यदि हम हिंदू धर्म की बात करें तो हिंदू धर्म में अनेक भगवानों की पूजा की जाती है सबका एक अलग ही इतिहास होता है और इन सभी भगवानों की पूजा और इन को याद करने का तरीका भी अलग अलग होता है इसके अतिरिक्त पूजा और उनको याद करने में जो श्लोक मंत्र प्रयोग में लाए जाते हैं वह पूरी दुनिया में प्रसिद्ध होते हैं भगवान की पूजा करने से और मंत्रों का जाप करने से शारीरिक सहायता के अलावा व्यक्ति के मन को भी बहुत शांति प्राप्त होती है प्रत्येक मंत्र शक्तिशाली होते हैं और अत्यंत भक्ति के साथ जाप करते हुए भक्तों को इसके लाभों में कटौती करने में सहायता प्राप्त होती है हिंदू धर्म में देवी देवताओं को सभी का बराबर का स्थान दिया गया है इन सब की पूजा और इनका सम्मान एक ही श्रद्धा के साथ किया जाता है।
आपको बता दें कि हर मंत्र कारगर होता है यदि इन मंत्रों का सच्चे मन और श्रद्धा के साथ जाप किया जाए तो इसका बहुत ही प्रभाव पड़ता है आज हम आपको इस लेख के माध्यम से लक्ष्मी जी के गायत्री मंत्र की बात करने जा रहे हैं और इस मंत्र से प्राप्त होने वाले फायदे के बारे में भी जानकारी बताने वाले हैं।
आइए जानते हैं इसके बारे में:-
ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥
उपरोक्त बताए गए मंत्र को यदि नियमित रूप से सच्चे मन और विश्वास के साथ इस मंत्र का जाप किया जाए तो इससे अच्छे भाग्य और धन को आकर्षित करने में सहायता प्राप्त होती है और इस मंत्र का जाप करने से सकारात्मक ऊर्जा में भी वृद्धि होती है जिसकी वजह से व्यक्ति के मन और शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है जो व्यक्ति व्यवसाय में है वह इससे लाभ प्राप्त कर सकता है और जो व्यक्ति नौकरी कर रहे हैं उनको पद में उन्नति प्राप्त हो सकती है इसके अतिरिक्त सबसे महत्वपूर्ण बात जो है इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के मन को शांति प्राप्त होती है।