अन्य

राजस्थान के इस गांव की बहु बनने जा रही हैं ईशा अंबानी, पुश्तैनी हवेली की तस्वीरें देखकर फटी रह जाएंगी आंखें

हाल ही मुकेश अंबानी और नीता अंबानी के बेटे आकाश अंबानी की शादी हीरा कारोबारी रसेल मेहता की बेटी श्लोका मेहता से हुई. आकाश के बाद अब उनकी बहन ईशा अंबानी की शादी तय हो चुकी है. बता दें कि ईशा अंबानी की शादी बिजनेसमैन अजय पीरामल के बेटे आनंद पीरामल के साथ हो रही है. सूत्रों की मानें तो इस साल के अंत तक दोनों की शादी हो सकती है. कहा जा रहा है कि सर्दियों में दिसंबर के महीने में दोनों शादी कर सकते हैं. आनंद पीरामल के दादाजी का नाम सेठ गोपीकृष्ण पीरामल है. आनंद के दादाजी ने ही पीरामल ग्रुप की नींव रखी थी. ईशा अंबानी के बारे में आज लगभग हर कोई जनता है. लेकिन क्या आप आनंद पीरामल के बारे में जानते हैं? शायद नहीं, इसलिए आज के इस पोस्ट में हम आपको आनंद पीरामल के जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें बताएंगे.

बता दें कि ईशा अंबानी की जिससे शादी हो रही है वह कोई आम इंसान नहीं बल्कि भारतीय मशहूर उद्योगपति अजय पीरामल के बेटे हैं. पीरामल ग्रुप के प्रमुख हैं, अजय पीरामल. पीरामल और अंबानी परिवार की जान पहचान आज की नहीं बल्कि कई दशक पुरानी है. दोनों परिवार एक दूसरे को पिछले 4 दशकों से जानते हैं. टेक्सटाइल्स में पीरामल ग्रुप का नाम देश में बहुत जाना माना है.

इनका कारोबार सिर्फ यहां तक नहीं फैला हुआ. इसके अलावा ये फॉर्मास्युटिकल्स, फाइनेंशियल सर्विसेज और रियल एस्टेट के बिज़नेस में भी एक्टिव हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि आनंद मुख्य रूप से राजस्थान के झुंझुनू के बगड़ कस्बे के रहने वाले हैं. एक तरफ से देखा जाए तो भारत की सबसे अमीर बेटी अब एक कस्बे की बहु बनने जा रही हैं. बता दें कि यह कस्बा पीरामल खानदान का पैतृक गांव है.

हालांकि शादी के बाद ईशा का प्लान शहर में ही रहने का है. लेकिन उन्होंने कहा है कि शादी के बाद उनका यहां आना-जाना लगा रहेगा. वैसे देखा जाए तो बगड़ एक बहुत बड़ा कस्बा नहीं है लेकिन यहां की शानदार हवेलियों को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. यह कहना गलत नहीं होगा कि मुकेश अंबानी वाकई अपनी बेटी के लिए एक राजकुमार ढूंढकर लाये हैं. बता दें, पीरामल परिवार की कमाई 67 करोड़ से ज्यादा है. साल 1920 में पीरामल बिज़नेस एम्पायर की शुरुवात हुई थी. आप यकीन नहीं करेंगे कि आनंद के दादाजी बगड़ कस्बा से मात्र 50 रुपये लेकर मुंबई आये थे. तब किसी को मालूम भी नहीं था कि यह मामूली सा आदमी भविष्य में एक बड़ा बिज़नेस टाइकून कहलायेगा.

बगड़ कस्बे में उनकी पुश्तैनी हवेली है जो दिखने में किसी महल से कम नहीं है. यह हवेली इतनी भव्य है कि अब इसका इस्तेमाल होटल के तौर पर भी होने लगा है. इस हवेली में टूरिस्टों के रुकने की भी सुविधा है. राजस्थान की हवेलियां भारतवर्ष में प्रसिद्ध है. इन हवेलियों पर खूबसूरत नक्काशी की जाती है जो देखते ही बनती है. ये हवेलियां जिनकी होती है वह यहां तो नहीं रहते लेकिन शहर की भागदौड़ भरी जिंदगी से परेशान होकर सुकून के कुछ पल बीताने यहां जरूर आते हैं.

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button