मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे BIMSTEC सहित 8 देशों के प्रमुख, पाकिस्तान से बनाई दूरी
नरेंद्र मोदी 30 मई को एक बार फिर से प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं और इस बार भी मोदी ने अन्य देशों के प्रमुखों को अपने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता भेजा है। इस बार मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में बीआईएमएसटीईसी यानी बिमस्टेक देशों के प्रमुख शामिल होने वाले हैं। बिमस्टेक के तहत भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, श्रीलंका, थाईलैंड, भूटान और नेपाल देश आते हैं और इन्हीं सभी देशों को न्योता भेजा गया है।
बिमस्टेक देशों के अलावा मोदी ने किर्गिस्तान के राष्ट्रपति और मॉरिशस के प्रधानमंत्री को भी निमंत्रण भेजा गया है। विदेश मंत्रालय की और से जारी की गई जानकारी के अनुसार इस बार सरकार का फोकस ‘पड़ोसी पहले’ की योजना पर है और इसी के चलते पड़ोसी राष्ट्रों को निमंत्रण भेजा गया है।
क्या है बिमस्टेक
बिमस्टेक एक अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग संगठन है। बिमस्टेक का पूरा नाम “वे ऑफ बंगाल इनीशिएटिव फॉर मल्टी सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक कॉर्पोरेशन’ है। इस आर्थिक सहयोग संगठन के अंदर बंगाल की खाड़ी के पास स्थित देश शामिल हैं। इस संगठन को 6 जून 1997 यानी 21 साल पहले बनाया गया था और इसका सचिवालय ढाका, बांग्लादेश में है।
इस बार नहीं भेजा पाकिस्तान को न्योता
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने हाल ही में मोदी को फोन करके दोबारा से भारत का प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी थी। मगर मोदी ने अपने शपथ ग्रहण समारोह में हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान को न्योता नहीं भेजा है। पाकिस्तान की वजह से फैल रहे आतंकवाद के चलते मोदी ने इस देश को अपने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं किया है।
वहीं साल 2014 में जब नरेंद्र मोदी ने पहली बार देश के पीएम के रूप में शपथ ली थी, तो उस वक्त मोदी ने सार्क देशों यानी अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल, मालदीव, पाकिस्तान और श्रीलंका को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता भेजा था। इन देशों के प्रमुख मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल भी हुए थे और पाकिस्तान की और से नवाज शरीफ ने मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत की थी।
शेख हसीना नहीं हो पाएंगी शामिल
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना इस बार भी मोदी के शपथ ग्रहण में शामिल नहीं हो पाएंगी। बताया जा रहा है कि शेख हसीना जापान, सऊदी अरब और फिनलैंड के तीन दिवसीय दौरे पर जाने वाली हैं। जिसकी वजह से वो मोदी के शपथ ग्रहण समारोह का हिस्सा नहीं बनेंगी। शेख हसीना की जगह बांग्लादेश के मंत्री एकेएम मोजामिल इस समारोह में शामिल होने के लिए भारत आएंगे। गौरतलब है कि साल 2014 में भी शेख हसीना मोदी के शपथ ग्रहण का हिस्सा नहीं बन पाई थीं और इनकी जगह पर संसद प्रवक्ता डॉ. शिरिन शर्मिन चौधरी भारत आए थे।
शाम सात बजे लेंगे शपथ
नरेंद्र मोदी 30 मई को राष्ट्रपति भवन में शाम 7 बजे शपथ ग्रहण करने वाले हैं और मोदी के साथ उनके केंद्रीय मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जाएगी। हालांकि अभी तक केंद्रीय मंत्रियों के नामों की घोषणा बीजेपी पार्टी की और से नहीं की गई है। मोदी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा शपथ दिलाई जाएगी।