श्रीकृष्ण जी की ये बातें जिंदगी की हर जंग जीतने में करेंगीं आपकी सहायता, हमेशा रखिए इनको याद
मनुष्य जाति का जीवन बहुत ही दुर्लभ माना गया है, मनुष्य को अपने जीवन में बहुत संघर्ष करना पड़ता है, व्यक्ति को जीवन के हर क्षेत्र में बहुत से बाधाओं से गुजरना पड़ता है, अगर व्यक्ति को अपना भविष्य बनाना है तो इसके लिए काफी सोच विचार करके ही अपने कदम आगे बढ़ाने होते हैं परंतु ऐसे बहुत ही कम लोग होते हैं जो अपनी भविष्य की योजनाओं पर खरे उतरते हैं, ज्यादातर लोग अपने सपने पूरे करने में नाकामयाब रहते हैं, आपको बता दें कि ऐसे बहुत से धार्मिक ग्रंथ है जिसमें व्यक्ति के जीवन से जुड़ी हुई बहुत सी बातों का उल्लेख किया गया है, महाभारत भी भारत का अनुपम धार्मिक, पौराणिक, ऐतिहासिक और दार्शनिक ग्रंथ है, हिंदू धर्म के मुख्य ग्रंथों में से एक इस ग्रंथ को माना गया है, इसमें जो भी प्रसंग का वर्णन मिलता है उससे हमको कुछ न कुछ सीख अवश्य मिलती है, ऐसा बताया जाता है कि जो बातें महाभारत में बताई गई है अगर इन सभी बातों को कोई व्यक्ति अपने जीवन में उतार लेता है तो वह अपने जीवन में आने वाली सभी परिस्थितियों का सामना आसानी से कर सकता है।
जी हां, व्यक्ति इन बातों को अपने जीवन में अपना कर जिंदगी की बड़ी से बड़ी जंग भी जीत सकता है, आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से महाभारत में श्री कृष्ण जी द्वारा बताई गई कुछ ऐसी बातों के बारे में जानकारी देने वाले हैं जिनको सभी मनुष्य को हमेशा याद रखना चाहिए, इससे आपको अपने जीवन में कभी हार का सामना नहीं करना पड़ेगा।
आइए जानते हैं भगवान कृष्ण जी की इन बातों के बारे में
- भगवान श्री कृष्ण जी ने महाभारत में कहा था कि किसी भी व्यक्ति के लिए अधूरा ज्ञान बहुत ही खतरनाक साबित होता है, इसका एक उदाहरण यह भी है कि अभिमन्यु बहुत ही वीर और बहादुर योद्धा था परंतु अभिमन्यु की मृत्यु किस परिस्थिति में हुई उसके बारे में लगभग सभी लोगों को अच्छी तरह पता है, मुसीबत के समय अभिमन्यु का अधूरा ज्ञान किसी भी काम में नहीं आया, इसीलिए हर मनुष्य को कभी भी अधूरा ज्ञान नहीं प्राप्त करना चाहिए, हमेशा उसको पूरा ज्ञान ग्रहण करना चाहिए तभी वह अपने जीवन में सफल हो पाएगा।
- महाभारत में ऐसे बहुत से मित्र थे जिन्होंने अपनी ही सेना के साथ विश्वासघात किया था, ऐसे बहुत से लोग थे जिन्होंने अपना पाला बदल लिया था, महाभारत में इस बात का उल्लेख मिलता है कि कई बार दोस्त के रूप में हमको दुश्मन मिल जाता है और वह हमारे साथ हो जाता है और वह हमारे साथ रहकर हमसे जुड़ी हुई बहुत सी बातों का पता लगा लेता है जिसकी वजह से हमको हार का सामना करना पड़ता है।
- महाभारत में भगवान श्रीकृष्ण ने बताया है कि बोल वचन सबसे ज्यादा खतरनाक होते हैं इसलिए व्यक्ति को हमेशा अपने शब्दों पर संयम रखना चाहिए, जिस प्रकार द्रौपती अगर दुर्योधन को “अंधे का पुत्र भी अंधा” नहीं कहती तो महाभारत का युद्ध ही नहीं होता, इसलिए हर व्यक्ति को बोलने से पहले सोच समझ लेना जरूरी है।
- महाभारत में इस बात का उल्लेख मिलता है कि हमेशा व्यक्ति को जुए और सट्टे से दूर रहना चाहिए क्योंकि शकुनि ने पांडवों को फसाने के लिए जुए का आयोजन किया था, जिसकी वजह से पांडवों ने जुए में अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था आखिर में उन्होंने द्रोपति को भी दांव पर लगाया था और उसके बाद क्या हुआ आप लोग तो भली-भांति जानते ही हैं, इसलिए मनुष्य को जुए सट्टे और षड्यंत्र से बच कर रहना चाहिए।