वायरल वीडियो

87 वर्षीय मां का था ये सपना, बेटों ने कंधे पर बैठाकर पहाड़ी तक पहुंचाया, दिल छू लेगा ये Video

सोशल मीडिया एक ऐसी जगह है, जहां पर हमें रोजाना है कोई ना कोई वीडियो वायरल होता हुआ देखने को मिल जाता है। कुछ वीडियो भावुक कर देने वाले होते हैं, तो कुछ वीडियो से लोगों का खूब मनोरंजन होता है। वहीं कुछ वीडियो ऐसे होते हैं, जो हर किसी के दिल को छू लेते हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर कुछ ऐसा ही एक वीडियो सामने आया है, जिसमें केरल के दो पुरुष अपनी बूढ़ी मां को अपने कंधे पर उठाकर उनके सपने को पूरा करने के लिए एक खड़ी पहाड़ी पर चढ़ गए।

जी हां, आजकल के समय में कई लोग ऐसे हैं, जो अपने बूढ़े माता-पिता को बोझ समझते हैं और उन्हें अकेला ही छोड़ देते हैं परंतु इस दुनिया में ऐसे भी लोग रहते हैं जो अपने बूढ़े मां बाप का खूब ख्याल रखते हैं और उनके सपने को पूरा करने के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं। दरअसल, जो वीडियो सामने आया है, उसमें दो बेटे अपनी बूढ़ी मां को पश्चिमी घाट में एक दुर्लभ फूल नीलकुरिंजी को दिखाने के लिए ले गए थे।

कंधे पर बैठाकर ले गए फूलों वाली पहाड़ी तक

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो केरल के कोट्टायम जिले के कोट्टायम की रहने वाली एलिकुट्टी पॉल यह दुर्लभ फूल देखना चाहती थी। 87 साल की एलिकुट्टी पॉल ने अपने एक बेटे से कहा कि वह इडुक्की के पड़ोसी जिले में खिले दुर्लभ फूलों को देखना चाहती है। एलिकुट्टी पॉल के बेटों ने उनके इस सपने को पूरा किया। और बिना कुछ सोचे उनके बेटे रोजन और सत्यन उन्हें एक जीप पर ले गए और मुन्नार के पास कालीपारा पहाड़ियों तक पहुंचने के लिए करीब 100 किलोमीटर का सफर तय किया।

जब वह वहां पर पहुंचे तो परिवार को यह जानकारी प्राप्त हुई की पहाड़ी की चोटी पर चलने योग्य सड़क नहीं है। बता दें कि एलिकुट्टी पॉल उम्र संबंधी बीमारियों से पीड़ित हैं, जिसकी वजह से वह ठीक ढंग से ऊंचाई या पहाड़ों पर नहीं चढ़ सकतीं। बेटे अपनी मां का सपना तोड़ना नहीं चाहते थे। उन्होंने अपनी मां को उठाकर लगभग 1.5 किलोमीटर की चढ़ाई की, जो नीलकुरिंजी फूलों के साथ बैगनी रंग के मैदान में बदल गई।


इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो को देखने के बाद लोग जमकर अपनी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। आपको बता दें कि ऐसा दावा किया जाता है कि यह फूल 12 सालों में केवल एक बार ही विशेष क्षेत्र में खिलता है। नीलकुरिंजी एक दुर्लभ फूल है, जो पश्चिमी घाट में पाया जाता है।

नीलकुरिंजी के बारे में जानिए

आपको बता दें कि पश्चिमी घाट या वेस्टर्न घाट्स में 12 साल में एक बार ही नीलकुरिंजी के फूल खिलते हैं। यह फूल वेस्टर्न घाट्स के कुछ चुनिंदा क्षेत्रों में ही खेलते हैं। सबसे मशहूर नीलकुरिंजी खिलने वाला स्थान इडुक्की जिले का मुन्नार हिल स्टेशन है। 2018 में इस स्थान पर यह दुर्लभ फूल खिले थे। 2030 में अब मुन्नार में नीलकुरिंजी खिलेंगे। मुन्नार के अलावा भी कुछ क्षेत्रों में यह फूल खिलते हैं। इस साल कर्नाटक के चिकमगलूर और केरल के कल्लीपारा में नीलकुरिंजी खिले हैं।

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