इन 4 कारणों से इस्तीफा देने पर अड़े हैं राहुल गांधी, कहा- ‘अब नया अध्यक्ष चुन लेना चाहिए’
लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में इन दिनों इस्तीफा का जबरदस्त ड्रामा देखने को मिल रहा है। करारी हार के बाद कांग्रेस के सामने जहां एक तरफ पार्टी को फिर से खड़ा करने की चुनौती है, तो वहीं दूसरी तरफ अध्यक्ष पद की कमान कौन संभालेगा, इसकी भी चिंता है। दरअसल, लोकसभा में बेहद खराब प्रदर्शन की ज़िम्मेदारी लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस्तीफा देने के फैसले पर अडिग हैं, लेकिन उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जा रहा है, जिसके पीछे भी कई तरह की वजह हैं, जिनके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
राहुल गांधी के इस्तीफे के 4 कारण
सूत्रों की माने तो राहुल गांधी इस्तीफा वापस लेने के मूड में नहीं है, जबकि उन्हें पार्टी के कई दिग्गज नेता समझा चुके हैं, लेकिन इस बार वे अध्यक्ष पद छोड़ने के मूड में हैं, जिसके पीछे के चार प्रमुख कारण हैं-
1. राहुल गांधी परिवारवाद के धब्बे से कांग्रेस पार्टी को बाहर निकालना चाह रहे हैं, जिसकी वजह से वे इस्तीफा देने के फैसले पर अडिग है। दरअसल, लोकसभा चुनाव में पार्टी के दिग्गज नेताओं ने भी अपने बेटे को टिकट दिलाने के चक्कर में पार्टी का काम नहीं किया, जिससे पार्टी बैकफुट पर आ गई और इस बात से राहुल गांधी काफी नाराज़ हैं।
2. राहुल गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस पार्टी ने इस बार भी बेहद खराब प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं, 17 राज्यों में अपना खाता भी नहीं खोल पाई, जिसकी वजह से राहुल गांधी इस्तीफा देने के मूड में है। बता दें कि ये लगातार दूसरी बार कांग्रेस का खराब प्रदर्शन रहा है, जोकि कांग्रेस पार्टी के अस्तित्व पर ही सवाल खड़ा कर रहा है। राहुल गांधी बार बार यही कह रहे हैं कि पार्टी को नया अध्यक्ष चुन लेना चाहिए।
3. राहुल गांधी भले ही प्रदेश स्तर पर पार्टी को मजबूत करने की कोशिश करते हुए नजर आएं, लेकिन पार्टी नेताओं के बीच की फूट को कम नहीं कर पाए, जिसका नतीजा न सिर्फ विधानसभा चुनावों में भुगतना पड़ा, बल्कि लोकसभा में भी, जिसकी वजह से राहुल गांधी ने इस्तीफा देने का मूड बनाया है।
4. राहुल गांधी के नेतृत्व को लेकर भले ही खुलकर कोई पार्टी में नहीं बोल रहा हो, लेकिन वे खुद भी जानते हैं कि उनके नेतृत्व से कोई खुश नहीं है, जिसकी वजह से वे गैर-गांधी परिवार का कोई पार्टी का अध्यक्ष बने।
क्यों नहीं हो रहा है राहुल गांधी का इस्तीफा स्वीकार?
1. लोकसभा चुनावों में भले ही कांग्रेस की करारी हार हुई है, लेकिन नेहरू-गांधी परिवार की खासियत रही कि वे पार्टी को एकजुट रखने में माहिर रहे हैं। इतना ही नहीं, इनकी बात पार्टी में हर नेता मानने को तैयार रहता है, इसीलिए राहुल गांधी का इस्तीफा स्वीकार करने में कांग्रेस वर्किंग कमेटी हिचकिचा रही है।
2. राहुल गांधी न सिर्फ क्षेत्रीय पार्टी के साथ गठबंधन करने में माहिर हैं, तो वहीं पार्टी के स्वाभिमान को बचाते भी हैं। इसका ताजा उदाहरण दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करना। इतना ही नहीं, कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर राहुल गांधी की जो छवि है, वैसी छवि किसी नेता की नहीं, जिसकी वजह से वर्किंग कमेटी इस्तीफा नहीं स्वीकार कर पा रही है।
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