अच्छा अवसर पाने के लालच में कभी भी हाथ में आए अन्य अवसरों को ना छोड़े
एक गांव में अजय नाम का एक लड़का रहा करता था। अजय काफी पढ़ा लिखा था लेकिन कोई भी काम नहीं किया करता था। अजय सीधा कामयाब होने की सोच रखता था। अजय के काम ना करने से उसके परिवार वाले काफी दुखी रहा करते थे। एक दिन अजय के परिवार वालों ने सोचा की क्यों ना अजय को महान संत के पास भेजा दिया जाए। संत का आशीर्वाद पाकर शायद अजय को वो मिल जाए जो वो पाना चाहता है। अपने परिवार वालों के कहने पर अजय एक संत के यहां कुछ दिनों के लिए चले जाता है।
संत से मिलकर अजय उनसे कहता है, महाराज मैं अपने जीवन में कामयाब होने की इच्छा रखता हूं। मैं चाहता हूं की आप मुझे कुछ ऐसा उपाय बताएं जिसको करने से मैं सीधा कामयाब बन जाऊं और मुझे नीचे से शुरुआत ना करनी पड़े। अजय की बात सुनने के बाद संत ने अजय से कहा, ठीक है मैं तुम्हें एक ऐसा मंत्र बता दूंगा जिसकी मदद से तुम बिना नीचे से शुरुआत किए, सीधे कामयाब व्यक्ति बन जाओंगे। लेकिन तुम मेरे पास कल आना मैं तुम्हें कल ये मंत्र बताऊंगा। संत की बात सुनकर अजय काफी खुश हो गया। अजय को लगा की वो बिना मेहनत किए कामयाब बन जाएगा।
वहीं अगले दिन सुबह अजय संत के पास जाता है और संत से कहता है, महाराज कामयाब होने का क्या मंत्र है? संत अजय से कहता है, मंत्र जानने से पहले तुम मेरा एक काम करो। पास में ही एक बाग है तुम उस बाग में जाकर वहां से कुछ सुंदर फूल तोड़कर लाओं। लेकिन तुम इस बात का ध्यान रखना की तुम एक बार आगे निकल जाओ तो पीछे लौटकर कोई फूल ना तोड़ना।
संत की बात मानते हुए अजय फूल तोड़ने के लिए निकल पड़ता है। बाग में पहुंचकर अजय को बेहद ही सुंदर गुलाब के फूल दिखाई देते हैं। लेकिन अजय और अधिक सुंदर फूल पाने के लालच में आग बढ़ जाता है और जब अजय बाग के अंत में पहुंचता है, तो उसे वहां पर सूखे हुए फूल दिखते हैं और ऐसा होने पर अजय निराश होकर बिना कोई फूल लिए संत के पास आ जाता है।
संत अजय से फूल मांगते हैं। तब अजय संत से कहता है। मैं अच्छे फूल के लालच में आगे बढ़ता गया। मेरे को लगा की मुझे आगे ज्यादा खिले हुए फूल मिल जाएंगे। लेकिन बाग के अंत में एक भी सुंदर फूल नहीं लगा हुआ था। जिसकी वजह से मुझे खाली हाथ वापस आना पड़ा। अजय की बात सुनते ही संत उसे कहते हैं, हमारा जीवन भी कुछ इसी तरह का होता है। जीवन में कामयाब बनने के लिए हमें नीचे से ही शुरुआत करनी पड़ती है। क्योंकि कोई भी व्यक्ति एकदम से कामयाब नहीं बनता है। अच्छे अवसर पाने के लालच में कभी भी हाथ में आए अन्य अवसरों को नहीं छोड़ना चाहिए। जीवन में मिलने वाले हर अवसर को छोड़ने से अंत में हमारे पास कुछ नहीं बचता है और हमारे हाथ खाली ही रहे जाते हैं।