PUBG कांड: बेटा बोला- बिल्डर के साथ सोती थी मां, पिता से सीखा पिस्टल चलना, उनके कहने पर मारा..
कुछ दिनों पहले लखनऊ में PUBG हत्याकांड हुआ था। एक बेटे ने मां को इसलिए गोली मार दी थी क्योंकि वह उसे मोबाइल पर PUBG नहीं खेलने देती थी। लेकिन अब इस कहानी में नया मौड़ आ गया है। बताया जा रहा है कि पिता ने ही बेटे को मां को मारने के लिए उकसाया था। इसकी वजह मां का एक बड़े बोल्डर से अफेयर था। वहीं आरोप है कि उस बड़े बिल्डर को बचाने के लिए पुलिस ने PUBG वाली झूठी कहानी बना दी।
गौरतलब है कि 4 जून को लखनऊ की यमुनापुरम कालोनी में सैन्य अफसर नवीन की पत्नी साधना की हत्या हो गई थी। ये हत्या उसी के 15 साल के बेटे ने पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर से की थी। बेटे ने 3 दिन तक मां का शव घर ही छिपाकर रखा था। फिर पिता को इसकी सूचना दी थी। बाद में पुलिस ने बेटे को हिरासत में लेकर बाल संरक्षण गृह रख दिया था।
पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि मां बेटे को PUBG नहीं खेलने देती थी। उसने बेटे पर चोरी का भी आरोप लगाया था। इसलिए उसने मां को मार दिया। हालांकि बाल सुधार गृह में आरोपी बेटे से मुलाकात करके लौटे परिवार के एक सदस्य ने मीडिया को एक अलग ही कहानी बताई है।
माँ के अफेयर से भड़का था बेटा
मां और बेटे में नफरत की दीवार एक साल पहले बनारस में मामा के घर खड़ी हो गई थी। यहां बेटे ने मां साधना के मोबाइल में एक कॉल रिकॉर्डिंग सुनी थी। बेटा तभी समझ गया कि पिताजी की पोस्टिंग बाहर होने से मां किसी और शख्स के करीब आ गई है। यह जान बेटा बहुत गुस्सा हुआ। उसने ये रिकॉर्डिंग अपने पिता को भेज दी। आसनसोल में तैनात नवीन ने जब साधना से बात की तो वह पति के सवालों के जवाब नहीं दे पाई। इसके बाद दोनों में लड़ाई झगड़े शुरू हो गए।
पति से झगड़ा और बेटे का निजी जिंदगी में दाखल साधना को रास नई आया। ऐसे में वह बेटे से नौकरों की तरह बर्ताव करने लगी। झाड़ू-पोंछ से बर्तन-कपड़े तक सब उसी से करवाती। बेटा मजबूर था क्योंकि उसके पिता दूर दूसरे शहर में ड्यूटी कर रहे थे। इसलिए वह चुपचाप मां की हर बात मानता रहा। हालांकि उसके दिल में मां के लिए नफरत भी बढ़ती चली गई।
पिता के उकसाने पर चलाई मां पर गोली
बेटा मां और बिल्डर की हरकतें पिता को फोन पर बताता रहता था। ऐसे में नवीन ने पत्नी की परीक्षा लेने बेटे और बेटी को रिश्तेदार के यहां भेज दिया। साधना समझ नहीं सकी कि ये उसकी परीक्षा है। उसने बच्चों के जाते ही बिल्डर को डिनर पर बुला लिया। वह उस रात साधना के साथ ही घर पर रुका। साधना की इस हरकत पर बाप और बेटे नजर बनाए रखे। फिर दोनों के दिलों में उसके लिए गुस्सा और नफरत बढ़ गई।
अक्टूबर में बेटे का बर्थडे था। बिल्डर एक बड़ा सा गिफ्ट ले आया। साधना से भी मिला। इस बात पर पति ने उससे झगड़ा किया। फिर बाप बेटे ने साधना को मारने का इरादा बना लिया। बेटे ने बताया कि पिता 3 जून को आकर खुद मां को मारने वाले थे। लेकिन उन्हें ट्रेन की टिकट नहीं मिली। पिता ने बेटे से ये भी कहा कि ‘यदि मैं वहां होता तो बिल्डर और तुम्हारी मां, दोनों को गोली मार देता। फिर तुम्हें जो ठीक लगे करो।’
इसके बाद बेटे ने 4 जून को मां को पिता की पिस्टल से गोली मार दी। बेटे ने ये भी बताया कि उसके पिता ने ही उसे पिस्टल चालान सिखाया था। फिलहाल पुलिस और फरेंसिक टीम मौके पर मिले सबूतों से केस मजबूत करने में लगी है। हालांकि नाबालिग होने के चलते आरोपी बेटे को कड़ी सजा नहीं मिल पाएगी।