डायबिटीज से जुड़े इन 4 मिथक को लोग समझते हैं सच, आपके लिए बेहद जरूरी है ये बातें जानना
आजकल के इस व्यस्त जीवनशैली में लोग अपना सही तरीके से ख्याल नहीं रख पाते जिस वजह से वह कई तरह के रोगों के संपर्क में आ जाते हैं. मधुमेह एक ऐसा रोग है जिससे पीड़ित लोगों की संख्या भारत में सबसे अधिक है. भारत में हर दूसरा व्यक्ति इस बीमारी से जूझ रहा है. डायबिटीज को हिंदी में मधुमेह कहते हैं. इसे आप धीमी मौत भी कह सकते हैं. यह बीमारी अगर एक बार किसी को हो गयी तो जिंदगी भर साथ नहीं छोड़ती है. इस बीमारी की सबसे बुरी बात यह है कि यह बहुत जल्दी शरीर में दूसरी बीमारियों को निमंत्रण देती है. मधुमेह की वजह से रोगियों को आंखों में दिक्कत होने लगती है. इतना ही नहीं, मधुमेह से ग्रसित लोगों को किडनी, लीवर की बीमारी और पैरों में दिक्कत होने लगती है. पहले 40 उम्र पार लोगों को यह बीमारी होती थी. लेकिन आजकल छोटे उम्र के बच्चों में भी यह बीमारी देखने को मिल रही है. डायबिटीज को लेकर सबके अपने-अपने विचार हैं. कोई कहता है कि डायबिटीज में मीठा नहीं खाना चाहिए तो कोई कहता है डायबिटीज में कम खाना चाहिए. इसलिए आज के इस पोस्ट में हम आपको इस बीमारी से जुड़े कुछ मिथक के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका सच से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है.
डायबिटीज से जुड़े 4 मिथ
मीठा खाने से होता है डायबिटीज
इस लिस्ट में सबसे पहला मिथक है मीठा खाने से डायबीटीज का होना. अगर आप भी यही सोचते हैं तो आपकी सोच गलत है. जी हां, यह बात सौ टका सच है. मीठा खाने से कभी भी डायबीटीज नहीं होती. डायबीटीज होने की पीछे वंशानुगत और दूसरे कारण जिम्मेदार होते हैं. मगर यह बात सच है कि डायबीटीज के मरीज की मीठा खाने से शुगर अनियंत्रित हो जाती है.
केवल शुगर फ्री चीजें ही खाना चाहिए
डायबीटीज के मरीज को अक्सर सलाह दी जाती है कि उन्हें शुगर फ्री चीजें खानी चाहिए. जबकि मरीज का खाना शुगर फ्री ही नहीं बल्कि कैलरी फ्री भी होना चाहिए. ऐसे में आपको मिठाईयों का परहेज तो करना ही चाहिए साथ में आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि आप खोया, क्रीम आदि की कैलरी का सेवन न कर रहे हों.
कम खाना चाहिए
डायबीटीज के मरीज कम खाना न खाएं. जी हां, कभी भी डायबीटीज के मरीज़ को कम खाना नहीं खाना चाहिए. भले ही आप थोड़ा-थोड़ा जरुर खाएं लेकिन बार-बार खाएं. ज्यादा देर भूखा न रहें और एकदम से ढेर सारा खाना भी न खाएं. वैसे कई लोग सोचते हैं कि एक उम्र आने के बाद डायबीटीज होती है जबकि यह एक ऐसी बीमारी जो बच्चों को भी हो सकती है.
महिलाएं नहीं कर सकती गर्भ धारण
वहीं, जिन महिलाओं को डायबीटीज है वह सोचती हैं कि वह कभी मां नहीं बन सकती हैं. जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है. आप डायबीटीक महिला हैं उसके बाद भी गर्भधारण कर सकती हैं. बस आपको एक एक्सपर्ट की जरुरत है, जो आपको संतुलित जीवनशैली अपनाने में मदद कर सके. डायबिटीक होने के बाद आप ब्लड डोनेट भी कर सकते हैं. जी हां, ये सच है लेकिन इस दौरान आपको कुछ मानकों को पूरा करना होता है.
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