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चेहरे पर बार बार हो जाते हैं पिंपल्स तो ज़रूर जानिए इसके कारण और दूर करने के उपाय

पिंपल्स या मुंहासे से तो लगभग सभी लोग परिचित ही होंगे। अॉइली स्किन या तैलीय त्वचा वाले लोग मुंहासे अधिक पीड़ित रहते हैं। हालांकि यह किसी को भी सकते हैं। मुंहासे मूल रूप से तेल ग्रंथियों से संबंधित एक विकार है। तेल ग्रंथि के असामान्य गतिविधि से मुंहासे होते हैं। तेल ग्रंथियां त्वचा के नीचे पाई जाती है। यह किशोरावस्था के दिनों में अधिक गतिविधि करने लगता है। जिसके कारण व्यक्ति किशोर अवस्था में मुंहासे या दाने से अधिक पीड़ित रहता है। तेल ग्रंथि के असामान्य गतिविधि का कारण शरीर में हार्मोनल परिवर्तन का होना है।

स्किन के रोम छिद्रों का जुड़ाव अंदर से तेल ग्रंथि वाले कोशिकाओं से होता है। इसी कारण से स्किन में एक विशेष प्रकार का सीबम अॉयल उत्पन्न होता है। सीबम अॉयल का कार्य होता है कि वो खराब कोशिकाओं को रोम छिद्रों के जरिए बाहर निकाल दे। और नए कोशिकाओं का निर्माण करता रहे।

परंतु जब शरीर में हार्मोनल असंतुलन होने लगता है। तो सीबम तेल का अधिक निर्माण होता है, जिसकी वजह से यह तेल रोम छिद्रों को बंद कर देते हैं। जिसके कारण पिंपल्स होने लगते हैं। तो आज हम आपको इस लेख के जरिए बताएंगे कि अगर मुंहासे हो जाएं तो आपको इसे ठीक करने के लिए क्या क्या करना चाहिए। और इससे बचाव के क्या क्या उपाय हैं।

मुंहासे के कारण-

  • हार्मोन में बदलाव- अक्सर देखा जाता है कि टीनेज उम्र के लोगों को दाने या मुंहासे अधिक होते हैं। अधिकतर टीनेज में हार्मोन बदलते हैं। इस दौरान स्किन में अधिक सीबम अॉयल का निर्माण होने लगता है। जो त्वचा के पोर्स को बंद कर देता है, जिससे मुंहासे होने लगते हैं।

  • पाचन तंत्र में परेशानी- अगर शरीर का पाचन तंत्र ठीक से काम नहीं करता है तो शरीर के विषाक्त पदार्थ मुंहासे के निर्माण में सहायक होते हैं। पाचन तंत्र में गड़बड़ी तेलयुक्त भोजन, कच्चे, अधपके, मसालेदार, अधिक ठंडा पानी पीने जैसे खाने पीने से यह समस्या आ सकती है।
  • नींद का पूरा न होना- मुंहासे होने के बड़े कारणों में से एक नींद का पूरा न होना है। अगर आप किसी भी वजह से नींद पूरा नहीं कर पा रहे हैं तो आपके शरीर के चयापचय क्रिया में गड़बड़ी आ जाती है। इस क्रिया में गड़बड़ी आ जाने से शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा होने लगते हैं और यह मुंहासे के रूप में शरीर से बाहर निकलते हैं।

मुंहासे से बचाव-

  • संतुलित आहार- मुंहासे से बचाव के लिए आपको गर्म और पका हुआ भोजन करना चाहिए। अधिक मसालेदार और सूखे खाने से बचना चाहिए। कॉफी, चाय आदि का कम सेवन करना चाहिए। इसके अलावा अधिक ठंडा पानी या आइसक्रीम भी नहीं खाना चाहिए।

  • त्वचा की देखभाल- मुंहासे से बचाव के लिए अपने त्वचा की अच्छी तरीके से देखभाल करें। आयुर्वेदिक साबुन या फेशवास का प्रयोग करें जिससे आपकी त्वचा को किसी प्रकार का नुकसान न पहुँचे। अपने चेहरे को गंदगी से बचाकर रखें। अपने हाथों को चेहरे पर बार बार न लगाएं। क्योंकि ऐसा करने से आपके हाथ के बैक्टिरिया चेहरे पर लग जाएंगे जो मुंहासे का कारण बन सकता है। चेहरे को सूरज की रोशनी की भी आवश्यकता होती है। चेहरे को अच्छे से साफ करें।
  • व्यायाम भी है मुंहासे का इलाज- व्यायाम करना शरीर को फिट रखने के लिए तो अच्छा है ही। साथ ही मुंहासे दूर करने का भी अच्छा इलाज है। क्योंकि व्यायाम करने से शरीर से पसीना निकलता है। पसीने के साथ विषाक्त पदार्थ भी बाहर निकल आते हैं ये मुंहासे दूर करने का अच्छा उपाय है।

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