ससुर को दिल दे बैठी 2 बच्चों की मां, ऐसा प्यार चढ़ा परवान कि घर से भाग गई, फिर जो हुआ दुखद था
बहू और ससुर का रिश्ता बाप और बेटी के रिश्ते जैसा होता है। लेकिन कुछ लोग इस रिश्ते की मर्यादा को भूल जाते हैं और कांड कर बैठते हैं। अब बिहार की राजधानी पटना का यह हैरान करने वाला मामला ही ले लीजिए। यहां एक दो बच्चों की मां अपने चाचा ससुर के साथ भाग गई। दोनों में बीते कई दिनों से नाजायज संबंध चल रहे थे। इस बात से तंग आकर पति ने ऐसा बाद कदम उठाया कि पूरा परिवार दंग रह गया।
चाचा ससुर संग भागी पत्नी
दरअसल ये अजीबोगरीब मामला परसा बाजार थाना के कुरथौल गांव का है। यहां 19 मई को एक पीड़ित पति पुलिस स्टेशन आया था। उसने पुलिस को बताया कि ’18 मई की रात मेरी पत्नी अपने चाचा ससुर के साथ भाग गई। दोनों का प्रेस प्रसंग चल रहा था। यदि मैं विरोध करता तो चाचा मुझे जान से मारने की धमकी देता। पत्नी भागने से पहले अपने दो बच्चों को भी पीछे छोड़ गई।’
यह रिपोर्ट दर्ज करवाकर पति अपने घर चला गया। हालांकि घर जाते समय मोहल्ले के लोग उसे ताने मारने लगे। तरह-तरह की बातें बनाने लगे। यह बात पति सहन नहीं कर पाया। ऐसे में उसने 20 मई को जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की। परिजन आनन फानन में उसे अस्पताल ले गए। आत्महत्या की खबर सुन पुलिस भी मौके पर आ गई। उन्होंने पति का बयान लिया। पति ने जहर खाने की वजह पत्नी और उसके चाचा ससुर का अवैध संबंध बताया।
जहर खाकर पति की मौत
21 मई इलाज के दौरान ही पति की मौत हो गई। उसकी पहचान कुंदन सिंह के रूप में हुई है। वहीं उसे चाचा का नाम जसवंत सिंह बताया जा रहा है। इसी के साथ कुंदन की पत्नी भागी थी। थाना प्रभारी परसा बाजार माशूक अली ने कुंदन की मौत के बाद उसकी पत्नी और जसवंत सिंह के खिलाफ खुदखुशी के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है।
उधर कुंदन के निधन से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया। मां अपने प्रेमी (चाचा ससुर) संग मजे कर रही है। परिजनों ने बताया कि कुंदन सिंह, उसके दो बच्चे और पत्नी कुरथौल में अपने पैतृक घर में रहते थे। यहां कुंदन का चाचा जसवंत सिंह अक्सर आता जाता रहता था। इसी दौरान कुंदन की पत्नी और चाचा का प्रेम प्रसंग शुरू हो गया।
बीवी और चाचा के अफेयर के चर्चे पूरे गांव में थे। इस वजह से कुंदन काफी परेशान भी रहता था। कुंदन ने बीवी और चाचा को समझने की बहुत कोशिश की, लेकिन दोनों नहीं माने। अंत में कुंदन ने आत्महत्या कर अपने दुखों का अंत करना सही समझा।