‘भारत रत्न’ मिलने पर लता मंगेशकर ने नहीं मनाया जश्न, सालों बाद भाई ने किया वजह का खुलासा
हिंदी सिनेमा और देश की महान एवं दिग्गज गायिका रही लता मंगेशकर जी के निधन से देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में फैले उनके फैंस के बीच मातम पसर गया था. इस साल 6 फरवरी को लता जी का मुंबई में निधन हो गया था. वे अस्प्ताल में 29 दिनों तक भर्ती रही थी लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका.
92 साल की उम्र में स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी ने मुंबई के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली थी. उनके निधन ने हर किसी का दिल तोड़ दिया था. उनके अंतिम संस्कार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सचिन तेंदुलकर, शाहरुख़ खान जैसी बड़ी हस्तियां शामिल हुई थी. लता जी को फैंस ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की थी.
वहीं लता जी को ‘नाम रह जाएगा’ शो के तहत भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई. उनके निधन के बाद देश के कई गायकों ने एक होकर उनकी याद में ‘नाम रह जाएगा’ कार्यक्रम की शुरुआत की थी. यह शो हर रविवार को टीवी पर आता है लेकिन अब यह शो खत्म होने जा रहा है. इस रविवार शो का ग्रैंड फिनाले एपिसोड है.
यू तो हर एपिसोड में ही लता जी को ट्रिब्यूट दिया जाता है लेकिन शो के आख़िरी एपिसोड में लता जी को ख़ास अंदाज में म्यूजिकल ट्रिब्यूट दिया जाएगा. ग्रैंड फिनाले का हिस्सा लता जी के भाई ह्रदयनाथ मंगेशकर और उनकी बहन उषा मंगेशकर भी बनेंगी.
शो पर उषा मंगेशकर ने लता जी को याद कर कहा कि, ‘मीना ताई हमेशा लता दीदी के साथ रिकॉर्डिंग के दौरान रहती थीं. स्टूडियो में रिकॉर्डिंग के बाद, लता दी मीना ताई से गाने पर उनके विचार पूछती थीं. वह गाने को केवल तभी आगे जाने देती थीं जब उसे मीना की अप्रूवल मिलती थी. उन्होंने उन पर बहुत भरोसा किया”.
उन्होंने आगे कहा कि, ”लता दी ने चैरिटी के लिए बहुत काम किया है. वह भी उस समय के दौरान जब वह ज्यादा काम नहीं कर रही थीं. उन्होंने पुणे में एशिया का सबसे बड़ा और सबसे किफायती अस्पताल बनाया है. बॉलीवुड के वेटरन म्यूजीशियन के लिए वृद्धाश्रम शुरू करना उनका सपना था”.
वहीं लता जी के भाई भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने लता जी से जुड़ा एक किस्सा शो पर साझा किया और कहा कि, ”वह हमेशा चाहती थीं कि मैं एक पुरस्कार जीतूं, वह उनका सपना था. जब उन्होंने भारत रत्न जीता तो उन्होंने इसे नहीं सेलिब्रेट किया, लेकिन जब मुझे पद्मश्री मिला तो उसने इसे एक उत्सव की तरह मनाया’.