अध्यात्म

मां लक्ष्मीजी की करते हैं व्रत-पूजा, तो इन महत्वपूर्ण बातों का रखें ध्यान, मनोकामना होगी पूरी

माता लक्ष्मी जी के कई रूप हैं और हिंदू धर्म में माता लक्ष्मी जी के अलग-अलग रूपों की पूजा अर्चना की जाती है, जैसा कि आप लोग जानते हैं लक्ष्मी जी धन की देवी है और इनकी कृपा से व्यक्ति के जीवन की धन की समस्या दूर होती है, जो व्यक्ति माता लक्ष्मी जी की पूजा अर्चना करता है उसको तमाम सुखों की प्राप्ति होती है, यदि आपकी पूजा से माता लक्ष्मी जी प्रसन्न होती है तो इनके आशीर्वाद से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।

यदि आप भी वैभव लक्ष्मी जी की पूजा कर रहे हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है, अगर आप इनकी पूजा विधि विधान पूर्वक करते हैं तो आपको इसका उचित फल मिलता है, आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से लक्ष्मी जी के की पूजा-व्रत के दौरान कौन-कौन सी बातों का ध्यान रखना जरूरी है इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं।

माता लक्ष्मी जी की पूजा में इन चीजों को करे शामिल

अगर आप माता लक्ष्मी जी की पूजा कर रहे हैं तो सबसे पहले जरूरी सामग्री का होना बहुत ही जरूरी है, आप माता लक्ष्मी जी की तस्वीर के समक्ष मुट्ठी भर चावल का ढेर रखें और आप तांबे के कलश में जल भरकर उस चावल के ढेर के ऊपर रख दीजिए, इसके बाद आप एक छोटी सी कटोरी में सोने या चांदी का आभूषण लेकर उसको कलश के ऊपर रख दीजिए, आप लाल चंदन, लाल वस्त्र, लाल फूल, गंध माता लक्ष्मी जी की पूजा में शामिल अवश्य करें।

माता लक्ष्मी जी की पूजा में भोग-प्रसाद

किसी भी देवी देवता की पूजा के दौरान भोग या प्रसाद जरूर लगाया जाता है, अगर आप देवी देवताओं की पसंदीदा चीजों का भोग लगाते हैं तो इससे उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है, आप लक्ष्मी जी की पूजा के दौरान गाय के दूध से चावल की खीर बनाकर प्रसाद के तौर पर प्रयोग में लाए, आप लक्ष्मी जी की पूजा में भोग के रूप में सफेद मिठाईया बर्फी भी रख सकते हैं क्योंकि यह चीजें माता लक्ष्मी जी को अत्यंत प्रिय है।

माता लक्ष्मी जी की पूजा-व्रत ऐसे करें

विशेष रूप से शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी जी की पूजा व्रत किया जाता है, आप इस दिन सुबह के समय स्नान करने के पश्चात साफ-सुथरे वस्त्रो का धारण कर लीजिए, उसके बाद आप अपने घर के मंदिर की साफ सफाई करके माता लक्ष्मी जी का ध्यान करके व्रत का संकल्प लीजिए, आप व्रत वाले दिन पूरे दिन फलाहार रखें, जब शाम के समय आपका व्रत पूरा हो जाए तो अन्न ग्रहण करें।

आप शुक्रवार की शाम को माता लक्ष्मी जी की पूजा करने से पहले स्नान अवश्य कर लीजिए और पूर्व दिशा की तरफ अपना मुंह करके आसन पर बैठ जाए, लाल कपड़ा चौकी पर बिछाकर माता लक्ष्मी जी की मूर्ति या तस्वीर को स्थापित करें, आप श्री यंत्र भी पूजा के दौरान रखें।

माता लक्ष्मी जी की पूजा के दौरान इन मंत्रों का करें जाप

पूजा के दौरान मंत्रों का जाप करना बहुत ही लाभदायक माना गया है ऐसा बताया जाता है कि अगर पूजा में मंत्रों का जाप किया जाए तो पूजा का कई गुना अधिक फल मिलता है अगर आप शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी जी की पूजा कर रहे हैं तो आप मंत्र “या रक्ताम्बुजवासिनी विलासिनी चण्डांशु तेजस्विनी।, या रक्ता रुधिराम्बरा हरिसखी या श्री मनोल्हादिनी॥, या रत्नाकरमन्थनात्प्रगटिता विष्णोस्वया गेहिनी।, सा मां पातु मनोरमा भगवती लक्ष्मीश्च पद्मावती॥” का जाप अवश्य करें।

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button