अध्यात्म

पितृपक्ष में इन 5 को भोग लगाना है जरूरी अन्यथा आपका श्राद्ध कर्म नहीं हो पाएगा पूरा

पितृपक्ष के दिनों में लोग अपने पूर्वजों का श्राद्ध कर्म करते हैं, जिस तिथि को पूर्वज इस दुनिया को छोड़ कर गए हैं उस दिन श्राद्ध कर्म किया जाता है, इस दौरान अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा प्रकट की जाती है, श्राद्ध के माध्यम से हम अपने पूर्वजों को ऊर्जा प्रदान करते हैं, ऐसा माना जाता है कि श्राद्ध करने का अधिकार सर्वप्रथम पुत्र, पौत्र को है यदि इनमें से कोई नहीं है तो इस स्थिति में पत्नी, भाई, पिता, माता, भतीजा, बहन, भांजा यह सब श्राद्ध कर सकते हैं, ऐसा बताया जाता है कि अगर श्राद्ध कर्म किया जाए तो इससे व्यक्ति को अपने जीवन में अच्छे फल की प्राप्ति होती है और पुण्य मिलता है।

श्राद्ध के दिनों में लोग अपने पितरों को धूप अगरबत्ती करते हैं और इनको भोग लगाते हैं, श्राद्ध में ब्राह्मणों को भी भोजन कराया जाता है परंतु ऐसे बहुत से कम लोग हैं जो कुछ महत्वपूर्ण कार्य को नहीं जानते हैं दरअसल, ऐसे पांच स्थान है जहां पर भोजन रखना बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है, अगर आप इन 5 को भोजन नहीं कराते हैं तो इससे आपका श्राद्ध अधूरा ही रह जाता है, आज हम आपको इन्हीं पांच के बारे में जानकारी देने वाले हैं जिनको आप भोजन जरूर कराएं, तभी आपका श्राद्ध सफल हो पाएगा।

आइए जानते हैं श्राद्ध में किन पांच को भोग लगाना है जरूरी

प्रथम भोग गाय को

पितृपक्ष के दिनों में आप गाय को भोजन जरूर कराएं, यदि आप इन दिनों गाय को भोजन कराते हैं तो आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि घर से पश्चिम दिशा में गाय को महुआ या पलाश के पत्तों पर ही भोजन कराएं और गौभ्यो नमः कहकर गाय माता को प्रणाम कीजिए।

कुत्ते को भोजन दीजिये

आप पितृपक्ष के दिनों में कुत्ते को अवश्य भोजन दीजिए, कुत्ते को भोजन आप पत्ते पर रख कर दे सकते हैं।

कौवे को भोजन दे

पितृपक्ष के दिनों में कौवे को भोजन कराना बहुत ही जरूरी माना गया है, ऐसा माना जाता है कि पितृपक्ष के दिनों में किसी ना किसी रूप में हमारे पूर्वज पृथ्वी लोक पर आते हैं और कौवे हमारे पूर्वज का ही रूप माने गए हैं, आप चाहे तो अपने घर की छत पर कौवा के लिए भोजन रख सकते हैं या फिर भूमि पर भी आप भोजन रख सकते हैं, आप खुले स्थान पर भोजन रखकर कौवे को बुलाएं।

देवताओं को भोग लगाएं

आप पितृपक्ष के दिनों में देवताओं को भी पत्ते पर रखकर भोजन अर्पित कीजिए इसके पश्चात उसे उठाकर घर के बाहर रख सकते हैं।

कीड़े मकोड़े और चीटियों को भोजन दें

श्राद्ध करने के पश्चात आप कीड़े मकोड़ों और चीटियों के लिए इनका हिस्सा अवश्य निकाल कर रखें, आप चाहे तो इनके बिल के पास भी भोजन रख सकते हैं, आप इनके बिल के पास भोजन के टुकड़े कर कर डालें।

उपरोक्त ऐसे पांच स्थान बताए गए हैं जहां पर भोजन कराना बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है, अगर आप इन पांच को भोजन नहीं कराते हैं तो इससे आपका श्राद्ध कर्म अधूरा रह जाता है, श्राद्ध में अगर आप इन पांच को भोजन कराते हैं तो इससे आपको पितरों का आशीर्वाद मिलेगा और आपके जीवन के सभी कष्ट दूर होंगे, इसीलिए हर किसी व्यक्ति को इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

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