नाग पंचमी पर करें यह साधारण से काम, चमकेगी किस्मत, कष्टकारी जीवन बनेगा खुशहाल
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार नाग पंचमी के दिन भगवान शिव जी के साथ-साथ नागों की पूजा करने से मनुष्य को विशेष फल की प्राप्ति होती है, इस बार नाग पंचमी 25 जुलाई को मनाई जाएगी, नाग पंचमी तिथि की शुरुआत 24 जुलाई 2020 को 14:33 बजे से है और इसकी समाप्ति 25 जुलाई 2020 को 12:01 बजे पर होगी, जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं भगवान शंकर जी का अंग आभूषण नाग होता है और यह हमेशा अपने गले में नाग को धारण किए होते हैं, नाग पंचमी पर नागो की पूजा करना विशेष महत्व माना गया है, आज हम आपको नाग पंचमी के दिन कौन से साधारण कार्य करके शुभ फल की प्राप्ति कर सकते हैं, इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं, अगर आप यह कुछ उपाय अपनाते हैं तो इससे आपका भाग्य चमकेगा और जीवन के कष्ट दूर होंगे।
नागदेव की कृपा पाने के लिए ऐसे करें पूजा
- अगर आप नाग पंचमी के दिन नाग देव की पूजा कर रहे हैं तो आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप इस दिन सुबह के समय जल्दी उठकर घर की साफ सफाई करने के पश्चात सभी नित्य कर्म से निवृत्त होने के बाद स्नान कीजिए, स्नान करने के बाद आपको साफ-सुथरे कपड़े धारण करने होंगे।
- नाग देवता की पूजा के लिए आपको सेंवई-चावल आदि प्रकार के ताजा भोग बनाने होंगे।
- आप दीवार पर गेरू पोतकर पूजन स्थल बनाए, इसके पश्चात आपको कच्चे दूध में कोयला घिसकर उस गेरू की पुती दीवार पर नाग जैसी आकृति बनानी होगी, आप उस दीवार पर अनेक नाग देवों की आकृति बनाएं।
- आप नाग पंचमी के दिन पहले नागो के निवास स्थान पर एक दूध से भरा कटोरा रखें, इसके बाद आपको दीवार पर बनाए गए नाग देवता को दही, गंध, अक्षत, फूल, जल, कच्चा दूध, रोली, चावल आदि से पूजा करनी होगी, इसके बाद आपको सेवई और मिठाई का भोग लगाएं।
नाग पंचमी के दिन करें यह काम
- नाग पंचमी के दिन आप नाग देवता के दर्शन अवश्य कीजिए, क्योंकि इस दिन नागदेव के दर्शन करना शुभ माना जाता है।
- आप नाग पंचमी के दिन नागदेव के निवास स्थान यानी बांबी की पूजा अवश्य करें।
- अगर आप नाग पंचमी के दिन नाग देवता को दूध पिलाते हैं या फिर उन पर दूध अर्पित करते हैं तो इससे आपको अपने जीवन के बहुत से कष्टों से मुक्ति मिलती है।
- अगर आप नाग पंचमी के दिन पूजा कर रहे हैं तो आप नागदेव की सुगंधित फूल और चंदन से पूजा कीजिए, क्योंकि नागदेव को सुगंध अति प्रिय है।
- अगर किसी व्यक्ति के ऊपर कालसर्प दोष है और इसकी वजह से आपके जीवन में परेशानियां उत्पन्न हो रही है तो आप नाग देवता की पूजा करते समय मंत्र “ओम कुरूकुल्ये हुं फट् स्वाहा” का जाप करें, इससे कालसर्प दोष से मुक्ति मिलेगी।
सावन महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी को नाग पंचमी मनाई जाती है, उपरोक्त कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी गई ,है अगर आप इस विधि से नाग पंचमी के दिन नाग देव की पूजा करते हैं और कुछ जरूरी कार्य करते हैं तो इससे आपको नाग देवता की कृपा प्राप्त होगी और जीवन के बहुत से कष्टों से मुक्ति मिलेगी, आप नाग पंचमी के दिन देवों के देव महादेव के साथ-साथ नागदेव की भी पूजा कीजिए, इससे आपको श्रेष्ठ फल की प्राप्ति होगी।