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विदेश जा कर भी प्रियंका की नहीं बची इज्जत, बोली- ‘इन लोगों ने मुझे भी नहीं छोड़ा..’

नई दिल्ली: फिल्में आज की युवा पीढ़ी की पहली पसंद बन चुकी हैं. आए दिन कोई ना कोई नया कलाकार इस फ़िल्मी दुनिया में डेब्यू करता ही रहता है. ऐसे में कलाकारों की इस भीड़ में खुद को उत्तम साबित कर पाना दिनों दिन और भी अधिक कठिन होता जा रहा है. आज के समय में बहुत कम कलाकार ऐसे हैं, जो अपनी शानदार एक्टिंग और लुक्स से ऑडियंस को प्रभावित कर पाते हैं. क्यूंकि पब्लिक के पास एक्टर्स की लिस्ट काफी लंबी है. ऐसे में दमदार एक्टिंग ही किसी भी एक्टर को स्टार सेलेब्रिटी बना सकती है.

आज हम आपको एक ऐसी ही सेलेब्रिटी के बारे में बताने जा  रहे हैं, जो आज बॉलीवुड ही नहीं बल्कि हॉलीवुड पर भी राज़ कर रही हैं. परन्तु, उन्हें इस मुकाम तक पहुँचने के लिए कईं ठोकरे खानी पड़ी. दरअसल, ये कोई और नहीं बल्कि बॉलीवुड की ‘देसी गर्ल’ का खिताब जीतने वाली प्रियंका चोपड़ा हैं. आज के समय में प्रियंका को भारत का हर बच्चा बच्चा जानता है. प्रियंका के करोड़ों फैन हैं. मगर एक समय था जब उन्हें उनके सांवले रंग के चलते बेइजती का सामना करना पड़ता था.

प्रियंका अपनी एक्टिंग का लोहा विश्वस्तर तक मनवा चुकी हैं. परन्तु, हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान एक ऐसा सच बताया, जिसको सोच कर आज भी उनकी आँखें नाम हो जाती हैं. प्रियंका के अनुसार उनका रंग हिउनका कईं बार दुश्मन बन चुका है और रंगबेद के चलते ही उन्हें एक हॉलीवुड फिल्म में रोल देने से मना कर दिया गया था. एक इंटरनेशनल मैगजीन को दिए इंटरव्यू में उन्होंने हॉलीवुड में रंगभेद का सामना करने की बात कबूली.

प्रियंका ने इस इंटरव्यू के दौरान बताया कि पिछले ही साल उन्होंने अपने स्किन कलर की वजह से हॉलीवुड मूवी खोई है. जिसके बाद वग अंदर से काफी टूट गई थी. प्रियंका ने बताया कि आज के समय में अपने ही अपनों के दुश्मन बन बैठे हैं. ऐसा उन्होंने इसलिए कहा क्योंकि जब वह हॉलीवुड की फिल्म को साइन करने के लिए पहुंची थी तो स्टूडियो में से किसी ने उनके मैनेजर को कॉल कर कहा था कि प्रियंका की लुक सही नहीं है. हालांकि प्रियंका को इस बात का मतलब उस वक्त समझ नहीं आया था. लेकिन फिर उनके मैनेजर ने उन्हें बताया कि जिस फिल्म के लिए उन्हें चुना गया था अब उन्हें ब्राउन चेहरा नहीं चाहिए और इसलिए उन्हें फिल्म से निकाल दिया गया है.

यह बात सुनकर प्रियंका को काफी गहरा धक्का लगा था. प्रियंका ने बताया कि बचपन में भी उन्हें अपने रंग के कारण मतभेद का शिकार होना पड़ा था. इस बात का खुलासा वह पहले भी कह चुकी है. दरअसल प्रियंका US के एक स्कूल में पढ़ना चाहती थी जिसके लिए उन्होंने एडमिशन भी ले लिया था. परंतु वहां के लोगों ने उनके रंग को एक्सेप्ट नहीं किया और उनका मजाक उड़ाया. प्रियंका ने बताया कि जब वह 12 साल की थी तो अमेरिका में स्कूली पढ़ाई के लिए गई थी परंतु यहां के लोगों की रंगभेद टिप्पणियों के कारण उन्हें वापस भारत लौटना पड़ा था.

इतना ही नहीं बल्कि अमेरिका के स्कूल में सब लोगों ने ब्राउनी कहकर चिढ़ाते थे. प्रियंका के अनुसार हम भारतीय सिर हिला कर बात करते हैं, इस पर भी अमेरिकन लोग हमारा मजाक उड़ाते हैं. इसके इलावा हम जिस खाने को घर पर बनाते हैं उसकी महक का भी मजाक उड़ाया जाता है. इन्हीं सब कारणों से तंग आकर प्रियंका ने अमेरिका छोड़ दिया था और वापस भारत लौट गई थी. परंतु आज के समय में प्रियंका ने अपनी मेहनत और लगन से इतना मुकाम हासिल कर लिया है कि अब कोई भी उन्हें ब्राउनी कहकर नहीं बुला सकता.

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