भाई की मौत के बाद भाभी को दिल दे बैठा देवर, फिर एक रात हुआ कुछ ऐसा बुलानी पड़ गई पुलिस
देवर और भाभी का रिश्ता काफी पवित्र माना जाता है। इस रिश्ते की तुलना भाई-बहन या मां-बेटे से की जाती है। लेकिन कभी-कभी इन रिश्तों की हदें पार हो जाती है। इनके बीच पति-पत्नी जैसे संबंध बन जाते हैं। रिश्तों को तार-तार करने का ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के झांसी में देखने को मिला। यहां देवर-भाभी के प्रेम प्रसंग ने ऐसा मोड़ लिया कि पुलिस को बीच में आकर इनके हाथ पीले करवाने पड़े।
देवर को हुआ भाभी से इश्क
यह अनोखा मामला झांसी उल्दन थाना परिसर का है। यहां पचवारा गांव की रहने वाली सुधा एक विधवा महिला है। उसके पति शंकर अहिरवार का तीन साल पहले निधन हो गया था। इस शादी से उसकी 3 बेटियां हैं। शंकर के जाने के बाद उसका छोटा भाई रवि तीनों बच्चियों की देखरेख करने लगा। इस दौरान उसे अपनी भाभी से भी प्रेम हो गया। जल्द दोनों के बीच संबंध भी बन गए।
अब भाभी देवर ने साथ जीने मरने की कसमें खा ली। देवर ने अपनी भाभी से शादी का वादा भी किया। लेकिन कुछ समय तक प्रेम प्रसंग चलाने के बाद देवर शादी से मुकर गया। यह बात भाभी को रास नहीं आई। वह न्याय की गुजार लगाते हुए उल्दन पुलिस थाना गई। यहां उसने अपना पक्ष रखते हुए देवर के खिलाफ लिखित में शिकायत भी की।
शादी से मुकरा देवर तो पुलिस ने करवाए हाथ पीले
अब पुलिस ने मामला हाथ में लिया। उसने देवर रवि को थाने में बुलाया। कुछ देर की समझाइश के बाद वह मान गया। फिर परिजनों की अनुमति ली गई। इसके बाद पुलिस और परिजनों की मौजूदगी में देवर और भाभी का विवाह कराया गया। यह शादी थाना परिसर के मंदिर में हुई। अब इस शादी को लेकर देवर और भाभी दोनों सकारात्मक पहलू अपना रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि इस शादी से उनका और उनके बच्चों का भविष्य सुधर जाएगा।
उधर दूसरी तरफ गांव में ये शादी चर्चा का विषय बनी हुई है। देवर और भाभी के प्रेम प्रसंग और शादी को लेकर लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। किसी को ये बात रास नहीं आई तो कोई बोला हर किसी को खुश रहने और घर बसाने का अधिकार है। बरहाल इस पूरे मामले पर आपकी क्या राय है हमे कमेंट कर जरूर बताएं। साथ ही किसी विधवा की शादी करवा उसका घर बसाने का प्रयास करे। समाज की सोच बदले।