकी वजह से मेरा भाग्य पूरी तरह बदल गया था राकेश रोशन ने खुदगर्ज फिल्म के हिट हो जाने के बाद दोबारा पीछे मुड़कर नहीं देखा और इन्होंने एक के बाद एक कई सुपरहिट फिल्में दी।