भीड़ में 12 साल पुराने दोस्त को देख राष्ट्रपति ने किया कुछ ऐसा कि हो रही तारीफ़
इंसान की असली पहचान और इज्जत तब होती हैं जब वो एक बड़ा आदमी बनने के बाद भी अपना व्यवहार नहीं बदलता हैं. ऐसा ही कुछ उदाहरण हमारे देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी ने सबके सामने पेश किया हैं. उन्होंने हाल ही में दुनियां को बता दिया कि दोस्ती क्या होती हैं. एक सच्चा दोस्त वही होता हैं जो जीवन के हर मोड़ पर अपना रिलेशन दोस्तों से अच्छा रखे. कभी भी सिचुएशन के अनुसार खुद को बदले नहीं. रामनाथ कोविंद ने भी इस नियम का ध्यान रखा और सबके सामने कुछ ऐसा कर दिया कि अब उनकी सोशल मीडिया पर बहुत तारीफें हो रही हैं. चलिए आपको विस्तार से बताते हैं कि ये माजरा क्या हैं.
भीड़ में खोजा 12 साल पुराना दोस्त
दरअसल बीते रविवार ओडिशा के उत्कल विश्वविद्यालय में ‘प्लेटिनम जुबली समारोह’ आयोजित किया गया था. इस समारोह में हमारे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी भी शामिल हुए थे. राष्ट्रपति के आने की वजह से वहां समारोह में बहुत अधिक भीड़ भी थी. हालाँकि इसके बावजूद जब राष्ट्रपति महोदय जनता को संबोधित कर रहे थे तो उनकी नजर अपने 12 साल पुराने एक दोस्त पर जा टिकी. अपने पुराने दोस्त को देख राष्ट्रपति के दिल का फ्रेंड भी जाग उठा और उन्होंने अपना प्रोटोकॉल तक तोड़ दिया.
प्रोटोकॉल भुला स्टेज पर किया आमंत्रित
दरअसल राष्ट्रपति ने जैसे ही अपने पुराने मित्र को देखा तो अपने प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए उसे अपने सतह स्टेज पर बुला लिया. जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति जी ने अपने इस 12 वर्ष पुराने मित्र को उनकी सफ़ेद पगड़ी देख पहचाना था. ऐसे में उन्होंने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से विनती करी कि इस कार्यक्रम के समाप्त होने पर उनके दोस्त को स्टेज पर बुला लिया जाए.
मिलते ही लगा लिया गले
दिलचस्प बात ये रही कि जैसे ही राष्ट्रपति महोदय अपने इस पुराने मित्र से मिले तो उन्होंने उसे गले लगा लिया. ये नजारा देखते ही बन रहा था. राष्ट्रपति के इस कृत्य से वहां मौजूद सभी लोग भी बड़े प्रसन्न हुए. गले मिलने के बाद दोनों ने साथ में कुछ तस्वीरें भी खिंचवाईं. अब यही फोटोज सोशल मीडिया पर भी बड़ी वायरल हो रही हैं. लोगो को राष्ट्रपति जी की ये बात बड़ी पसंद आई कि उन्होंने इतने बड़े पद पर होने के बावजूद अपने दोस्त को ना सिर्फ स्टेज पर बुलाया बल्कि उनसे गले भी मिले.
साथ कर चुके हैं काम
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि राष्ट्रपति कोविंद के इस दोस्त का नाम बीरभद्र सिंह हैं. बीरभद्र सिंह सन 2000 से 2006 तक राज्यसभा में एससी/एसटी कमेटी के मेंबर थे. उसी दौरान राष्ट्रपति कोविंद भी इसके सदस्य हुआ करते थे. ऐसे में दोनों ने साथ में करीब दो सालों तक काम किया हैं. इन दोनों की मुलाकात पुरे 12 साल बाद हुई हैं. बीरभद्र सिंह ने बताया कि राष्ट्रपति का मिलने का अंदाज़ आज भी ठीक वैसा ही हैं जिसे वो 12 साल पहले मिला करते थे. उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति के इस व्यवहार को लेकर मैं बड़ा खुश हैं.
यक़ीनन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी का ये कृत्य हम सभी लोगो के लिए एक प्रेरणा भी हैं. आप जीवन में कितने भी बड़े इंसान बन जाओ लेकिन अपना व्यवहार मत बदलों.