क्या आप भी ट्रेन में दे देते हैं अपनी सीट किसी बुजुर्ग को ? यदि हाँ दे देते हो तो ये आवश्य पढ़े !
यदि हम ट्रेन या बस में सफ़र कर रहे होते हैं तो यदि हमारे सामने कोई बुजुर्ग व्यक्ति आ जाये तो हम हमेशा अपनी सीट उस बुजुर्ग को दे देते हैं , ऐसा करने से हम उस व्यक्ति को सम्मान देते हैं और इसे हमारे संस्कारो का भी पता चलता हैं ! परन्तु क्या आप जानते हैं स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना हैं की हम उस बुजुर्ग की मदद नहीं कर रहे बल्कि विशेषज्ञों का मानना हैं की यदि हम अपनी सीट किसी बुजुर्ग व्यक्ति को दे रहे हैं तो ये उनके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नही हैं !
ये बात ऑक्सफोर्ड युनिवर्सिटी के प्रोफेसर सर मुइर ग्रे ने बुजुर्गो को सलाह दी हैं की वे जब भी हो सकते खड़े रहें! इस उम्र में तंदरुस्त रहना उनके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही आवश्यक हैं !
पब्लिक हेल्थ इंगलैंड क्लिनिकल एडवाइजर रहे ग्रे के अनुसार भी बुजुर्गों की दिन में दस मिनट जरुर चलना चाहिए ! हो सकते तो उन्हें सीढ़ियाँ भी जरुर चढ़नी चाहिए ! ये उनकी सेहत के लिए बहुत ही अच्छा होगा ! बुजुर्गों के लिए सब से जरुरी सलाह यही हैं की वो चुस्त और फुर्तीले बने रहें ! अब आप इस बात का आवश्य ध्यान रखे की जब भी आप ट्रेन और बस में सफ़र करें तो आप बुजुर्गों को अपनी सीट देने से पहले सोच ले की ये उनके लिए सही है या गलत ! परन्तु ये बात बिल्कुल सही है की उनके लिए खड़ा उनके लिए अच्छी एक्सरसाइज सिद्ध हुई हैं !
यदि बुजुर्ग दिन में दस मिनट भी चलते हैं तो वो तंदरुस्त रह सकते हैं ! अगर वो थोड़ी सी भी एक्सरसाइज वो प्रतिदिन करें तो ये उनके लिए बहुत हो फायदेमंद होगा ! और वे अपनी फिटनेस लेवल को आगे के स्तर पर ले जा सकते हैं , यदि वो यह कार्य करेगे तो वो दस साल ज्यादा युवा रहते हैं !
बुजुर्गों को सुबह की सैर भी करना बहुत ही जरुरी हैं यदि प्रतिदिन सैर करेगे तो वो उनके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक हैं !
बुजुर्गों को एक बात का और भी ध्यान रखना होगा की जब भी एक्सरसाइज करें तो हल्की-फुल्की ही एक्सरसाइज करें और थोड़ा समय ही करे !
जब भी आप ट्रेन या बस में सफ़र करें तो इस बात का भी जरुर ध्यान रखे की यदि कोई बुजुर्ग बीमार हैं तो उसे जरूत सीट दे ! ऐसा न हो की आप उन्हें भी सीट न दे !
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