मां-बाप की हत्या के बाद रिश्तेदारों ने बना लिया था नौकरानी, बेहद दर्दनाक है टुनटुन की कहानी
कॉमेडी का नाम लेने पर सबसे पहले आपके जहन में मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा का ही नाम आएगा। इसके अलावा राजू श्रीवास्तव, सुनील पाल, कृष्णा अभिषेक और भारती सिंह जैसे कई कॉमेडियन है जिन्होंने कॉमेडी की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। हालांकि अभी तक ही फीमेल कॉमेडियन बहुत कम ही रही है। इसी बीच हम आपको बताने जा रहे हैं बॉलीवुड इंडस्ट्री की पहली कॉमेडियन महिला के बारे में जिन्होंने 40 से लेकर 70 के दशक तक इंडस्ट्री पर राज किया।
अपनी बेहतरीन कॉमेडी के लिए मशहूर उमा देवी खत्री उर्फ टुनटुन जानी मानी एक्ट्रेस भी थी जिन्होंने कई फिल्मों में काम किया था। बता दे टुनटुन का जीवन काफी संघर्ष से भरा रहा। बचपन में उनके माता पिता की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद उनके भाई की भी हत्या कर दी गई जिसके बाद उन्हें अपने ही रिश्तेदारों के घर नौकरानी का काम करना पड़ा। आइए जानते हैं इंडस्ट्री की पहली महिला कॉमेडियन टुनटुन के जीवन के बारे में…
रिश्तेदारों के घर किया नौकरानी का काम
बता दें, टुनटुन अपनी शानदार कॉमेडी के लिए जानी जाती थी। उन्होंने अपने करियर में कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। हालांकि एक्टिंग की दुनिया में हाथ आजमाने से पहले टुनटुन इंडस्ट्री की मशहूर सिंगर बनी थी। 11 जुलाई 1923 को उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में जन्मी टुनटुन ने बचपन से ही गरीबी देखी थी। जब वह करीब ढाई साल की थी तब उनके माता-पिता इस दुनिया से चल बसे। इसके कुछ दिन बाद ही उनके भाई की हत्या कर दी गई। ऐसे में बचपन से ही उन्हें अपने जीवन में संघर्ष करना पड़ा।
एक इंटरव्यू के दौरान खुद टुनटुन ने बताया था कि, “मुझे याद नहीं कि मेरे माता-पिता कौन थे और वे कैसे दिखते थे। मैं बमुश्किल दो या ढाई साल की थी, जब उनका निधन हो गया। मेरा 8-9 साल का भाई था, जिसका नाम हरि था। मुझे याद है कि हम अलीपुर नाम के गांव में रहते थे। एक दिन मेरे भाई की हत्या कर दी गई और मुझे दो वक्त के खाने के लिए अपने ही रिश्तेदारों के घर में नौकरानी का काम करना पड़ा।”
ऐसे शुरू हुआ फ़िल्मी करियर
टुनटुन के मुताबिक, एक दिन वह अपने रिश्तेदारों को छोड़कर मुंबई चली आई और यहां पर उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री की तरफ रुख किया। बॉलीवुड दुनिया में उन्होंने गायिका के तौर पर कदम रखा। ऐसे में उन्होंने साल 1986 में रिलीज हुई फिल्म ‘वामिक आजरा’ में पहला गाना गाया।
इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में गाने गाए जिसमें ‘अफ़साना लिख रही हूं दिल-ए- बेकरार का’, ‘आज मची है धूम’, ‘ये कौन चला’ और ‘बेताब है दिल दर्द-ए-मोहब्बत से’ जैसे कई हिट सॉन्ग्स शामिल है। इसके बाद उन्होंने कॉमेडी में हाथ आजमाया। टुनटुन ने अपने करियर में ‘नमक हलाल’, ‘आरपार’, ‘मिस्टर एंड मिसेज 55’, ‘प्यासा’ जैसे करीब 198 हिंदी और उर्दू फिल्मों में काम किया।
बता दें एक्ट्रेस को आखिरी बार 1990 में रिलीज हुई फिल्म ‘कसम धंधे’ में देखा गया था। इसके बाद 30 नवंबर 2003 को उनका निधन हो गया। आज भी टुनटुन बॉलीवुड पहली महिला कॉमेडियन के रूप में जानी जाती है।