वो विलेन जिसने अमिताभ को 7 KM पैदल नंगे पांव चलाया, रजनीकांत छूते थे पैर, की थी 1000 फ़िल्में
आज इस लेख में बात एक ऐसे कलाकार की जिसे दुनिया का सबसे शरीफ खलनायक कहा जाता है. नाम है एम० एन० नांबियार. पूरा नाम मंजेरी नारायणन नांबियार. वे तमिल सिनेमा के बेहद लोकप्रिय कलाकार रहे. उन्होंने कुछ मलयालम फिल्मों में भी काम किया था.
एम० एन० नांबियार का जन्म 7 मार्च 1919 को केरल के कण्णूर में हुआ था. वे जब महज 16 साल के थे तब ही फ़िल्मी दुनिया में कदम रख दिए थे. तमिल सिनेमा में उन्होंने बतौर खलनायक काम किया और खूब नाम कमाया.
8 दशक लंबा करियर, की 1000 से ज्यादा फ़िल्में
नांबियार का करियर आठ दशक लंबा रहा और उन्होंने अपने लंबे करियर में फ़िल्में भी ढेर सारी की. उनके नाम 1000 फ़िल्में करने का रिकॉर्ड दर्ज है.
हीरो बनकर भी किया काम, लेकिन फ्लॉप रही फिल्म
खलनायक बनकर नाम कमाने वाले नंबियार ने बतौर हीरो भी काम किया था. साल 1947 में आई फिल्म ‘कंजन’ में वे हीरो के रूप में नजर आए थे. लेकिन फिल्म फ्लॉप रही थी. इसके बाद नांबियार ने सोचा कि वे खलनायक के रोल में ही ठीक है.
रजनीकांत छूते थे नांबियार पैर
दक्षिण भारतीय सिनेमा के दिग्गज अभिनेता रजनीकांत का नांबियार के प्रति झुकाव और लगाव था. रजनीकांत को दक्षिण भारतीय सिनेमा में भगवान की तरह पूजा जाता है. लेकिन वे ही रजनीकांत नांबियार के पैर छूते थे और उनका काफी सम्मान करते थे.
नांबियार के जीवन के करीब सात से आठ साल केरल के विश्व प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में गुजरे. 65 बार नांबियार सबरीमाला मंदिर गए थे. बता दें कि सबरीमाला मंदिर में जाने से पहले 41 दिनों तक कड़ी साधना और तप करना होता है. काले कपड़े पहनने होते है. जमीन पर सोना पड़ता है और बाल या नाखून भी नहीं काटे जाते है.
सबरीमाला मंदिर नांबियार एक-दो नहीं बल्कि 65 बार गए थे. उनके जीवन का एक अच्छा खासा समय सबरीमाला मंदिर के लिए गुजरा. उनकी अटूट श्रद्धा और भक्ति को देखते हुए इन्हें लोगों ने महागुरु स्वामी नाम दिया था. बता दें कि सबरीमाला की तीर्थ यात्रा शुरू करने का श्रेय भी नांबियार को ही जाता है.
नांबियार के कहने पर अमिताभ नंगे पांव 7 KM पैदल चले
नांबियार से हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता बच्चन भी प्रभाहित रहे. साल 1982 में आई बिग बी की फिल्म ‘कुली’ के सेट पर बिग बी बुरी तरह घायल हो गए थे. तब बिग बी की फिल्म ‘बॉम्बे टु गोवा’ के निर्देशक एस. रामनाथन ने मन्नत मांगी थी कि अगर अमिताभ ठीक हुए तो वो उन्हें लेकर सबरीमाला मंदिर जाएंगे. बाद में ऐसा हुआ भी.
बाद में नांबियार के कहने पर एस. रामनाथन, एम.एन और अमिताभ सबरीमाला मंदिर गए थे. बिग बी ने नंगे पांव पैदल चलकर 7 किलोमीटर की यात्रा पूरे की थी.
पहले ही हो गया था मौत का आभास
18 नवंबर 2008 को नांबियार ने अपनी पत्नी को अपने पास बुलाकर कहा कि, ‘तुमने जिंदगी भर मेरा खूब ख्याल रखा, इसके लिए तुम्हारा शुक्रिया. अब मेरी वजह से तुम्हें और परेशान नहीं होना पड़ेगा’. पत्नी ने नांबियार की बात नजरअंदाज कर दी और 19 नवंबर 2008 को नंबियार का निधन हो गया था.