अध्यात्म

जानिए कन्या पूजन से जुड़ी हुई 9 महत्वपूर्ण बातें, जिनका अष्टमी और नवमी तिथि पर जरूर करें पालन

नवरात्रि के दिन मां दुर्गा को अति प्रिय है, नवरात्रि के 9 दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की अलग-अलग दिन पूजा की जाती है, वर्ष में आने वाली दोनों नवरात्रि चैत्र और शारदीय नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्या पूजन की परंपरा निभाई जाती है, इस वर्ष दुर्गा अष्टमी 6 अक्टूबर 2019 को है और नवमी 7 अक्टूबर 2019 को है, नवरात्रि में जो कन्या पूजन किया जाता है उसको कंचक भी कहा जाता है, इस दिन छोटी लड़कियों को माता दुर्गा का स्वरूप मानते हुए उनकी पूजा-अर्चना की जाती है, ऐसा माना जाता है कि अगर 9 कन्याओं की पूजा अर्चना की जाए और इनका आशीर्वाद लिया जाए तो इससे मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है, यह कन्याए मां दुर्गा की कृपा लेकर आती हैं, नवरात्रि के दिनों में जो भक्त माता दुर्गा का व्रत करता है वह अष्टमी और नवमी के दिन कन्या पूजन जरूर करेगा, अगर आप कन्या पूजन विधि विधान के साथ करते हैं तो इससे आपको माता का आशीर्वाद मिलता है।

वैसे तो सभी लोग अपनी पूरी श्रद्धा और विधि-विधान पूर्वक नवरात्रि के दिनों में कन्या पूजन करते हैं ताकि माता का आशीर्वाद उनको मिल पाए परंतु कई बार ऐसा होता है कि जाने अनजाने में हमसे कन्या पूजन के दौरान कुछ गलतियां भी हो जाती हैं जिसकी वजह से हमको माता का आशीर्वाद नहीं मिल पाता है, आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ महत्वपूर्ण बातें बताने वाले हैं, जिनको अगर आप अष्टमी और नवमी के दिन कन्या पूजन के दौरान ध्यान देते हैं तो इससे आपको नवरात्रि पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होगा।

चलिए जानते हैं कन्या पूजन से जुड़ी हुई इन महत्वपूर्ण बातों के बारे में

  • अगर आप नवरात्रि के दिनों में अष्टमी और नवमी के दिन कन्या पूजन कर रहे हैं तो आप सुबह के समय स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं, उसके पश्चात आप भगवान गणेश जी और माता महागौरी की पूजा कीजिए।
  • आप नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा का स्वरूप माने जाने वाली नौ कन्याओं को अपने घर आदर सत्कार के साथ आमंत्रित कीजिए और उनका मान सम्मान करते हुए साफ-सुथरे आसन पर बिठाए।

  • आपको सबसे जरूरी यह बात अपने ध्यान में रखना होगा कि आप कन्याओं के साफ पानी से पैर धोए ,अगर आप ऐसा करते हैं तो इससे सभी पापों का नाश होगा।
  • जब आप कन्याओं के पैर धो ले तब आप सभी कन्याओं को तिलक लगाकर पंक्ति में उनको बैठा दीजिए।
  • इतना करने के बाद आप सभी कन्याओं के हाथों में रक्षा सूत्र यानी कलावा बांध दीजिए और उनके पैरों में फूल अर्पित कीजिए।

  • आप कन्या पूजन के दौरान कन्याओं की थाली में पूरी हलवा चना अपनी श्रद्धा पूर्वक परोसें।
  • आप नवरात्रि के दिनों में कन्याओं को भोजन करा रहे हैं तो आप उनको मिठाई और प्रसाद देकर अपनी शक्ति अनुसार वस्त्र, द्रव्य आदि का दान कर सकते हैं।
  • जब कन्या भोजन कर रही हैं तो उस दौरान आप उन कन्याओं को देवी माता का स्वरूप मानते हुए उनकी आरती अवश्य कीजिए और उनके पैरों को छूकर आशीर्वाद लीजिए।
  • जब आप यह सभी कार्य कर ले तब आखरी में आप उन कन्याओं को आदर सम्मान के साथ दरवाजे तक ले जाए और उनको विदा कीजिए।

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