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सकारात्मकता के लिए घर में लगाएँ ताम्बे की सूर्यदेव की प्रतिमा, जानें ऐसी ही महत्वपूर्ण बातें

धर्म की शुरुआत से पहले लोग सूर्य और चंद्रमा की पूजा करते हैं। उस समय के लोगों के अनुसार सूर्य और चंद्रमा सच्चे देवता है। आज के समय में भी सूर्यदेव साक्षात दिखाई देने वाले देवता हैं। हिंदू धार्मिक मान्यता के अनुसार सूर्य को पंचदेवों में से एक माना जाता है। किसी भी शुभ काम की शुरुआत से पहले सूर्यदेव की पूजा करना ज़रूरी माना जाता है। ज्योतिषिय मान्यता के अनुसार सूर्यदेव को ग्रहों का राजा माना जाता है। कुंडली में इसकी शुभ-अशुभ स्थिति की वजह से किसी व्यक्ति का पूरा जीवन भी बदल सकता है।

कहा जाता है कि भले ही कोई आपकी पुकार ना सुने, लेकिन सूर्यदेव व्यक्ति की पुकार हमेशा सुन लेते हैं। सूर्यदेव को निरोग का देवता भी माना जाता है। इनकी पूजा करने वाले व्यक्ति को जीवन में कभी भी कोई बीमारी नहीं होती है। सूर्यदेव की कृपा पाने के लिए प्रतिदिन सुबह सूर्योदय से पहले उठ जाना चाहिए। इसके बाद स्नान करके सूर्यदेव को जल अर्पित करना चाहिए। भविष्य पुराण के ब्राह्म पर्व में सूर्यदेव की मूर्तियों के बारे में बताया गया है। वास्तु नियमों के अनुसार घर के अंदर पूर्व दिशा में सूर्यदेव की मूर्ति लगानी चाहिए। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि अपनी किस मनोकामना की पूर्ति के लिए किस तरह की सूर्यदेव की मूर्ति घर में लगाना शुभ होता है।

अलग-अलग मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए लगाएँ अलग-अलग मूर्ति:

*- लकड़ी की मूर्ति:

अगर आप चाहते हैं कि समाज में आपको ख़ूब मान-सम्मान मिले तो आपको अपने घर में सूर्यदेव की लकड़ी की मूर्ति रखनी चाहिए और हर रोज़ इसकी पूजा भी करनी चाहिए। इससे व्यक्ति को भाग्य का साथ भी मिलता है।

*- पत्थर या मिट्टी से बनी हुई सूर्यदेव की मूर्ति:

अगर आपको जीवन में किसी भी कार्य में बार-बार रुकावट झेलनी पड़ रही है तो आपको अपने घर में पत्थर या मिट्टी से बनी हुई सूर्यदेव की मूर्ति रखनी चाहिए। इसकी पूजा करने से व्यक्ति को हर क्षेत्र में सफल मिलती है।

*- ताम्बे की मूर्ति:

घर का माहौल सकारात्मक बनाए रखने के लिए हर व्यक्ति को अपने घर में ताम्बे से बनी हुई सूर्यदेव की मूर्ति रखनिक चाहिए। इसके शुभ असर से व्यक्ति को जीवन की सभी परेशानियों से मुक्ति मिल जाती है।

*- चाँदी से बनी सूर्यदेव की मूर्ति:

अपने कार्यक्षेत्र में आपस प्रभुत्व बनाए रखने के लिए घर में चाँदी से बनी हुई सूर्यदेव की प्रतिमा रखनी चाहिए।

*- सोने से बनी सूर्यदेव की प्रतिमा:

जो लोग धन-दौलत की समस्या का सामना कर रहे हों, उन्हें घर में सोने से बनी हुई सूर्यदेव की प्रतिमा रखनी चाहिए। इससे सुख-समृद्धि में भी बढ़ोतरी होती है।

पहले भी आपको बता चुके हैं कि सूर्य ग्रहों का राजा होता है। इसलिए अकेले सूर्य की पूजा करने से बाक़ी के ग्रह आपको नुक़सान नहीं पहुँचाते हैं। वेदों में सूर्य को संसार की आत्मा कहा गया है। अगर सूर्य नहीं होता तो इस पृथ्वी पर जीवन सम्भव नहीं होता। यजुर्वेद में सूर्य को भगवान का नेत्र माना गया है। सूर्य की आराधना करने से पुत्र की भी प्राप्ति होती है। रामायण के अनुसार भगवान श्रीराम हर दिन सूर्य की पूजा करते थे। वहीं महाभारत के अनुसार कर्ण भी हर दिन सूर्यदेव की पूजा करते थे। सूर्यदेव की पूजा से व्यक्ति को मान-सम्मान मिलता है और भाग्य का उदय होता है।

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